Panama leaks के बाद अब Paradise paper leaks सुर्खियाँ बटोर रहा है. काले धन को छुपाने के लिए कई नामी हस्ती विदेशों की companies में invest कर रहे हैं. अमिताभ बच्चन सहित अन्य चर्चित चेहरों के नाम आ जाने पर यह leak और भी सनसनीखेज बन गया है. चलिए जानते हैं क्या है यह Paradise Paper Leaks?
Paradise Paper Leaks का मामला
- International Consortium of Investigative Journalists (ICIJ) ने हाल ही में Paradise Paper Leaks को अंजाम दिया.
- ICIJ 70 देशों में फैले 200 से अधिक शोधकर्त्ता पत्रकारों का एक वैश्विक नेटवर्क है, जो विभिन्न देशों के मुद्दों/विषयों को प्रकाश में लाने के लिए एक दूसरे की मदद करता है.
- इस संस्था ने एक विदेशी फर्म Appleby से प्राप्त किये गए 13.4 million दस्तावेजों को विश्व के सामने रखा.
- ICIJ ने जिन documents को leak किया उनसे विश्व भर में 120,000 business companies के गैरकानूनी ढंग से funding का पता चला. इनमें निवेश करने वालों में विश्व भर के जाने-माने प्रभावशाली व्यक्ति थे.
- इंडियन एक्सप्रेस न्यूज़पेपर ICIJ का सदस्य है. इंडियन एक्सप्रेस ने भारत से जुड़े हुए सभी दस्तावेजों की पड़ताल की है.
इस लीक के फायदे
- यह लीक सीमा के पार चल रही आर्थिक गतिविधियों की एक स्पष्ट तस्वीर दिखाता है. कौन-कितना टैक्स pay कर रहा है, कौन नहीं कर रहा है, पूरा का पूरा खाका अब कर प्रशासन के सामने है.
- इस प्रकार की टैक्स चोरी (tax evasion) को रोकने के लिए सरकार कर कानून में बदलाव भी ला सकती है.
Paradise Paper Leak की खामियाँ
- पेपर को लीक करने वाले अक्सर गुमनाम होते हैं और जो हैकर हैं वे हैक करने के दौरान कई sources का प्रयोग करते हैं जिससे उनका data विश्वसनीय नहीं रह जाता.
- लीक आमतौर पर अधूरे होते हैं.
- Leaks को अक्सर agenda बनाकर पेश किया जाता है. क्या और कब leak करना है ये leak करने वालों की मर्जी पर निर्भर है. इसलिए इस पर भरोसा करना risk उठाने के जैसा है.
GS Paper 3 Question for MAINS
तथाकथित टैक्स हैवन देश क्या हैं और भारत की अर्थव्यवस्था के लिए ये किस प्रकार घातक हैं? “पैराडाइज पेपर” के सन्दर्भ में इसकी आलोचनात्मक विवेचना कीजिये.
Source: The Indian Express