Sansar Daily Current Affairs, 11 January 2018
GS Paper 3:
Topic: संकल्प प्रोग्राम
- संकल्प प्रोग्राम एक कार्यशाला है जिसमें सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों को परामर्श दिया जाता है.
- यह कार्यशाला कार्मिक मंत्रालय के पेंशन और पेंशनर कल्याण विभाग (DOP&PW) के द्वारा संचालित होती है.
- इस कार्यशाला में पेंशनरों को यह बताया जाता है कि वे अपने-अपने कार्यालयों के परामर्शदाता निकाय में शामिल हों और पेंशन से सम्बन्धित शिकायतों को दूर करें.
- DOP&PW ने संकल्प योजना के तहत अभी तक 3000 कर्मियों को सेवानिवृत्ति-पूर्व परामर्श दिए हैं.
- संकल्प प्रोग्राम के लिए एक वेब-पोर्टल भी चलाया गया है जिसका लाभ पेंशनर, पेंशनर संघ और गैर-सरकारी संगठन उठा सकते हैं.
GS Paper 3:
Topic: संकल्प से सिद्धि
- Sankalp Se Siddhi कार्यक्रम केंद्र सरकार की एक नई पहल है जो भारत सरकार के नया भारत आन्दोलन (2017 से 2022) का एक अंग है.
- इसका शुभारम्भ भारत छोड़ो आन्दोलन की 75वीं वर्षगाँठ के अवसर पर किया गया था.
- नया भारत आन्दोलन (2017-2022) का उद्देश्य है लोगों के बीच जागरूकता बढ़ा कर भारत को कई सामाजिक बुराइयों, जैसे – भ्रष्टाचार, आतंकवाद, अस्वच्छता आदि से मुक्त करना.
GS Paper 3:
Topic: धम्म से सम्बन्धित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
- धम्म से सम्बन्धित चौथे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का बिहार के राजगीर में उद्घाटन किया गया.
- यह सम्मेलन नालंदा विश्वविद्यालय के द्वारा धर्म और समाज अध्ययन केंद्र तथा विदेश मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया गया.
- इस सम्मेलन का उद्देश्य है भारत और विदेश के विद्वानों और नीति-निर्माताओं को विचार आदान-प्रदान करने का अवसर देना और एक बेहतर विश्व के लिए आपसी सहयोग को बढ़ावा देना.
GS Paper 3:
Topic: भविष्य में ग्रीष्मकाल का लम्बा होना
- हाल ही में किये गए एक अनुसंधान का निष्कर्ष है कि 2070 आते-आते गांगेय मैदानों में ग्रीष्मकालीन गर्म लहरें 8 महीने तक चलने लगेंगी.
- ऐसा तब होगा जब ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन की रोकथाम करते हुए विश्व के तापमान की वृद्धि को 2°C की सीमा तक रोका नहीं जाता है.
- किये गए अध्ययन से यह स्पष्ट हुआ है कि ये गर्म लहरें wet-bulb temperature के अधिक-कम होने के कारण पैदा होती हैं.
- ताप और आर्द्रता की संयुक्त वैज्ञानिक इकाई को wet-bulb temperature कहते हैं.
- लम्बे समय तक चलने वाली गर्म लहरों का विशेष असर उन लोगों पर पड़ेगा जो घर से बाहर काम करते हैं और जिन्हें दिल और साँस की तकलीफ है.
- इन लहरों के कारण नए रोग भी उत्पन्न हो सकते हैं और कृषि पर इनका दुष्प्रभाव पड़ सकता है.
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Sansar Daily Current Affairs, 10 Jan, 2018