कुछ दिनों से मैंने प्रत्येक आर्टिकल पर दिए जाने वाले PDF download केऑप्शन को हटा दिया था. छात्रों के हजारों ईमेल मिले कि इस सुविधा को पुनर्जीवित किया जाए, उन्हें असुविधा हो रही है. दरअसल कई दिनों से कुछ शैक्षणिक संस्थान (नाम लेना उचित नहीं समझता, आप गूगल में खुद पता लगा सकते हैं), जो दिल्ली मुखर्जी नगर में फल-फूल रहे हैं, वे हमारे Sansar DCA वाले कंटेंट को आँख-मूँद कर कॉपी-पेस्ट किये जा रहे थे जिन्हें हमने लीगल नोटिस भी भेजने का निर्णय लिया है.
वे इस सुविधा का गलत फायदा उठा रहे थे. कुछ छात्र भी हमारे कंटेंट को फेसबुक ग्रुप आदि में बिना स्रोत बताये और लोगो मिटाकर अपना कंटेंट बताते हुए इधर-उधर शेयर करने में लगे हैं.
इससे हमारी वेबसाइट के स्वास्थ्य पर हानि पहुँचती है. इसलिए आप लोगों से आग्रह है कि जो ऐसा कुकृत्य कर रहे हैं, कृपया इसे बंद करें क्योंकि हमारे वेबसाइट के हर कंटेंट को कॉपीराइट प्राप्त है. यदि हम चाहें तो इन अधर्मियों के विरुद्ध कदम भी उठा सकते हैं. इसलिए कम-से-कम छात्रों (जो कोई संस्थान नहीं है, एक आम नागरिक हैं) से अनुरोध है कि जब भी आप हमारा कंटेंट शेयर करें तो उसमें सौजन्य से : sansarlochan.in या हमारा लिंक जरुर दें.
कुछ लोगों के कुकृत्य के चलते हमारे प्रिय छात्रों को असुविधा भुगतनी पड़ती है जो मेरे लिए असहनीय है. इसलिए हमने डाउनलोड पीडीऍफ़ केऑप्शन को फिर से जीवित कर दिया है.
प्रधान संपादक
संसार लोचन