केंद्र सरकार ने देश में राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड अभियान (National Broadband Mission – NBM) आरम्भ किया है.
National Broadband Mission – NBM क्या है?
- यह एक अभियान है जिसके द्वारा पूरे देश में, विशेषकर ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों में ब्रॉडबैंड की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी.
- इसके लिए 30 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर डाले जाएँगे और 2024 तक प्रति हजार लोगों पर टावरों का घनत्व 0.42 से बढ़ाकर 1 कर दिया जाएगा.
- इस अभियान के अंतर्गत वर्तमान 30% से बढ़ाकर 70% टावरों को फायबर में बदला जाएगा.
- आगामी वर्षों में इस मिशन के लिए यूनिवर्सल सर्विस ओब्लिगेशन फण्ड (USOF) से 70,000 करोड़ रु. मिलेंगे और साथ ही अन्य हितधारक सात लाख करोड़ रु. का निवेश कर सकते हैं.
- इस मिशन में एक ब्रॉडबैंड तत्परता सूचकांक (Broadband Readiness Index) भी बनाया जाएगा जो इस बात की सूचना देगा कि डिजिटल संचार के लिए कितनी अवसंरचना उपलब्ध हुई है और ब्रॉडबैंड विस्तार के लिए और क्या-क्या कदम उठाये जा सकते हैं.
- यह मिशन ऑप्टिकल फाइबर तार और टावर एवं सम्बंधित अवसंरचना तथा संचार नेटवर्क का मानचित्र तैयार करने का भी प्रयास करेगा.
राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन का माहात्म्य
- राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन का उद्देश्य डिजिटल संचार से सम्बंधित अवसंरचनाओं के निर्माण में तेजी लाना, देश के विभिन्न क्षेत्रों के बीच पाए जाने वाले डिजिटल अंतराल को पाटना, डिजिटल सशक्तीकरण और समावेशन को बढ़ावा देना तथा हर किसी को सस्ता और सार्वभौम ब्रॉडबैंड की उपलब्धता सुनश्चित करना.
- यह अभियान सार्वभौमता और सुलभता के अतिरिक्त ब्रॉडबैंड की गुणवत्ता पर बल देगा.
- केंद्र सरकार राज्यों/संघीय क्षेत्रों से मिल-जुलकर डिजिटल अवसंरचना के विस्तार से सम्बंधित नीतियों का पालन करेगी और ऑप्टिकल फाइबर के तार डालने के लिए अपेक्षित राईट ऑफ़ वे (Right of Way – RoW) की अनुमति देगी.