संयुक्त राष्ट्र कमान (United National Command – UNC) ने पिछले दिनों बताया कि मई 3, 2020 को उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया ने गोलीबारी करके युद्ध विराम समझौते (Korean Armistice Agreement) का उल्लंघन किया है. उसने बताया कि यह ठीक से कहा नहीं जा सकता कि पहले किसने गोली चलाई और यह जान-बूझकर हुआ या गलती से.
संयुक्त राष्ट्र कमान ने कहा कि ऐसा दुबारा नहीं हो इसके लिए वह दोनों देशों से बातचीत करेगा.
हुआ क्या था?
मई 3 को उत्तर कोरिया ने असैन्यीकृत जोन (Korean demilitarized zone – DMZ) के भीतर तैनात दक्षिण कोरिया के रक्षक पोस्ट (guard post) की दिशा में छोटे हथियारों से चार बार गोलियाँ चलाई थीं. बदले में दक्षिण कोरिया के सैनिकों ने दो गोलियाँ मारीं.
पृष्ठभूमि
उत्तरी और दक्षिणी कोरिया के बीच एक असैन्यीकृत जोन (demilitarized zone) है जो 1950-53 में हुए कोरिया युद्ध की समाप्ति पर बनाया गया था.
इस जोन को संभालने और युद्ध विराम को लागू करने के लिए वहाँ एक संयुक्त राष्ट्र कमान तैनात किया गया था.
कोरियाई युद्ध विराम समझौता (Korean Armistice Agreement)
- कोरियाई युद्ध विराम समझौते पर 27 जुलाई, 1953 को हस्ताक्षर हुए थे. हस्ताक्षर करने वाले थे – संयुक्त राष्ट्र कमान (United Nations Command – UNC), कोरियन पीपल्स आर्मी (KPA), और चायनीज पीपल्स वालंटीयर आर्मी (PVA).
- युद्ध विराम के माध्यम से कोरिया में अंतिम शान्तिपूर्ण समझौता होने तक सैन्य कार्रवाइयाँ पूरी तरह से बंद कर दी गईं. इसी युद्ध विराम में कोरिया के असैन्यीकृत जोन (Korean Demilitarized Zone – DMZ) की स्थापना हुई जो उत्तर और दक्षिण कोरिया के लिए वास्तविक नई सीमा के रूप में काम करता है.
- यह जोन 38 अंश अक्षांश के समानांतर चलता है.
- इस समझौते के अंतर्गत युद्ध विराम में युद्ध बंदियों के आदान-प्रदान का भी काम पूरा किया गया.
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