Sansar Daily Current Affairs, 30 July 2021
GS Paper 2 Source : PIB
UPSC Syllabus : Government policies and interventions for development in various sectors and issues arising out of their design and implementation.
Topic : National Research Foundation – NRF
संदर्भ
केंद्र सरकार द्वारा देश में अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र को दृढ करने के लिए एक नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (National Research Foundation – NRF) बनाने का प्रस्ताव दिया गया है.
नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (NRF) के बारे में
- यह नई शिक्षा नीति के अंतर्गत परिकल्पित एक स्वायत निकाय होगा.
- इसका उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों, विशेष रूप से विश्विद्यालयों, जहाँ अनुसंधान वर्तमान में आरम्भिक चरण में है, में अनुसंधान को प्रोत्साहन देना तथा इसके लिए सुविधाएँ प्रदान करना है.
- NRF R&D, शिक्षा एवं उद्योग के बीच संबंधों में सुधार के लिए भी काम करेगा.
- इसके माध्यम 5 वर्षों में 50,000 करोड़ का व्यय प्रस्तावित किया गया है.
GS Paper 3 Source : PIB
UPSC Syllabus : Effects of liberalization on the economy, changes in industrial policy and their effects on industrial growth.
Topic : 6 tech innovation platforms launched
संदर्भ
देश में विश्व-स्तर पर प्रतियोगी विनिर्माण के लिए प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए छह प्रौद्योगिकी नवाचार मंचों के अनावरण किए गए हैं.
ये पिछले वर्ष शुरू की गई उत्पादन से संबद्ध प्रोत्साहन (PLI) योजनाओं की पृष्ठभूमि में अनावृत किए गए हैं जो भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने पर केन्द्रित हैं.
6 मंच इस प्रकार हैं –
- सेंट्रल मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (CMTI), बेंगलुरु द्वारा विकसित दृष्टि, मशीन उपकरण क्षेत्र पर केंद्रित है.
- भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरू के सहयोग से हिंदुस्तान मशीन टूल्स (HMT) द्वारा विकसित प्रौद्योगिकी और नवाचार मंच, मशीन उपकरण क्षेत्र में आयात को कम करने पर केंद्रित है.
- भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) द्वारा विकसित एक डिजिटल रूप से सक्षम प्लेटफॉर्म संरचना (SanRachna) नवीकरणीय ऊर्जा और विद्युत इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र पर केंद्रित है.
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास द्वारा विकसित काइट {kite (प्रौद्योगिकी संवर्धन के लिए ज्ञान एकीकरण) मंच आभासी वास्तविकता, स्वचालन, उन्नत विनिर्माण प्रौद्योगिकियों और रोबोटिक्स} पर केंद्रित है.
- इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (iCAt) द्वारा एस्पायर {ASPIRE (ऑटोमोटिव सॉल्यूशंस पोर्टल फॉर इंडस्ट्री रिसर्च एंड एजुकेशन)} मंच ऑटोमोटिव तकनीक पर ध्यान केंद्रित करता है.
- ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI) द्वारा टेकनोवुस (TechNovuus) सतत गतिशीलता पर केंद्रित है.
ये मंच चार स्तंभों पर आधारित है:-
- प्रौद्योगिकी विकास के इच्छुक उद्योग,
- सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (PSU) और विश्वविद्यालय, जो इन तकनीकों को विकसित करते हैं,
- शैक्षिक और छात्र, जो विकास प्रक्रिया की मेजबानी करते हैं और
- अनुसंधान एवं विकास केंद्र.
GS Paper 3 Source : The Hindu
UPSC Syllabus : Related to space.
Topic : Meteorite
संदर्भ
पिछले दिनों एक असामान्य रूप से उल्कापिंड ने दक्षिण-पूर्वी नॉर्व में एक प्रभावशाली ध्वनि और तेज़ प्रकाश उत्पन्न किया. उल्कापिंड के लगभग 72,000 किमी प्रति घंटा की गति से वायुमंडल से होकर गुजरने के कारण नॉर्व के रात्रि आकाश में दिन की भाँति प्रकाश उत्पन्न हुआ. इसके टुकड़े नॉर्व के जंगलों में कहीं गिरने की बात कही जा रही है.
विदित हो कि यदि काई उल्का पृथ्वी की सतह तक पहुँचने में कामयाब होती है तो उसे उल्का पिंड (meteoroid) कहा जाता है| नॉर्व के आकाश में आई हालिया उल्का फायरबॉल उल्का थी. ये उल्काएँ रात्रि आकाश में बुध के समान या उससे अधिक तीव्रता का प्रकाश उत्पन्न करती हैं.
उल्का (Meteoroid), उल्कापात (Meteor) तथा उल्कापिंड (Meteorite) में अंतर
- उल्का, आकार में धूमकेतु अथवा क्षुद्रग्रह से पिंड होते हैं, जो सूर्य की परिक्रमा करते है.
- उल्कापात, जब कोई उल्का पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते समय वाष्पित हो जाती है, उस समय होने वाली इस प्रकाशीय घटना को उल्कापात कहा जाता है, जिसे ‘टूटता तारा’ भी कहते है.
- उल्कापिंड, यह वह उल्का होती है, जो पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करते समय नष्ट होने से बच जाती है तथा पृथ्वी की सतह पर आकर टकराती है.
हालिया इतिहास में सबसे विस्फोटक उल्का घटना वर्ष 2013 में मध्य रूस में चेल्याबिंस्क के पास हुई थी. जैसे ही उल्का ने वायुमंडल में प्रवेश किया, उसने लगभग 400-500 किलोटन टीएनटी के बराबर या हिरोशिमा बम द्वारा जारी ऊर्जा के 26 से 33 गुना के बराबर विस्फोट किया. चेल्याबिंस्क और उसके आसपास के इलाकों में आग के गोले बरसे, इमारतों को नुकसान पहुंचा और लगभग 1,200 लोग घायल हो गए.
Winchcombe :- GS Paper 3 Source : The Hindu UPSC Syllabus : Conservation related issues. संदर्भ वैश्विक व्याघ्र दिवस जिसे अंतर्राष्ट्रीय व्याघ्र दिवस (International Tiger Day) भी कहते हैं, हर वर्ष 29 जुलाई को मनाया जाता है. इसका उद्देश्य व्याघ्र संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है. विदित हो कि भारतीय वन्यजीव संस्थान (Wildlife Institute of India) द्वारा वर्ष 2006 से प्रत्येक 4 वर्ष के अंतराल पर बाघ जनगणना का कार्य किया जा रहा है. बाघ जनगणना की रिपोर्ट को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) द्वारा संकलित किया जाता है. समस्याएँ एवं चुनौतियाँ विश्व के देशों में भारत का उन देशों में आता है जहाँ प्रति-व्यक्ति जंगल सबसे कम है. जंगल जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने वाला एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण तंत्र होता है क्योंकि यह कार्बन को सोख लेता है. जंगलों को काटे जाने से बाघों के निवास स्थान संकुचित होते जा रहे हैं. भारत और पूरे विश्व में व्याघ्र संरक्षण में एक बहुत बड़ी समस्या उनका शिकार है. जब तक बाघ के शरीर के अवयवों का अवैध बाजार रहेगा तब तक यह समस्या रहेगी. भारत के सुन्दरबन में जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्र का जल-स्तर बढ़ रहा है जिसका बहुत बड़ा दुष्प्रभाव उस क्षेत्र में रहने वाले रॉयल बंगाल बाघों पर हुआ है. कुछ विवादास्पद परियोजनाएँ Green Freight Corridor – 2 :- Satellite broadband :- Click here to read Sansar Daily Current Affairs – Current Affairs Hindi June,2021 Sansar DCA is available Now, Click to Downloadइस टॉपिक से UPSC में बिना सिर-पैर के टॉपिक क्या निकल सकते हैं?
Topic : International Tiger Day
संरक्षण के लिए किये गये प्रयास
इस टॉपिक से UPSC में बिना सिर-पैर के टॉपिक क्या निकल सकते हैं?
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