Sansar Daily Current Affairs, 16 February 2018
GS Paper 3: Source: Indian Kanoon
Topic: अनुच्छेद 363
- अनुच्छेद 363 संविधान के निर्माण के पहले सरकार और किसी रजवाड़े के बीच हुई संधि या समझौते से उत्पन्न होने वाले विवादों में अदालत को हस्तक्षेप करने से रोकता है.
- तमिलनाडु को पानी का हिस्सा देने के लिए 1892 और 1924 में मद्रास और मैसूर की सरकारों के बीच दो समझौते हुए थे.
- कर्नाटक ने तर्क दिया है कि अनुच्छेद 363 के अनुसार न्यायपालिका के पास इन समझौतों में हस्तक्षेप करने की कोई शक्ति नहीं है क्योंकि इन संधियों पर संविधान के प्रारंभ होने से पहले हस्ताक्षर किए गए थे.
- सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के तर्क को इस आधार पर खारिज कर दिया कि 1892 और 1924 के समझौते कोई राजनैतिक समझौते नहीं थे अपितु लोकहित से जुड़े हुए समझौते थे.
GS Paper 3: Source: Indian Kanoon
Topic: अनुच्छेद 262
- संविधान के अनुच्छेद 262 में दो या दो से अधिक राज्यों से सम्बंधित नदियों और नदी घाटियों से सम्बंधित विवाद में निर्णय लेने का अधिकार संसद को दिया गया है.
- संविधान के अनुच्छेद 262 में दी गई इस शक्ति का प्रयोग करते हुए संसद ने अंतरराज्यीय जल विवाद अधिनियम, 1956 को पारित किया है.
- नदियों से सम्बंधित संविधान में एक और अनुच्छेद है और वह है – अनुच्छेद 131. यह 262 अनुच्छेद से इस अर्थ में भिन्न है कि यह सामान्य तौर पर केंद्र और राज्य तथा दो राज्यों के बीच के जल-विवाद से सम्बंधित है जबकि अनुच्छेद 262 स्पष्ट रूप से दो या तीन राज्यों के बीच होने वाले जल-विवाद से सम्बंधित है.
GS Paper 3: Source: Times of India
Topic: चंद्रयान 2 मिशन
- इसरो ने अप्रैल, 2018 के आसपास चंद्रयान -2 मिशन को लॉन्च करने की योजना बनाई है.
- यह पहली बार होगा कि भारत चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर एक रोवर उतारने का प्रयास कर रहा है.
- अब तक केवल संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन चंद्रमा की सतह से बिना टकराए हुए यान सफलतापूर्वक उतार सके हैं.
GS Paper 3: Source: The Hindu
Topic: रामन प्रभाव
- रामन प्रभाव अणुओं से परावर्तित होने पर प्रकाश किरण के तरंग दैर्ध्य में होने वाले परिवर्तन की व्याख्या करता है.
- रामन प्रभाव का उपयोग भूविज्ञान, भौतिक विज्ञान, फॉरेंसिक विज्ञान, परमाणु विज्ञान और औषधि विज्ञान जैसे क्षेत्रों में किया जाता है.
- इस प्रभाव का नाम भारतीय भौतिकशास्त्री सर सी.वी. रामन के नाम पर रखा गया है जिन्होंने इसका आविष्कार किया.
- उन्हें 1930 में भौतिकी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
- रामन की इस उपलब्धि को याद करने के लिए 28 फरवरी को देश में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है.