Sansar Daily Current Affairs, 22 April 2018
GS Paper 3: Source: The Hindu
Topic: अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक और वित्तीय समिति (IMFC)
- IMFC का full-form है – International Monetary and Finance Committee
- हाल में हुई IMFC की 37वीं बैठक में भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर ने भाग लिया.
- यह समिति अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक एवं वित्तीय प्रणाली की देखरेख और प्रबंधन के विषय में IMF बोर्ड ऑफ गवर्नर को सलाह देता है और रिपोर्ट प्रस्तुत करती है.
- इसकी बैठक साल में दो बार होती है.
- यह समिति वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले समस्याओं पर चर्चा करती है और IMF को तदनुसार सलाह देती है.
- इसमें कोई भी निर्णय मतदान के द्वारा नहीं होता अपितु सर्वसम्मति से किया जाता है.
- IMFC में 24 सदस्य होते हैं जो IMF के 189 सदस्यों से लिए जाते हैं.
- समिति के ये सदस्य सम्बंधित देशों के केंद्रीय बैंक के गवर्नर, मंत्री या समकक्ष श्रेणी के व्यक्ति होते हैं.
GS Paper 3: Source: The Hindu
Topic: समुद्री ज्वार विषयक चेतावनी
- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी (National Disaster Management Agency) ने भारतीय तटरेखा पर एक ऊँची लहरों वाली समुद्री ज्वार की चेतावनी दी है.
- इस चेतावनी में कहा गया है कि भारत के समुद्री तट पर 2 से 3 मीटर ऊँचे और 17 से 22 सेकंड तक टिकने वाले शक्तिशाली लहरों के थपेड़े (high energy swell waves) महसूस किए जा सकते हैं.
- ये थपेड़े समुद्र पर बहने वाले हवाओं के कारण उत्पन्न होते हैं.
- ये थपेड़े समुद्र के आस-पास की हवाओं के कारण नहीं अपितु समुद्र के ऊपर सेकड़ों मील दूर बहने वाली तूफानी हवाओं से पैदा होते हैं.
- ऐसे थपेड़ों का सबसे अधिक प्रभाव केरल और पश्चिम बंगाल के कम ऊँचाई वाले तटों पर पड़ेगा.
GS Paper 3: Source: The Hindu
Topic: विस्फोटक चींटियाँ
- ब्रूनेई में शोध करते समय Colobopsis explodens नाम की चीटियाँ मिली हैं.
- इन चीटियों की विशेषता यह है कि शत्रु कीड़ों के आक्रमण के समय ये चीटियाँ अपने शरीर को इतना सिकोड़ती हैं कि उसमें विस्फोट हो जाता है.
- इस विस्फोट से उनकी ग्रन्थियों से एक विशेष द्रव निकलता है जिससे शत्रु कीड़ें मर जाते हैं यद्यपि ये चीटियाँ भी समाप्त हो जाती हैं.
- इस तरह का विस्फोट प्रकृति की एक विरल घटना है जो कुछ मधुमक्खियों के साथ भी कहीं-कहीं देखने को मिलती है.
GS Paper 3: Source: The Hindu
Topic: जापान की नष्ट होती प्रवाल-भित्तियाँ
- पश्चिमी जापान के तट के पास स्थित प्रवाल भित्तियाँ असामान्य रूप से ठंडे पानी के कारण नष्ट हो रही हैं.
- ये प्रवाल भित्तियाँ विश्व की सर्वाधिक उत्तरी प्रवाल भित्तियों में से हैं.
- प्रवाल भित्तियों के सर्वेक्षण से पता चलता है कि 90 से 100 प्रतिशत भित्तियों का रंग उतर गया है.
- भित्तियों के नष्ट होने का आंशिक कारण वहाँ पर बहने वाली Kuroshio समुद्री धाराएँ भी हैं.
- Kuroshio समुद्री धाराएँ गर्म धाराएँ हैं जो रह-रह कर ठन्डे जल में प्रवेश कर जाती हैं.
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