मुख्य परीक्षा लेखन अभ्यास – Modern History GS Paper 1/Part 15

Dr. SajivaGS Paper 1 2020-21

“20वीं सदी के प्रारम्भ में औद्योगिक प्रगति के चलते जहाँ भारत के पूँजीपतियों के धन में वृद्धि हुई, वहीं श्रमिकों की दशा बिगड़ गयी.” विश्लेषण कीजिए. “Due to industrial progress during the beginning of 20th century there was growth in the wealth of Indian capitalists on one hand and a deterioration in the condition of the labour on the other … Read More

प्रार्थना समाज – 1867 ई.

Dr. SajivaModern History

आज हम जानेंगे प्रार्थना समाज के विषय में. इस पोस्ट को ध्यान से अंत तक पढ़ें. प्रार्थना समाज बंगाल की ही तरह महाराष्ट्र में भी सुधारवादी लहर उठी. 1837 ई० में ही प्रकाशित एक पत्रिका द्वारा मराठा ब्राह्मणों का ध्यान विधवा-विवाह की ओर आकृष्ट किया गया. रेवरेंड बाबा पद्मनजी ने भी इस विषय पर बल डाला. इसी प्रकार, 1849 ई० … Read More

मुख्य परीक्षा लेखन अभ्यास – Modern History GS Paper 1/Part 14

Dr. SajivaGS Paper 1 2020-21

“पूर्व के अधिनियमों की तरह ही भारत सरकार अधिनियम, 1919 भी भारतीयों को संतुष्ट नहीं कर सका.” टिप्पणी कीजिए. “Like the earlier ones the Indian Govt. Act, 1919 as well could not satisfy the Indians.” Comment. उत्तर :- कांग्रेस ने 1919 ई. के अधिनियम को निराशजनक और असंतोषप्रद (disappointing and unsatisfactory) कहा.  अधिनियम द्वारा किए गए सुधार देखने में बड़े … Read More

मुगल काल में संगीत कला

Dr. SajivaMedieval History

मुगल सम्राटों ने संगीत के क्षेत्र में भी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया. उन्होंने संगीत को राज्याश्रय देकर उसे प्रोत्साहित किया. चलिए जानते हैं कि मुगलकालीन संगीत कला का विभिन्न शासकों के समय क्या हाल-चाल था! मुगलकालीन संगीत कला बाबर स्वयं संगीत प्रेमी था. उसकी आत्मकथा (तुज्क-ए-बाबरी), में अनेक स्थलों पर संगीत गोष्ठियों का उल्लेख मिलता है. उसने स्वयं कई गीत लिखे … Read More

गोपाल कृष्ण गोखले (1866-1915 ई.)

Dr. SajivaModern History

गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म 9 मई, 1866 ई. को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक निर्धन ब्राह्मण परिवार में हुआ था. 1884 ई. में बी.ए. की परीक्षा पास करने के बाद वे 18 वर्ष की आयु में अध्यापक बने. आगे चलकर गोपाल कृष्ण गोखले फरग्यूसन कॉलेज पूना के अध्यापक एवं प्राचार्य भी नियुक्त हुए. गोपाल कृष्ण गोखले के गुरु महादेव … Read More

नूरजहाँ से जुड़े तथ्य : मुगल शासन पर प्रभुत्व

Dr. SajivaMedieval History

नूरजहाँ मिर्जा ग्यास बेग की पुत्री थी जो मूलतः एक ईरानी था. नूरजहाँ का असली नाम मेहरुन्निसा था. नूरजहाँ का पिता मिर्जा ग्यास बेग अकबर के काल में आगरा आया और धीरे-धीरे उसने अपनी योग्यता और बुद्धि के बल पर 300 का मनसब प्राप्त किया. कालान्तर में उसे काबुल का दीवान बना दिया गया. नूरजहाँ एक सुन्दर और बुद्धिमान स्त्री … Read More

चेदि वंश

Dr. SajivaAncient History

अशोक ने कलिंग युद्ध में विजयी होने के बाद इस राज्य (कलिंग) को मौर्य साम्राज्य में मिलाया था परन्तु अशोक की मृत्यु के बाद अन्तिम मौर्य सम्राटों की कमजोरी से लाभ उठाकर चैत्रराज ने कलिंग को स्वतंत्र कर लिया था. चैत्रराज की तीसरी पीढ़ी में ही खारवेल हुआ जिसका वृतान्त हाथी गुम्फा के शिलालेख में विस्तृत रूप से दिया गया … Read More

ए.ओ. ह्यूम – कांग्रेस के जनक

Dr. SajivaModern History

एलेन ओक्टेवियन ह्यूम कांग्रेस के प्रमुख संस्थापक थे. गांधीजी ने ए.ओ. ह्यूम को कांग्रेस के जनक की संज्ञा दी है. ए.ओ. ह्यूम ए.ओ. ह्यूम स्कॉटलैण्डवासी थे. वे भारतीय लोकसेवा के सदस्य थे. 1870 ई० से 1879 ई० तक भारत सरकार के सचिव के पद पर काम करने के बाद 1880 ई० में उन्होंने सेवा से अवकाश ग्रहण किया था. ह्यूम … Read More

दादाभाई नौरोजी – ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ़ इंडिया

Dr. SajivaModern History

दादाभाई नौरोजी एक महान देशभक्त थे. उन्हें भारत का वयोवृद्ध सेनानी (Grand old man of India) कहा जाता है. कांग्रेस की स्थापना के पूर्व भी दादाभाई नौरोजी ने राष्ट्रीय कल्याण की भावना से प्रेरित होकर सरकार के सामने अनेक प्रश्नों को उठाया था. पट्टाभि सीतारमैया ने लिखा है कि “कांग्रेस के आरम्भ से लेकर जीवनपर्यन्त उसकी सेवा करते रहे, उन्होंने … Read More

सुरेन्द्रनाथ बनर्जी – आधुनिक बंगाल के निर्माता

Dr. SajivaModern History

आधुनिक बंगाल के निर्माता सुरेन्द्रनाथ बनर्जी कांग्रेस के संस्थापकों में एक प्रमुख व्यक्ति थे. सुरेन्द्रनाथ बनर्जी ने सर्वप्रथम 1869 ई० में भारतीय लोकसेवा (आई० सी० एस०) की परीक्षा पास की थी. ब्रिटिश सरकार परीक्षा में सफल होने के बावजूद उन्हें उच्च पद देना नहीं चाहती थी. प्रिवी काउन्सिल में अपील करने के बाद उन्हें मैजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त किया … Read More