वीर सावरकर से सम्बंधित मुख्य तथ्य

Dr. SajivaBiography, Modern History

28 मई, 2019 को स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर की जयंती मनाई गई. वीर सावरकर से सम्बंधित मुख्य तथ्य सावरकर का पूरा नाम विनायक दामोदर सावरकर था. सावरकर ने 1904 में नासिक में ‘मित्रमेला’ नाम से एक संस्था आरंभ की थी जो शीघ्र ही मेजनी के ‘तरुण इटली’ की तर्ज पर एक गुप्त सभा ‘अभिनव भारत’ में परिवर्तित हो गयी. अभिनव … Read More

[कालक्रम] Modern History Important Topics Part 3

Dr. Sajiva#AdhunikIndia

आगामी परीक्षा के लिए आधुनिक इतिहास के कुछ शोर्ट नोट्स पॉइंट के रूप में दे रहा हूँ. इस नोट्स को आप रिवीजन नोट्स भी कह सकते हैं. वैसे हम लोगों ने कई बार ऐसे पोस्ट डाले हैं. आप उन्हें इन दोनों लिंक में ढूँढ़ सकते हैं – History Notes in Hindi Modern India Notes in Hindi Modern History Short Notes … Read More

सरदार पटेल और रियासतों का एकीकरण और विलय

Dr. Sajiva#AdhunikIndia

भारतीय रियासतें क्या थीं? औपनिवेशिक भारत में, करीब-करीब इसका 40% भूभाग छोटे या बड़े ऐसे 56 रियासतों द्वारा घिरा था, जिस पर शासन करने वाले राजाओं को ब्रिटिश पारामाउंटसी (सर्वोच्चता) के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की स्वायत्तता प्राप्त थी. अंग्रेजी शासन उन्हें अपनी जनता से बचाने के साथ-साथ बाहरी आक्रमणों से तब तक बचाती थी, जब तक कि वे अंग्रेजों की … Read More

[कालक्रम] Modern History Important Topics Part 2

Dr. Sajiva#AdhunikIndia

अभी तक हमने #Adhunik India By Sajiva Sir Notes में पढ़ा –  CHRONOLOGY OF HISTORY OF MODERN INDIA – Part 2 अंग्रेजों की उपनिवेशवादी नीतियों के खिलाफ जब पूरा देश उठ खड़ा हुआ था तो मध्य प्रदेश भी उससे अछूता नहीं रहा. 1818 ई. में प्रदेश के महाकौशल क्षेत्र में सर्वप्रथम विद्रोह की चिंगारी दिखाई पड़ी थी. जब नागपुर के तत्कालीन देशभक्त शासक … Read More

भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति में सहायक तत्त्व

Dr. Sajiva#AdhunikIndia

भारत की स्वतंत्रता एक महान ऐतिहासिक घटना है. यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व में 62 वर्षों के संघर्ष का परिणाम है. अन्य देशों के स्वतंत्रता संग्राम से इसकी प्रकृति भिन्न है. यह मुख्यतः एक अहिसंक लड़ाई थी. इसने न तो प्रधानमन्त्री एटली और मजदूर दल की उदारता का परिणाम और न ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रयत्नों का परिणाम … Read More

माउंटबेटन योजना – The Mountbatten Plan

Dr. Sajiva#AdhunikIndia

आज हम इस पोस्ट में माउंटबेटन योजना (The Mountbatten Plan in Hindi) के बारे में पढ़ने जा रहे रहे हैं. एटली की घोषणा के पश्चात् यह निश्चित हो गया कि अब भारत को स्वतंत्रता मिलने ही वाली है. स्वतंत्रता मिलने की संभावना जब साकार होने जा रही थी तो लोगों पर सांप्रदायिकता का जुनून सवार हो गया. बड़े पैमाने पर … Read More

कैबिनेट मिशन योजना – 16 May, 1946

Dr. Sajiva#AdhunikIndia, Modern History

cabinet_mission

द्वितीय विश्वयुद्ध समाप्त हो गया था और इंगलैंड ने पहले आश्वासन दे रखा था कि युद्ध में विजयी होने के बाद वह भारत को स्वशासन का अधिकार दे देगा. इस युद्ध के फलस्वरूप ब्रिटिश सरकार की स्थिति स्वयं दयनीय हो गयी थी और अब भारतीय साम्राज्य पर नियंत्रण रखना सरल नहीं रह गया था. बार-बार पुलिस, सेना, कर्मचारी और श्रमिकों … Read More

Wavell योजना और शिमला Conference in Hindi

Dr. Sajiva#AdhunikIndia, Modern History

wavell_yojna_simlaconference

1945 ई. के पूर्वार्ध तक भारत और विदेशों में घटनाक्रम तेज़ी से बदल रहा था. अक्टूबर, 1943 ई. में लॉर्ड लिनलिथगो (Lord Linlithgow) की जगह लॉर्ड वैवेल (Lord Wavell) भारत के नए वायसराय बने. जैसा कि आप जानते हो कि 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध (Second World War) ख़त्म हो चुका था. इंग्लैंड में नए चुनाव होने वाले थे. इंग्लैंड … Read More

भारत छोड़ो आन्दोलन – Quit India Movement in Hindi

Dr. Sajiva#AdhunikIndia, Modern History

gandhi

भारत छोड़ो आन्दोलन – भूमिका भारत के इतिहास में 1942 की अगस्त क्रान्ति (August Revolution) एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है. इस क्रांति का नारा था “अंग्रेजों भारत छोड़ो (Quit India)“ और सचमुच ही एक क्षण तो ऐसा लगने लगा कि अब अंग्रेजों को भारत से जाना ही पड़ेगा. द्वितीय विश्वयुद्ध (Second Word War) में जगह-जगह मित्रराष्ट्रों की पराजय से … Read More

क्रिप्स योजना – Cripps Mission, 30 March 1942 in Hindi

Dr. Sajiva#AdhunikIndia, Modern History

cripps _mission

द्वितीय विश्वयुद्ध के प्रथम दो वर्ष ब्रिटिश साम्राज्य के लिए बहुत संकटपूर्ण थे. जर्मनी की निरंतर सफलता और इंग्लैंड पर आक्रमण की आशंका से इंग्लैंड अपनी रक्षा के लिए खुद प्रयत्नशील था. जापानी आक्रमण से भारतीय साम्राज्य पर भी खतरे के बादल मंडराने लगे थे. इस प्रकार युद्ध की दोहरी मार से ब्रिटिश साम्राज्य की शांति और सुरक्षा खतरे में … Read More