पूना सार्वजनिक सभा 1870 ई. के विषय में विस्तृत जानकारी

Dr. SajivaHistory, Modern History

पूना सार्वजनिक सभा (मराठी – पुणे सार्वजनिक सभा) की स्थापना 2 अप्रैल, 1870 ई. को महादेव गोविंद रानडे ने की थी. पूना सार्वजनिक सभा सरकार और जनता के बीच मध्यस्थता कायम करने के लिए बनाई गई थी. भवनराव श्रीनिवास राव इस संस्था के प्रथम अध्यक्ष थे. बाल गंगाधर तिलक, गोपाल हरि देशमुख, महर्षि अण्णासाहेब पटवर्धन जैसे कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने इस संगठन के … Read More

बटलर समिति के बारे में जानें – Butler Committee 1927 in Hindi

Dr. SajivaHistory, Modern History

Harcourt_butler_committee

प्रथम विश्वयुद्ध के समय में देशी शासकों ने ब्रिटिश सरकार की बहुमूल्य सहायता की थी. युद्ध के अंत होने पर भारत में उत्तरदायी शासन के विकास की योजना बनाई गई. फलतः देशी शासकों और ब्रिटिश सरकार के बीच के सम्बन्ध की व्याख्या करने और ब्रिटिश सार्वभौम सत्ता को पारिभाषित करने की जरूरत महसूस हुई. फलतः 1927 ई. में इसकी जाँच … Read More

अशोक के शासनकाल का घटनाक्रम – Timeline of Ashoka’s Regime

Dr. SajivaAncient History, History

इस पोस्ट के जरिये अशोक के राज्यारोहण से लेकर उसके शासनकाल के वर्षों के घटनाओं का उल्लेख करने का प्रयास किया गया है. साथ में अशोक के शिलालेखों का सन्दर्भ भी दिया गया है. Timeline of Ashoka’s Regime अशोक का राज्यारोहण पिता बिंदुसार के निधन के उपरान्त मगध के सिंहासन पर 268 ई.पू. में हुआ. अशोक के शासन के 8वें … Read More

शिवाजी की जीवनी – Biography of Shivaji Maharaj

Dr. SajivaBiography, History, Medieval History

shivaji_biography

शिवाजी का जन्म शाहजी भोंसले की प्रथम पत्नी जीजाबाई की कोख से 10 अप्रैल, 1627 ई. को शिवनेर के दुर्ग में हुआ था. शिवनेर का दुर्ग पूना से उत्तर जुन्नार नगर के पास था. उनकी जन्म-तिथि के सम्बन्ध में इतिहासकारों के बीच मतभेद है. कई जन्म-तिथियों का उल्लेख किया गया है जिनमें 20 अप्रैल, 1627, 19 फरवरी 1630 और 9 … Read More

सिन्धु घाटी सभ्यता और वैदिक सभ्यता के मध्य अंतर

Dr. SajivaAncient History, History

आज हम सिन्धु घाटी सभ्यता (Indus Valley Civilization) और वैदिक संस्कृति (Vedic period culture) के मध्य अंतर स्थापित करने की  कोशिश करेंगे. सिन्धु सभ्यता और ऋग्वैदिक सभ्यता के मध्य अंतर  ऋग्वैदिक सभ्यता ग्रामीण संस्कृति लगती है जबकि सिन्धु सभ्यता के लोग सुनियोजित नागरिक जीवन से भलीभाँति परिचित थे. आर्य धातुओं में सोने और चाँदी से परिचित थे और यजुर्वेद में … Read More

जैन तीर्थंकरों के बारे में कुछ तथ्य – Jainism

Dr. SajivaAncient History, History

नीचे 24 जैन तीर्थंकरों के विषय में details दिए गए हैं. अक्सर परीक्षाओं में जैन धर्म से जुड़े सवाल आते रहते हैं. कभी जैन मत, जैन साहित्य, जैन धर्म के इतिहास आदि के बारे में पूछ लिया जाता है तो कभी जैन तीर्थंकरों के जीवन, उपदेश आदि से सम्बंधित सवाल आ जाते हैं. इसलिए मैंने यह Jain Tirthankara की लिस्ट … Read More

ल्हासा की संधि – Treaty of Lhasa 1904 ई. in Hindi

Dr. SajivaHistory, Modern History

lhasa_ki_sandhi treaty

आज हम ल्हासा की संधि (Treaty of Lhasa) के बारे में जानेंगे. यह कब हुआ, किनके बीच और किन परिस्थतियों (causes) में हुआ, इन सब के विषय में चर्चा करेंगे. भूमिका लॉर्ड कर्जन की तिब्बत सम्बन्धी नीति उसके वायसराय काल की एक महत्त्वपूर्ण घटना है. गवर्नर जनरल लॉर्ड वारेन हेस्टिंग्स के समय में ब्रिटिश सरकार तिब्बत के साथ व्यापारिक सम्बन्ध … Read More

अशोक के विषय में स्मरणीय तथ्य : Important Facts about Ashoka

Dr. SajivaAncient History, History

आज हम अशोक के विषय में महत्त्वपूर्ण तथ्यों को आपके सामने रखने वाले हैं जो प्वाइंट वाइज लिखे गए हैं. ये फैक्ट्स आपके विभिन्न परीक्षाओं में बहुत काम आयेंगे. राजा अशोक के बारे में जानकारियां prelims परीक्षा को ध्यान में रखकर आपके साथ साझा की जा रही हैं. अशोक के विषय में Important Facts अशोक का सर्वाधिक पसंदीदा पंक्षी मयूर था. अशोक … Read More

प्रमुख भारतीय बंदरगाह : Important Ports in Indian History

Dr. SajivaAncient History, History

अति प्राचीन काल में ही मनुष्य ने नाव बनाना सीख लिया था और इसका प्रयोग कर समुद्री यात्रा करना आरम्भ कर दिया था. इसकी यात्राओं का उद्देश्य मुख्यतः व्यापार ही होता था.  ये नावें जिन तटों से निकलती थीं उन तटों की आकृति ऐसी थी कि उन्हें आसानी से स्थिर जल में लगाया जा सके. ऐसे स्थानों को बंदरगाह कहा जाता था. सिन्धु … Read More

चित्तरंजन दास (1870-1925 ई.) Biography in Hindi

Dr. SajivaBiography, History, Modern History

चित्तरंजन दास का प्रारम्भिक जीवन (Biography) बंगाल के इने-गिने प्रसिद्ध वकीलों में देशबन्धु चित्तरंजन दास का नाम था. उनका जन्म 1870 ई. में मुंशीगंज जिले, बांग्लादेश में हुआ था. उनके पिता का नाम भुवन मोहन दास और माता का नाम निस्तारिणी देवी था. इनका जन्म एक वैद्य-ब्राहमण परिवार में हुआ था. कांग्रेस के प्रति आकर्षण होने के बाद चित्तरंजन दास … Read More