BharatNet (भारत नेट) परियोजना क्या है? Know all Details

Sansar LochanSansar Editorial 2018, Science Tech

भारत नेट परियोजना (BharatNet Project) एक बार फिर चर्चा में है. 8 जनवरी, 2018 सोमवार को सरकार ने कहा कि भारतनेट परियोजना के पहले चरण को पूरा कर लिया गया है और देश में 1 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर बिछा दिए गए हैं. सरकार ने आशा व्यक्त की है कि भारत नेट परियोजना के दूसरे चरण (2nd phase) में अतिरिक्त 1.5 लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान की जा सकेगी और यह कार्य 2018 के दिसंबर महीने से पहले पूरा कर लिया जायेगा. पर यह BharatNet (भारत नेट) प्रोजेक्ट है क्या? चलिए जानते हैं इसके details और features.

वर्तमान स्थिति

भारत नेट परियोजना, जिसे पहले राष्ट्रीय ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क (NOFN) कहा जाता था, ने 2011 में कैबिनेट की मंजूरी प्राप्त की थी और 2013 के अंत तक इसे पूरा करने की समय-सीमा निर्धारित की गई थी. इसे बाद में यूपीए सरकार ने सितंबर 2015 तक स्थगित कर दिया था. एनडीए सरकार ने परियोजना की स्थिति की फिर से जांच की और 2016 के आखिर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा. इसके बाद पुनः भारत नेट परियोजना (BharatNet Project) को पूरा करने के लिए दिसम्बर 2018 तक का deadline दिया गया है. 31 दिसंबर, 2017 तक, देश भर में 2,54,895 km. optical fiber cable (OFC) बिछा लिए गए थे जो 1,09,926 ग्राम पंचायत (GP) को कवर करते हैं.

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यह विश्व का सबसे बड़ा ग्रामीण broadband सम्पर्क का कार्यक्रम है. यह शत-प्रतिशत Make in India के तहत कार्यान्वित किया जा रहा है अर्थात् इसमें कोई विदेशी कंपनी का सहयोग नहीं लिया जा रहा है है. इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य मौजूदा ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क को पंचायत स्तर तक पहुँचा देना है. सरकार ने इस नेटवर्क को दूरसंचार सेवा के लिए उपलब्ध कराया है और ग्रामीण क्षेत्रों में आवाज, डेटा और वीडियो के संचरण के लिए एक राजमार्ग के रूप में नेटवर्क की परिकल्पना की है. इस परियोजना का उद्देश्य राज्यों और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी करके ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में नागरिकों और संस्थानों को सस्ती ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करना है.

Fiber Optics क्या होता है?

fiber cableFiber optics एक ऐसी तकनीक है जो डेटा संचारित करने के लिए कांच (या प्लास्टिक) के धागों (फाइबर) का उपयोग करती है. फाइबर ऑप्टिक केबल के अन्दर कांच के धागे का एक बंडल होता है, जिनमें से प्रत्येक fiber प्रकाश तरंगों पर मिश्रित संदेशों को प्रेषित करने में सक्षम होता है.

BharatNet परियोजना का तीसरा चरण 2019 से 2023 तक चलाने का प्रस्ताव है. इसमें निम्लिखित प्रावधान (provisions) किए जायेंगे – 

  1. अत्याधुनिक नेटवर्क जो भविष्य में किसी तकनीकी खराबी से मुक्त होगा.
  2. जिलों और प्रखंडों के बीच में fiber cables बिछाये जायेंगे.
  3. इसमें ring topology का उपयोग किया जायेगा जिससे कि व्यर्थ का संचरण रोका जाए.

भारतनेट के द्वारा डाली हुई broadband से भारत सरकार की अन्य योजनाओं को चलाने में भी सहायता मिलेगी, जैसे – भारतमाला, सागरमाला, समर्पित भारवाहक कॉरिडोर (Dedicated Freight Corridors), औद्योगिक कॉरिडोर, उड़ान (UDAN-RCS), Digital India आदि.

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Source: PIB (Hindi), Wikipedia, Indian Express

 

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