Bharat mein rashtrawad ke uday ke karnon ko likhen 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में भारतीयों में राष्ट्रीय राजनीतिक चेतना का विकास बहुत तीव्र गति से हुआ. फलस्वरूप भारत में एक संगठित राष्ट्रीय आन्दोलन का सूत्रपात हुआ. भारतीय राष्ट्रवाद कुछ सीमा तक उपनिवेशवादी नीतियों तथा उन नीतियों से उत्पन्न भारतीय प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप ही उभरा था. पाश्चात्य शिक्षा का विस्तार, मध्यवर्ग … Read More
होमरूल आन्दोलन – Home Rule League in Hindi
होमरूल आन्दोलन – Home Rule League in Hindi आज हम लोग होमरूल लीग की स्थापना किन परिस्थतियों में हुई और इस आन्दोलन पतन कैसे हुआ, इसकी चर्चा करने वाले हैं. पृष्ठभूमि | Home rule movement in Hindi प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भारत में लोकमान्य तिलक तथा एनी बेसेंट द्वारा स्थापित होमरूल लीग एक महत्त्वपूर्ण राष्ट्रवादी प्रतिक्रिया थी. प्रथम विश्व … Read More
लखनऊ समझौता – 1916 (Lucknow Pact) | Lakhnau samjhota
लखनऊ समझौता – 1916 (Lucknow Pact) | Lakhnau samjhota वर्ष 1916 का कांग्रेस अधिवेशन लखनऊ में आयोजित हुआ, जिसकी अध्यक्षता नरमपंथी नेता अम्बिका चरण मजुमदार ने की थी. गरमपंथियों का कांग्रेस में फिर से शामिल होना तथा लीग के साथ समझौता इस अधिवेशन की प्रमुख उपलब्धि थी. कांग्रेस के दोनों धड़ों को आभास हो गया था कि पुराने विवादों को … Read More
सविनय अवज्ञा आन्दोलन | Dandi March in Hindi
Civil disobedience movement in Hindi नमस्कार मित्रों! आज हम सविनय अवज्ञा आन्दोलन (Civil Disobedience Movement) और दांडी मार्च (Dandi Yatra) के बारे में पढेंगे. असहयोग आन्दोलन के पश्चात् भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का संघर्ष चलता रहा और 1930 ई. तक कांग्रेस ने भारत की स्वतंत्रता के लिए सरकार से कई माँगें कीं, लेकिन कांग्रेस की सभी माँगें सरकार द्वारा ठुकरा दी … Read More
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) का जन्म | Indian National Congress in Hindi 2025
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) का जन्म | Indian National Congress in Hindi 1857 की क्रांति के पश्चात् भारत में राष्ट्रीयता की भावना का उदय तो अवश्य हुआ लेकिन वह तब तक एक आन्दोलन का रूप नहीं ले सकती थी, जबतक इसका नेतृत्व और संचालन करने के लिए एक संस्था मूर्त रूप में भारतीयों के बीच नहीं स्थापित होती. सौभाग्य से … Read More
भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति में सहायक तत्त्व
bharat ke swatantrata prapti mein sahayak tatvon ki vivechana karen भारत की स्वतंत्रता एक महान ऐतिहासिक घटना है. यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व में 62 वर्षों के संघर्ष का परिणाम है. अन्य देशों के स्वतंत्रता संग्राम से इसकी प्रकृति भिन्न है. यह मुख्यतः एक अहिसंक लड़ाई थी. इसने न तो प्रधानमन्त्री एटली और मजदूर दल की उदारता का परिणाम … Read More
साम्प्रदायिक पंचाट – Communal Award in Hindi | Sampradayik panchayat
16 अगस्त, 1932 की ब्रिटिश प्रधानमंत्री रेम्जे मेकडोनाल्ड ने “साम्प्रदायिक पंचाट” या “साम्प्रदायिक निर्णय” (Communal Award or Macdonald Award) की घोषणा की. यह अंग्रेजों द्वारा भारत में अपनाई गई “फूट डालो और राज करो” की नीति का एक अन्य उदाहरण था. साम्प्रदायिक पंचाट | sampradayik panchayat भारतीय राष्ट्रवाद के विकास को दबाने के लिए अंग्रेजों ने बल प्रयोग के अतिरिक्त … Read More
भारतीय परिषद अधिनियम, 1892 – Indian Council Act
1861 के बाद भारत की अर्थव्यवस्था, सार्वजनिक सेवाओं, स्थानीय-स्वशासन आदि क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण घटनाएँ हुईं. इन घटनाओं के फलस्वरूप भारतीयों में बड़ी उत्तेजना फैली और उनमें राजनीतिक चेतना तथा राष्ट्रीयता का विकास हुआ. 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का जन्म हुआ. इसने संवैधानिक सुधारों की मांग की. इन घटनाओं तथा माँगों के फलस्वरूप ब्रिटिश संसद ने 1892 का भारतीय परिषद … Read More
[कालक्रम] Modern History Important Topics Part 3
आगामी परीक्षा के लिए आधुनिक इतिहास के कुछ शोर्ट नोट्स पॉइंट के रूप में दे रहा हूँ. इस नोट्स को आप रिवीजन नोट्स भी कह सकते हैं. वैसे हम लोगों ने कई बार ऐसे पोस्ट डाले हैं. आप उन्हें इन दोनों लिंक में ढूँढ़ सकते हैं – History Notes in Hindi Modern India Notes in Hindi Modern History Short Notes … Read More
सरदार पटेल और रियासतों का एकीकरण और विलय
भारतीय रियासतें क्या थीं? औपनिवेशिक भारत में, करीब-करीब इसका 40% भूभाग छोटे या बड़े ऐसे 56 रियासतों द्वारा घिरा था, जिस पर शासन करने वाले राजाओं को ब्रिटिश पारामाउंटसी (सर्वोच्चता) के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की स्वायत्तता प्राप्त थी. अंग्रेजी शासन उन्हें अपनी जनता से बचाने के साथ-साथ बाहरी आक्रमणों से तब तक बचाती थी, जब तक कि वे अंग्रेजों की … Read More