आर्थिक पुनरुत्थान (Economic Recovery) की आकृतियां

Sansar LochanSector of Economy

अधिकांश अर्थशास्त्रियों में इस बात को लेकर सहमति है कि चालू वित्तीय वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था सिकुड़ जायेगी. यदि मतभेद है तो इस बात को लेकर कि यह सिकुड़न कितनी होगी. कुछ लोग कहते हैं कि -4% तो अन्य कहते हैं -14%. कई अर्थशास्त्रियों का यह मत है कि इस वर्ष अर्थव्यवस्था न्यूनतम धरातल तक पहुँच जायेगी, परन्तु अगले वित्तीय … Read More

राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (NIP) क्या है और इसका महत्त्व क्या है?

Sansar LochanSector of Economy

प्रधानमन्त्री के द्वारा 2024-25 तक भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प के अनुरूप वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 102 लाख करोड़ रु. के राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (National Infrastructure Pipeline – NIP) का पिछले दिनों अनावरण किया है. पृष्ठभूमि वित्त मंत्रालय ने आर्थिक मामले के सचिव की अध्यक्षता में एक कार्यदल गठित किया है जो … Read More

स्थायी विदेशी कार्यालय क्या है? Permanent Foreign Establishment in Hindi

Sansar LochanPIB Hindi, Sector of Economy

Profit Attribution to Permanent Establishment(PE) in India / विदेशी कम्पनियों के भारत में स्थित स्थायी कार्यालयों से होने वाली आय पर करारोपण भारत में स्थायी कार्यालय को लाभ-वितरण (Profit Attribution to Permanent Establishment – PE) के विषय में तैयार एक प्रतिवेदन पर केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने सभी हितधारकों से मंतव्य माँगा है. पृष्ठभूमि दोहरा कराधान निवारण समझौते (Double … Read More

[Sansar Editorial] रुपये में गिरावट (Falling Rupee) के कारण, प्रभाव और उठाये जाने योग्य कदम

Sansar LochanEconomics Notes, Sansar Editorial 2018, Sector of Economy

हाल ही में भारतीय रुपये के मूल्य में गिरावट आई और यह पहली बार 71 रु./डॉलर के स्तर से भी नीचे चला गया. इस पोस्ट के जरिये हम रुपये के मूल्य में इस गिरावट के कारण को जानने की कोशिश करेंगे और इससे भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ सकता है, यह भी जानेंगे. साथ-साथ यह भी चर्चा करेंगे कि … Read More

[Sansar Editorial] सागरमाला परियोजना – जलमार्ग विकास Project

Sansar LochanEconomics Notes, Govt. Schemes (Hindi), Sansar Editorial 2018, Sector of Economy

सदियों से नदियों का प्रयोग माल और जन-परिवहन के लिए किया जाता रहा है. आज भी नदियों के जरिये भारी सामानों की ढुलाई सड़क या रेल के मुकाबले सस्ती और कम प्रदूषण फैलाने वाली होती है. एक सदी पहले तक गंगा नदी भी एक व्यस्त जलमार्ग थी. रेलवे के विकास के साथ इसका प्रयोग लगभग ख़त्म ही हो गया है. … Read More

CPI, WPI, IIP और GDP Deflator: Inflation के मापक in Hindi

Sansar LochanEconomics Notes, Sector of Economy

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आज हम CPI, IIP, WPI और GDP Deflator के विषय में जानेंगे. ये तीनों tools का प्रयोग भारत (India) में inflation को नापने के लिए किया जाता है. भारत में महंगाई (inflation) को कैसे measure किया जाए? तीन प्रकार से:– WPI (थोकमूल्य सूचकांक) CPI (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) GDP Deflator सरकार राजकोषीय नीति बनाने के लिए, आर्थिक नीति बनाने किये इन … Read More