जलवायु परिवर्तन से बंगाल टाइगर के अस्तित्व पर खतरा

Sansar LochanClimate Change

Bengal tigers may not survive climate change संयुक्त राष्ट्र के एक प्रतिवेदन के अनुसार विश्व में लगभग पाँच लाख स्थलीय प्रजातियों के प्राकृतिक आवास पर खतरा होने के कारण उनका बच पाना प्रश्न के घेरे में आ गया है. प्रतिवेदन के मुख्य निष्कर्ष प्रमुख कारण : जलवायु परिवर्तन और समुद्र का उठता हुआ स्तर कई प्रजातियों के जीवन पर खतरा … Read More

[Sansar Editorial] कार्बन उत्सर्जन की रोकथाम में मिट्टी की उपयोगिता

Sansar LochanClimate Change, Environment and Biodiversity, Sansar Editorial 2018

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बिजली, यातायात और उद्योग क्षेत्रों में होने वाले ग्रीन हाउस गैस (GSG) के उत्सर्जन को रोकने के प्रयास किये जाते रहे हैं. अब  इस सन्दर्भ में एक नई अवधारणा सामने आई है. वैज्ञानिक अब इस विषय में रुचि ले रहे हैं कि कैसे मिट्टी का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड को खपाने में किया जाए. जैसा कि हम जानते हैं कि आज की तिथि में वातावरण में … Read More

तलानोआ संवाद – Talanoa Dialogue 2017 (COP23)

Sansar LochanClimate Change, Environment and Biodiversity

16 नवम्बर, 2017 को जर्मनी के बॉन (Bonn) में अंतर्राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन सम्मलेन (UNFCCC) का आयोजन किया गया था. अंतर्राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन (Climate Change Conference) या COP23 की अध्यक्षता फिजी सरकार (Fiji Government) ने की थी. इस सम्मलेन के अंत में तालानोआ संवाद (Talanoa Dialogue) के लिए एक कार्ययोजना प्रस्तुत की गई. यह कार्ययोजना वर्ष भर चलेगी जिसमें जलवायु से सम्बन्धित … Read More

पराबैंगनी किरण ओजोन परत को किस तरह प्रभावित कर रही है?

Sansar LochanClimate Change, Environment and Biodiversity

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[vc_row][vc_column][vc_column_text]ओजोन ऑक्सीजन के तीन अणुओं से बनी जीवन रक्षक गैस है, जो पृथ्वी को एक नाजुक परदे की तरह लपेटे हुए है. यह ओजोन परत पृथ्वी की तथा इसमें रहने वालों की सूर्य की घातक पराबैंगनी किरणों से रक्षा कर रही है. आज हम इसी टॉपिक पर बात करने वाले हैं कि पराबैंगनी किरणें (ultraviolet rays) किस प्रकार ओजोन परत … Read More

फैक्ट्स ऑफ Global Warming in Hindi: तथ्य, कारण और प्रभाव

Sansar LochanClimate Change, Environment and Biodiversity

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मानव समाज भले ही विकसित हो रहा हो मगर उसके इस विकास के इंजन ने पृथ्वी को इतना कलुषित कर दिया है कि अब साँस लेना भी मुश्किल हो गया है. ग्लेशियर पिघल रहे हैं, जल-स्तर बढ़ रहा है, गर्मी पूरी धमक के साथ अपनी मौजूदगी दर्ज कराने लगी है. स्वयं को पृथ्वी का सर्वश्रेष्ठ जीव मानने वाले मनुष्य ने … Read More