एशिया प्रशांत ड्रोसोफिला शोध सम्मेलन (APDRC) – ड्रोसोफिला क्या है?

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एशिया प्रशांत ड्रोसोफिला शोध सम्मेलन (Asia Pacific Drosophila Research Conference – APDRC) का पाँचवाँ सत्र पुणे के भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं शोध संस्थान (Indian Institute of Science Education and Research – IISER) में आयोजित हो रहा है. यह सम्मेलन भारत में पहली बार होने जा रहा है. इस सम्मेलन के पहले के चार सत्र ताइपेई, सियोल, बीजिंग और ओसाका में … Read More

इंडिया स्टेट ऑफ़ फारेस्ट रिपोर्ट 2019 – राज्यों का प्रदर्शन

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भारत में वनों की दशा से सम्बंधित 2019 (India State of Forest Report 2019) का प्रतिवेदन प्रकाशित हो गया है. वनों की दशा से सम्बंधित 2019 प्रतिवेदन के मुख्य निष्कर्ष विगत दो वर्षों में पेड़ और जंगल 5,188 वर्ग किलोमीटर बढ़ गये हैं. 2017 के आकलन के पश्चात् देश में कार्बन के भंडार में 42.6 मिलियन टन की बढ़ोतरी हुई … Read More

इकोक्लब क्या हैं? – National Green Corps ‘Ecoclub’ in Hindi

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पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने देश भर के लिए एक कार्यक्रम बनाया है जिसका पिछले दिनों अनावरण हुआ. इस कार्यक्रम का अनिवारण राष्ट्रीय हरित कोर्ज (National Green Corps – NGC) के पर्यावरण, शिक्षा, जागरूकता एवं प्रशिक्षण (Environment Education Awareness and Training – EEAT) कार्यक्रम के अंतर्गत हुआ. यह कार्यक्रम इकोक्लब (Ecoclubs) के नाम से भी जाना जाता है. … Read More

यूरोपीय ग्रीन डील क्या है? जलवायुगत तटस्थता (Climate neutrality) का अर्थ

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हाल ही में सम्पन्न वार्षिक मैड्रिड जलवायु वार्ता से हटकर यूरोपीय संघ ने यह घोषणा की कि वह जलवायु परिवर्तन के विषय में कुछ और उपाय लाने जा रहा है. इन उपायों को यूरोपीय ग्रीन डील (European Green Deal) कहा जा रहा है. यूरोपीय ग्रीन डील के मुख्य तथ्य जलवायुगत तटस्थता (Climate neutrality): यूरोपीय संघ ने वचन दिया है कि … Read More

EChO नेटवर्क क्या है और यह कैसे काम करता है?

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बहुशास्त्रीय नेतृत्व (cross-disciplinary leadership) को प्रोत्साहन देने के लिए भारत सरकार ने ECho नेटवर्क (EChO Network) नामक एक नेटवर्क का आरम्भ किया है. इसका उद्देश्य पर्यावरण से सम्बंधित ज्ञान में विद्यमान कमियों का पता लगाना और फिर इन विषयों पर पोस्ट-डाक्टोरल अनुसंधान हेतु प्रशिक्षण देना है और साथ ही वर्तमान में इस दिशा में किये गये सार्वजनिक एवं निजी प्रयासों … Read More

अटल भूजल योजना के बारे में विस्तृत जानकारी

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भारत सरकार का जल शक्ति मंत्रालय अटल भूजल योजना (Atal Bhujal Yojana – ABHY) नामक एक केन्द्रीय प्रक्षेत्र की योजना चला रहा है जिसके लिए विश्व बैंक से 6,000 करोड़ रु. मिलेंगे. इसमें भारत सरकार और विश्व बैंक आधा-आधा पैसा लगा रहे हैं. इस योजना का उद्देश्य देश में उन क्षेत्रों में भूजल के प्रबंधन को सामुदायिक सहयोग से सुधारना … Read More

वैश्विक जलवायु जोखिम सूचकांक 2020 – Global Climate Risk Index

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जर्मनवाच नामक अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण से सम्बंधित थिंकटैंक ने पिछले दिनों 2020 का वैश्विक जलवायु जोखिम सूचकांक (Global Climate Risk Index 2020) प्रकाशित कर दिया. प्रतिवर्ष छपने वाले इस सूचकांक में यह दर्शाया जाता है कि आंधी, बाढ़, लू आदि मौसम से जुड़ी आपदाओं का विभिन्न देशों पर कितना दुष्प्रभाव पड़ा है. ज्ञातव्य है कि जर्मनी के बॉन और बर्लिन नगरों … Read More

[Sansar Editorial] वातावरण में फैलता नाइट्रस ऑक्साइड कितना खतरनाक?

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नवीन शोध के अनुसार, नाइट्रस ऑक्साइड पूर्व में किये गये अनुमान की तुलना में वातावरण में अधिक मात्रा में फैल रही हैं. इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर एप्लाइड सिस्टम्स एनालिसिस (आईआईएएसए) के वैज्ञानिकों के नए शोध के अनुसार नाइट्रस ऑक्साइड के उत्सर्जन में यह वृद्धि कृषि पद्धतियों और नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों के लगातार बढ़ते प्रयोग से हुआ है. विदित हो कि नॉर्वेजियन … Read More

[Sansar Editorial] IPCC प्रतिवेदन में कार्बन उत्सर्जन के विषय में व्यक्त चिंताएँ

LochanClimate Change, Sansar Editorial 2019

पिछले दिनों जलवायु परिवर्तन से सम्बंधित अंतर्राष्ट्रीय पैनल (Intergovernmental Panel on Climate Change – IPCC) ने अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जिसमें कार्बन उत्सर्जन के विषय में कई चिन्ताएँ व्यक्त की गईं. IPCC प्रतिवेदन में व्यक्त चिंताएँ 2030 तक पूरे विश्व में कार्बन उत्सर्जन को 2010 वर्ष के स्तर से 45% नीचे लाना अनिवार्य होगा जिससे कि 2050 तक उत्सर्जन को … Read More

[Sansar Editorial] प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग से प्रदूषित हो रहा पर्यावरण

LochanEssay, Pollution, Sansar Editorial 2018

विश्व पर्यावरण दिवस की वैश्विक मेजबानी इस बार भारत को मिली है और हमारे कन्धों पर अब दुनिया को प्लास्टिक से मुक्त बनाने की जिम्मेदारी है. आज हम प्लास्टिक के जानलेवा असर की बात करेंगे. प्लास्टिक हमारी जिंदगी का आवश्यक हिस्सा बन चुका है. प्लास्टिक ने हमारा जीवन जितना आसान किया है उतना ही इसकी वजह से हमें कई मुश्किलों … Read More