मुगल सम्राटों ने संगीत के क्षेत्र में भी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया. उन्होंने संगीत को राज्याश्रय देकर उसे प्रोत्साहित किया. चलिए जानते हैं कि मुगलकालीन संगीत कला का विभिन्न शासकों के समय क्या हाल-चाल था! मुगलकालीन संगीत कला बाबर स्वयं संगीत प्रेमी था. उसकी आत्मकथा (तुज्क-ए-बाबरी), में अनेक स्थलों पर संगीत गोष्ठियों का उल्लेख मिलता है. उसने स्वयं कई गीत लिखे … Read More
नूरजहाँ से जुड़े तथ्य : मुगल शासन पर प्रभुत्व
नूरजहाँ मिर्जा ग्यास बेग की पुत्री थी जो मूलतः एक ईरानी था. नूरजहाँ का असली नाम मेहरुन्निसा था. नूरजहाँ का पिता मिर्जा ग्यास बेग अकबर के काल में आगरा आया और धीरे-धीरे उसने अपनी योग्यता और बुद्धि के बल पर 300 का मनसब प्राप्त किया. कालान्तर में उसे काबुल का दीवान बना दिया गया. नूरजहाँ एक सुन्दर और बुद्धिमान स्त्री … Read More
अलबरूनी का भारत वर्णन – Alberuni’s Description of India
अबु रेहान अलबरूनी, जिसका असली नाम मुहम्मद बिन अहमद था, रवीवा (आजकल रवीवा रूस का एक प्रसिद्ध नगर है) का निवासी था वह 973 ई. में पैदा हुआ. वह एक एक फ़ारसी विद्वान लेखक, वैज्ञानिक, धर्मज्ञ तथा विचारक था. जब महमूद गजनवी ने 1037 ई. में रवीवा प्रदेश (जो उस समय ख्वारिज्म राज्य में था) को जीता तो महमूद ने … Read More
अकबर की Rajput Policy और उसकी समीक्षा
आज के इस पोस्ट में हम अकबर की राजपूत नीति (Rajput Policy/niti) की चर्चा और समीक्षा करेंगे. भूमिका भारतीय समाज और इतिहास के निर्माण में राजपूतों का योगदान अत्यंत महत्त्वपूर्ण था. राजपूत वीरता, साहस, स्वाभिमान, स्वतंत्रता में अद्वितीय माने जाते थे. स्वाभिमान और स्वतंत्रता की रक्षा के नाम पर वे कटने-मरने के लिए तैयार रहते थे. पूर्व के तुर्क सुल्तानों … Read More
मुगल साम्राज्य के पतन के कारण – Causes of the Decline of Mughal Empire
बाबर द्वारा स्थापित मुग़ल साम्राज्य अकबर, जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब के शासनकाल में मध्याह्न सूर्य की तरह अपनी प्रखर किरणों से भारतीय इतिहास को चकाचौंध कर डाला. परन्तु औरंगजेब की मृत्यु के बाद मुग़ल साम्राज्य रूपी सूर्य धीरे-धीरे अस्ताचल की ओर बढ़ने लगा. विशाल मुग़ल साम्राज्य पहले की तुलना में केवल छायामात्र रह गया. मुग़ल साम्राज्य रूपी वृक्ष की शाखाएँ … Read More
शेरशाह का प्रारम्भिक जीवन – Early life of Shershah
पानीपत और घाघरा की लड़ाई में विजय प्राप्तकर बाबर ने न केवल एक नए राजवंश की स्थापना की बल्कि अफगान शक्ति किक रीढ़ तोड़ डाली थी. दो बार की पराजय के फलस्वरूप अफगान शक्ति की रीढ़ तोड़ डाली थी. दो बार की पराजय के फलस्वरूप अफगान शक्ति बिखर चुकी थी. अफगान जातिगत स्वभाव के कारण क्रूर था. बचे-खुचे अफगान हताश … Read More
हुमायूँ का प्रारंभिक जीवन और राज्यारोहण
आपका History Revision में स्वागत है. इस लेख के नीचे Revision Series का लिंक दिया है, आप वहाँ जाकर सारे आर्टिकल्स पढ़ सकते हैं. बाबर द्वारा नवनिर्मित मुग़ल साम्राज्य अस्थिर और संकटपूर्ण था. सैनिक शक्ति के बल पर नए साम्राज्य की आधारशिला राखी गई थी. मुग़ल साम्राज्य की जड़ कमजोर थी. विरासत के रूप में हुमायूँ को जो साम्राज्य प्राप्त … Read More
भारत में मुगल सत्ता की स्थापना : बाबर के युद्ध
जैसा कि आप जानते होंगे कि आगामी Civil Services परीक्षा 2018 के लिए हम history revision series चला रहे हैं. कल हमलोगों ने संक्षेप में बाबर के आक्रमण के पूर्व भारत की स्थिति कैसी थी, वह पढ़ा (Click here to read). आज हम बाबर के प्रारम्भिक जीवन, उसके आक्रमण, काबुल-विजय, पानीपत का प्रथम युद्ध, उसकी सफलता आदि कई पहलुओं पर … Read More
बाबर के आक्रमण के पूर्व का भारत – India Before Babar’s Invasion
परीक्षा की तिथि निकट आ रही है. इसलिए सोच रहा हूँ कि History Notes का revision करना जरुरी है. आज हम बाबर के आक्रमण के पूर्व का भारत (India Before Babar’s Invasion) के विषय में पढेंगे. भारत में जब-जब केन्द्रीय शक्ति का ह्रास हुआ और नए-नए स्वतंत्र राज्यों की स्थापना की गई तब-तब विदेशी आक्रमणकारियों ने विभाजित परिस्थिति का लाभ … Read More
शाहजहाँ का शासनकाल : मुग़ल साम्राज्य का स्वर्णयुग?
शाहजहाँ का शासनकाल 1628 ई. से 1658 ई. (according to wikipedia) तक था. ऐसा कहा जाता है कि उसके तीस वर्ष के शासन में भारत की समृद्धि में काफी बढ़ोतरी हुई थी. प्रारम्भ में विद्रोह, सुदूर सीमावर्ती एवं मध्य एशिया पर आक्रमण तथा दक्षिण राज्यों के विरुद्ध सैनिक अभियान के फलस्वरूप राजस्व के बहुत बड़े भाग का अपव्यय हुआ था … Read More