आज हम ल्हासा की संधि (Treaty of Lhasa) के बारे में जानेंगे. यह कब हुआ, किनके बीच और किन परिस्थतियों (causes) में हुआ, इन सब के विषय में चर्चा करेंगे. भूमिका लॉर्ड कर्जन की तिब्बत सम्बन्धी नीति उसके वायसराय काल की एक महत्त्वपूर्ण घटना है. गवर्नर जनरल लॉर्ड वारेन हेस्टिंग्स के समय में ब्रिटिश सरकार तिब्बत के साथ व्यापारिक सम्बन्ध … Read More
अशोक के विषय में स्मरणीय तथ्य : Important Facts about Ashoka
आज हम अशोक के विषय में महत्त्वपूर्ण तथ्यों को आपके सामने रखने वाले हैं जो प्वाइंट वाइज लिखे गए हैं. ये फैक्ट्स आपके विभिन्न परीक्षाओं में बहुत काम आयेंगे. राजा अशोक के बारे में जानकारियां prelims परीक्षा को ध्यान में रखकर आपके साथ साझा की जा रही हैं. अशोक के विषय में Important Facts अशोक का सर्वाधिक पसंदीदा पंक्षी मयूर था. अशोक … Read More
प्रमुख भारतीय बंदरगाह : Important Ports in Indian History
अति प्राचीन काल में ही मनुष्य ने नाव बनाना सीख लिया था और इसका प्रयोग कर समुद्री यात्रा करना आरम्भ कर दिया था. इसकी यात्राओं का उद्देश्य मुख्यतः व्यापार ही होता था. ये नावें जिन तटों से निकलती थीं उन तटों की आकृति ऐसी थी कि उन्हें आसानी से स्थिर जल में लगाया जा सके. ऐसे स्थानों को बंदरगाह कहा जाता था. सिन्धु … Read More
चित्तरंजन दास (1870-1925 ई.) Biography in Hindi
चित्तरंजन दास का प्रारम्भिक जीवन (Biography) बंगाल के इने-गिने प्रसिद्ध वकीलों में देशबन्धु चित्तरंजन दास का नाम था. उनका जन्म 1870 ई. में मुंशीगंज जिले, बांग्लादेश में हुआ था. उनके पिता का नाम भुवन मोहन दास और माता का नाम निस्तारिणी देवी था. इनका जन्म एक वैद्य-ब्राहमण परिवार में हुआ था. कांग्रेस के प्रति आकर्षण होने के बाद चित्तरंजन दास … Read More
पंडित मोतीलाल नेहरू (1861-1931) Biography in Hindi
मोतीलाल नेहरू का प्रारम्भिक जीवन पंडित मोतीलाल नेहरू का जन्म 6 मई, 1861 ई. को हुआ था. मोतीलाल नेहरू के पूर्वज कश्मीर से आकर इलाहाबाद में बस गए थे. मोतीलाल नेहरू उत्तर प्रदेश के एक प्रसिद्ध वकील थे. उन्होंने स्वदेशी आन्दोलन से आकृष्ट होकर राजनीति में प्रवेश किया. उन्होंने 1912 ई. में इन्डेपेंडेंट (Independent) नामक एक पत्र का प्रकाशन इलाहाबाद से … Read More
पुराण – 18 Purana का संक्षिप्त विवरण in Hindi
प्राचीन संस्कृत-साहित्य में पुराण-साहित्य बहुत विशाल और गौरवमय है. वेदों के बाद पुराणों की ही मान्यता है. पुराणों को एक प्रकार से भारतीय सभ्यता, संस्कृति, राजनीति, भूगोल, इतिहास आदि का विश्वकोष कहा जा सकता है. चलिए जानते हैं पुराणों के बारे में. पुराणों के कितने भाग थे और उनकी संख्या कितनी थी. purana के 18 भागों की संक्षिप्त चर्चा भी … Read More
सूफी मत – सूफी विचारधारा (Sufism in Hindi)
भारत में आने से पहले सूफी मत ने स्वयं को पूर्ण रूप से विकसित कर लिया था. बारहवीं सदी में भारत में आने से पूर्व तक इसमें प्रार्थना-उपवास, मन्त्र-पूजा, पीर-मुरीद आदि सभी परम्परायें विकसित हो चुकी थीं. चलिए जानते हैं सूफी मत भारत में कब आया और इसके प्रवर्तकों कौन थे? इस आर्टिकल में हम सूफी सिलसिले (Sufi Orders) के … Read More
प्राचीन भारत के ग्रन्थ और उनके लेखक (Ancient Indian Writers)
आज हम आपके सामने प्राचीन भारत (Ancient India) में रचित संस्कृत, पाली, प्राकृत व अन्य भाषाओं के ग्रन्थ और उनके लेखकों (writers) के नाम बताने वाले हैं. अक्सर परीक्षा में MCQ के रूप में या match the following के रूप में books और writers (written by) से सम्बंधित सवाल आते हैं. यह लिस्ट मैंने सोच-समझकर तैयार की है, फिर भी … Read More
अलीगढ़ आन्दोलन – Aligarh Movement in Hindi
अलीगढ़ आन्दोलन के जनक सर सैयद अहमद खां थे. यह आन्दोलन सर सैयद खां के नेतृत्व में शुरू किया गया था. इन्होंने समाज सुधार और आधुनिक शिक्षा, वैज्ञानिक और तकनीकी विकास पर अधिक जोर दिया था. चलिए जानते हैं अलीगढ़ आन्दोलन (Aligarh Movement) के विषय में in Hindi. इस आन्दोलन के प्रणेता/जनक कौन थे, यह कब शुरू हुआ आदि की भी चर्चा … Read More
मौर्यकालीन अधिकारी और उनके कार्य – Mauryan Officers
मौर्यकालीन प्रशासनिक व्यवस्था (Mauryan Administrative System) की जानकारी हमें मुख्य रूप से कौटिल्य के अर्थशास्त्र और आंशिक रूप से अशोक के शासनादेशों (शिलालेख, स्तम्भ लेख आदि) से मिलती है. यूनानी विवरणों में भी कुछ मौर्यकालीन अधिकारीयों (mauryan officers) के नाम आते हैं. अर्थशास्त्र में मौर्य शासन की विस्तृत जानकारी दी गई है. इससे पता चलता है कि उस समय शासन की एक सुदृढ़ व्यवस्था थी जिसके बल … Read More