रचनाधर्मी नगरों का नेटवर्क – UNESCO Creative Cities Network (UCCN) in Hindi

Sansar LochanGovernance

UNESCO creative cities network (UCCN)

पिछले दिनों वियेतनाम की सरकार ने एक समारोह आयोजित कर के यह घोषणा की कि वहाँ की राजधानी हनोई UNESCO के रचनाधर्मी नगरों के नेटवर्क (UNESCO Creative Cities Network – UCCN) में शामिल होने जा रहा है. ज्ञातव्य है कि इस नेटवर्क में अभी तक विश्व के 246 नगर शामिल हो चुके हैं.

रचनाधर्मी नगरों का नेटवर्क (UCCN) क्या है?

  • यह UNESCO द्वारा 2004 में निर्मित एक पहल है जिसका उद्देश्य ऐसे नगरों के बीच सहकारिता को बढ़ावा देना है जिन्होंने सतत शहरी विकास के लिए रचनाधर्मिता को एक रणनीतिक उपकरण के रूप में अपनाया है.
  • UCCN इस बात पर बल देता है कि स्थानीय स्तर पर बनने वाले विकास के कार्यक्रमों में रचनाधर्मिता और संस्कृति से जुड़े उद्योगों को प्रधानता दी जाए और इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय पारस्परिक सहयोग हो.
  • UCCN के अन्दर आने वाले सात रचनाधर्मी क्षेत्र हैं – शिल्प एवं लोक कलाएँ, मीडिया कलाएँ, फिल्म, रूपांकन, खान-पान, साहित्य एवं संगीत.

जो नगर इस नेटवर्क में आते हैं उनको यह वचन देना होता है कि वे अपने-अपने यहाँ प्रचलित सर्वोत्तम प्रथाओं के विषय में एक-दूसरे को जानकारी देंगे और सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्रों के साथ-साथ सिविल सोसाइटी से जुड़ी भागीदारियाँ विकसित करते हुए निम्नलिखित लक्ष्य सिद्ध करेंगे –

  1. सांस्कृतिक गतिविधियों, वस्तुओं और सेवाओं का सृजन, उत्पादन, वितरण और प्रचार-प्रसार करना.
  2. रचनाधर्मिता एवं नवाचार के ऐसे गढ़ निर्मित करना जहाँ सांस्कृतिक रचनाधर्मियों और पेशेवरों को अधिक-से-अधिक अवसर मिल सके.
  3. सांस्कृतिक जीवन में प्रतिभागिता करने का अवसर सब को प्रदान करना, विशेषकर वंचित एवं कमजोर समूहों और व्यक्तियों को.
  4. सतत विकास योजनाओं के साथ संस्कृति और रचनाधर्मिता को पूर्णतः एकात्म करना.

नवम्बर 2019 तक, भारत में UCCN में आने वाले पाँच नगर हैं. ये नगर और उनकी प्रमुख रचनाधर्मिता (प्रवेश तिथि के साथ) निम्न प्रकार से हैं –

  1. जयपुर – शिल्प एवं लोक कलाएँ (2015)
  2. वाराणसी – संगीत (2015)
  3. चेन्नई – संगीत (2017)
  4. मुंबई – सिनेमा (2019)
  5. हैदराबाद – खान-पान (2019)
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