The Economist Intelligence Unit द्वारा प्रतिवर्ष निर्गत होने वाला लोकतंत्र सूचकांक (2019) प्रकाशित हो चुका है.
लोकतंत्र सूचकांक क्या है?
- इस सूचकांक 165 स्वतंत्र देशों और दो भूक्षेत्रों में लोकतंत्र की स्थिति का संक्षिप्त विवरण दिया जाता है.
- यह सूचकांक इन पाँच श्रेणियों पर आधारित है – चुनाव की प्रक्रिया और बहुलतावाद; नागरिक स्वतंत्रताएँ; सरकार का काम; राजनीतिक भागीदारी; तथा राजनीतिक संस्कृति.
- इन पाँच श्रेणियों के अन्दर भी 60 संकेतक होते हैं. सभी पर विचार कर के प्रत्येक देश को इन चार वर्गों में बाँटा जाता है – पूर्ण लोकतंत्र; त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र; संकर शासनतंत्र; तथा निरंकुश शासनतंत्र.
भारत का प्रदर्शन
- 2019 में भारत 10 स्थान घटकर 51वें पर आ गया.
- 2018 में 7.23 अंक मिले थे जबकि 2019 में इसे 6.90 अंक मिले हैं.
- 2006 में आरम्भ होने के पश्चात् लोकतंत्र सूचकांक में यह भारत का निम्नतम प्रदर्शन है.
- भारत को “त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र” श्रेणी में रखा गया है जिस श्रेणी में बांग्लादेश (5.88) भी आया है.
वैश्विक प्रदर्शन
- 9.87 अंकों के साथ सूचकांक में नॉर्वे को शीर्ष स्थान मिला है और उसे एक “पूर्ण लोकतंत्र” का दर्जा दिया गया है.
- नॉर्वे के अनंतर जो तीन देश सूचकांक में सबसे ऊपर हैं, वे हैं – आइसलैंड (9.58), स्वीडन (9.39) और न्यूज़ीलैण्ड (9.26).
- सूचकांक में जिन देशों को “पूर्ण लोकतंत्र” बतलाया गया है, उनमें जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम, फ़्रांस सम्मिलित हैं.
- 7.96 अंक के साथ अमेरिका को भी इस सूचकांक “त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र” बताते हुए भारत के साथ रखा गया है.
- 2019 में औसत वैश्विक अंक 2018 के 5.48 से गिरकर 5.44 हो गये जोकि 2006 के बाद सबसे अधिक गिरावट है.
- चीन (2.26) और उत्तर कोरिया (1 . 08) को “निरंकुश शासनतंत्र” की श्रेणी में रखा गया है. वस्तुतः उत्तर कोरिया सूचकांक में सबसे निचले स्थान पर है.
- 4.25 अंकों वाले पाकिस्तान को “संकर लोकतंत्र” की श्रेणी में डाला गया है.
- सूचकांक 2019 को एशिया का एक ऐसा कालखंड बताया गया है जो नाटक और उपद्रव से भरा हुआ रहा. विदित हो कि 2019 में होंगकोंग इस महादेश में प्रतिरोध का केंद्रबिंदु रहा.
Tags : Democracy Index 2019- features and performance of various countries, what is a flawed democracy? डेमोक्रेसी इन हिंदी.