पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय ने प्रत्येक वर्ष की भाँति इस बार भी ग्लोबल गो टू थिंक टैंक सूचकांक (Global Go To Think Tank Index) प्रकाशित कर दिया है. विदित हो कि विश्व में अधिकांश देशों में कई ऐसे संगठन होते हैं जो सरकार आदि को नीति-निर्माण में सहायता पहुंचाते हैं. इन्हें थिंक टैंक कहा जाता है. सबसे अधिक थिंक टैंक अमेरिका में (1,871) हैं. इसके बाद भारत का स्थान (509) आता है.
ग्लोबल गो टू थिंक टैंक सूचकांक क्या है?
- यह सूचकांक 2008 से प्रतिवर्ष निर्गत होता आया है.
- यह सूचकांक सार्वजनिक नीति संशोधन से सम्बंधित विश्लेषण और संग्लन संगठनों का मूल्यांकन करता है. इस मूल्यांकन से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय विषयों से सम्बंधित नीति उन्मुख शोध, विश्लेषण और परामर्श का सृजन होता है.
- इस सूचकांक का दावा है कि इसके बल पर नीति निर्माता और जन साधारण सार्वजनिक नीति के विषय में सोचे-समझे निर्णय लेते हैं.
थिंक टैंकों की रैंकिंग कैसे होती है?
इस सूचकांक में थिंक टैंकों के नामांकन और रैंकिंग के लिए निम्नलिखित मानदंडों पर विचार होता है – नेतृत्व, कर्मचारियों की प्रतिष्ठा, किये गये शोध एवं विश्लेषण की गुणवत्ता एवं प्रसिद्धि, उत्कृष्ट विद्वानों और विश्लेषकों की नियुक्ति और उनको अपने संग बनाए रखने की क्षमता, शैक्षणिक प्रदर्शन और ख्याति, नीति निर्माताओं पर थिंक टैंक के अनुसंधान एवं कार्यक्रमों की छाप तथा नीति निर्माताओं के बीच इसका सम्मान.
थिंक टैंकों का वैश्विक प्रदर्शन
- सूचकांक में शीर्षस्थ स्थान अमेरिका के Carnegie Endowment for International Peace को मिला है और उसके पश्चात् बेल्जियम के Bruegel and French Institute of International Relations (IFRI) का स्थान है.
- यूनाइटेड किंगडम के Chatham House को सूची में छठी रैंकिंग दी गई है.
भारतीय थिंक टैंकों का प्रदर्शन
- भारत की दृष्टि से सर्वोच्च रैंकिंग पाने वाला संस्थान Centre for Science and Environment (CSE) है जिसे इस बार 16वाँ स्थान मिला है जबकि पिछली बार इसका स्थान 18वाँ रहा था. सर्वश्रेष्ठ स्वतंत्र थिंक टैंकों की श्रेणी में CSE तीन स्थान ऊपर चढ़कर 123वें पर पहुँचा है. ऊर्जा एवं संसाधन नीति के प्रति समर्पित 60 संगठनों में CSE को 41वाँ स्थान मिला है.
- इस सूचकांक में भारत के Observer Research Foundation (ORF) ने 90 स्थानों की छलांग लगाई है और उसे 176 वैश्विक थिंक टैंकों में 27वाँ रैंक दिया गया है.
- जहाँ तक राजनीतिक दल से सम्बद्ध थिंक टैंकों का प्रश्न है, भारत के थिंक टैंकों में सबसे ऊँचा स्थान श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन को मिला है. वैसे वैश्विक सूची में इसका स्थान 38 संस्थानों में 31वाँ है.
- इस सूचकांक में 36वाँ और 37वाँ स्थान क्रमशः इंडिया फाउंडेशन तथा विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन को मिला है.
सूचकांक प्रतिवेदन में वर्णित कुछ बातें
इस प्रतिवेदन में बताया गया है कि आज विश्व में थिंक टैंकों को कुछ खतरों का सामना करना पड़ रहा है. प्रतिवेदन में आह्वान किया गया है कि थिंक टैंकों को चाहिए कि वे राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर भागीदारी विकसित करें तथा ऐसे नये और नवाचारी मंचों का सृजन करें जिनके माध्यम से सदा विस्तृत होते नागरिक श्रोता वर्ग, नीति निर्माताओं और व्यवसाय जगत को लाभ मिल सके.
Tags : Global Go To Think Tank Index 2019 in Hindi. All information about the index. Key findings and significance, ways and means to improve.