अपने कारखानों और आयुध भंडारों के लिए अभिकल्पित मॉडल – सरकारी स्वामित्व वाले ठेकेदारों के माध्यम से संचालित मॉडल (Government Owned Contractor Operated (GOCO) model) – को कार्यान्वित करने के लिए सेना ने संभावित उद्योगपतियों का पता लगाने की प्रक्रिया आरम्भ कर दी है. इसका उद्देश्य संचालन को पहले से अधिक कुशल बनाना है.
पृष्ठभूमि
युद्ध क्षमता में बढ़ोतरी करने और रक्षा व्यय को फिर से संतुलित करने के लिए ले. जनरल डीबी. शेकटकर (सेवा-निवृत्त) की अध्यक्षता में गठित एक समिति ने कई सुझाव दिए थे. GOCO मॉडल उन्हीं सुझावों में से एक है.
GOCO मॉडल कैसे काम करता है?
- इसके अन्दर सरकारी स्वामित्व वाली सम्पदाओं का संचालन निजी उद्योग करता है.
- इसमें निजी कम्पनियों को भूमि, मशीन और अन्य आवश्यक वस्तुओं के लिए निवेश नहीं करना पड़ता है.
- इसमें सरकार लक्ष्य निर्धारित करती है और निजी प्रक्षेत्र को इन लक्ष्यों को अपने-अपने सर्वोत्तम ढंग से कार्यान्वित करने के लिए पूरी छूट दे दी जाती है.
GOCO मॉडल का लाभ
इस मॉडल का सबसे बड़ा लाभ यह है कि निर्धारित लक्ष्य कम समय में पूरे हो जाते हैं. इससे निजी प्रतिष्ठानों में प्रतिस्पर्धा की भावना को बल मिलता है और इस प्रकार नई-नई तकनीकों के प्रवेश का मार्ग प्रशस्त हो जाता है.