2 जून, 2020 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तंज़ानिया के राष्ट्रपति जोसफ मगुफूली (Joseph Magufuli) से दूरभाष के माध्यम से बातचीत की और समग्र द्विपक्षीय संबंधों के विषय में चर्चा एवं समीक्षा किया. विदित हो कि तंजानिया इस दशक के सबसे तेजी से विकास करने वाले अफ्रीकी देशों में से एक है और भारत-अफ्रीका संबंधों में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
भारत और तंजानिया के मध्य हुई इस वार्ता के दौरान दोनों देशों ने अपने-अपने देशों के मध्य बढ़ती विकास साझेदारी, शैक्षिक संपर्क एवं व्यापार एवं निवेश प्रवाह पर समीक्षा किया और यह भी चर्चा की कि किस प्रकार दोनों देशों के बीच व्यापार एवं निवेश में गति लाई जा सकती है.
भारत और तंजानिया के बीच मुख्य मुद्दे
भारत और तंज़ानिया के बीच निम्नलिखित मुद्दे बहुत ही महत्त्वपूर्ण हैं –
समुद्री सुरक्षा
समुद्री सुरक्षा को लेकर भारत एवं तंज़ानिया के मध्य समान हित हैं. भारत ने तंजानिया के साथ समुद्री सुरक्षा ढाँचे को सहयोग देने के लिए औपचारिक प्रारूप तैयार किया है क्योंकि समुद्र मार्ग के माध्यम से समुद्री डकैती, सशस्त्र डकैती, मादक पदार्थों की तस्करी, आतंकवाद से सम्बंधित गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है.
ऊर्जा क्षेत्र
भारत ने तंज़ानिया को यह वादा किया है कि वह तंजानिया के प्राकृतिक गैस क्षेत्र के विकास में अधिक से अधिक सहयोग देगा. तंज़ानिया में प्राकृतिक गैस की खोज सर्वप्रथम वर्ष 1974 में सोंगो सोंगो ऑफशोर ब्लॉक (Songo Songo offshore Block) में की गई थी. मगर बहुत बाद में जाकर (वर्ष 2010) ज्ञात हुआ कि तंज़ानिया के हिंद महासागरीय क्षेत्र में प्राकृतिक गैस का विशाल भंडार विद्यमान है.
ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि तंज़ानिया के पास प्राकृतिक गैस भंडार 46.5 ट्रिलियन क्यूबिक फीट से भी ज्यादा है. गत कुछवर्षों में पूर्वी अफ्रीकी देश तंजानिया में प्राकृतिक गैस के नए भंडार मिले हैं. भारत के लिए यह एक सकारात्मक स्थिति है क्योंकि तंजानियाई तेल कंपनी को खड़ा करने में उसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका है. तंजानिया की भी इच्छा है कि उसके प्राकृतिक गैस भंडारों के दोहन में भारत सहयोग करे और एक अग्रणी भूमिका निभाये.
तंजानिया के विषय में जानकारी
- तंज़ानिया अफ्रीकी ग्रेट लेक्स क्षेत्र (African Great Lakes Region) के भीतर पूर्वी अफ्रीका का एक देश है.
- इसकी चौहद्दी की बात करें तो इसके उत्तर में युगांडा, पूर्वोत्तर में केन्या, पूर्व में कोमोरो द्वीप और हिंद महासागर, दक्षिण में मोज़ाम्बिक एवं मलावी, दक्षिण-पश्चिम में ज़ाम्बिया, पश्चिम में रवांडा, बुरुंडी एवं कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य स्थित हैं.
- अफ्रीकी महाद्वीप का सर्वोच्च पर्वत माउंट किलिमंजारो तंज़ानिया के उत्तर-पूर्व में अवस्थित है.
- अफ्रीकी महाद्वीप की तीन बड़ी झीलें आंशिक रूप से तंज़ानिया के भीतर अवस्थित हैं. इन झीलों के नाम हों – उत्तरी एवं पश्चिम में विक्टोरिया झील (अफ्रीका महाद्वीप की सबसे बड़ी झील), टैंगानिका झील ( अफ्रीका महाद्वीप की सबसे गहरी झील एवं यह मछली की अनोखी प्रजातियों के लिये जानी जाती है) और दक्षिण-पश्चिम में न्यासा झील.
- दार-एस-सलाम (Dar-es-Salaam) तंज़ानिया का सर्वाधिक विशाल शहर एवं बंदरगाह भी है.
प्रीलिम्स बूस्टर
SITA – SITA का पूरा नाम है Supporting Indian Trade and Investment for Africa. यह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार केंद्र द्वारा समर्थित एक परियोजना है. इसका उद्देश्य भारत और कुछ पूर्वी अफ्रीका के देशों, जैसे – इथियोपिया, केन्या, रवांडा, यूगांडा और तंजानिया के बीच व्यापार से सम्बंधित लेन-देन के मूल्य में वृद्धि करना है. इसका मुख्य उद्देश्य पूर्वी अफ्रीका के लोगों के लिए रोजगार एवं आय के अवसर का सृजन करना है.