विश्व में अन्य नदी डॉलफिन
भारत में पाई जाने वाली 3 नदी डॉलफिन के अतिरिक्त 4 अन्य महत्त्वपूर्ण प्रजातियाँ हैं –
- अमेजन नदी डॉलफिन (गुलाबी नदी डॉलफिन या बाटो) केवल स्वच्छ जल में पाई जाती हैं और संकटग्रस्त है.
- अमेजन और उसकी सहायक नदियों में पाई जाने वाली तुकुक्सी लवणीय और स्वच्छ दोनों प्रकार के जल में मिल सकती है.
- चीन की यांगत्जी नदी डॉलफिन लुप्तप्राय (endangered) हैं एवं यांगत्जी नदी और उसकी सन्निकट झीलों में पाई जाती है.
सिन्धु डॉलफिन (भूलन)
- सिन्धु डॉलफिन लुप्तप्राय, स्वच्छ जल में पाई जाने वाली एवं डॉलफिन की अंधी प्रजाति है. ये डॉलफिन मार्गनिर्देशन, संचार और शिकार (जिसमें झींगा मछली, कैटफिश भी आते हैं) करने के लिए प्रतिध्वनि के माध्यम से स्थान-निर्धारण (echolocation) पर निर्भर होती हैं.
- भारत की व्यास नदी में लगभग 30 डॉलफिन की छोटी, पृथक आबादी के अतिरिक्त, सिन्धु डॉलफिन पाकिस्तान के क्षेत्र वाले सिन्धु नदी में भी पाई जाती है.
Environment Notes
हमारी टीम जल्द से जल्द पर्यावरण एवं जैव-विविधता से सम्बंधित सभी नोट्स इस पेज पर एकत्रित कर रही है > Environment Notesअन्य भारतीय नदी डॉलफिन
सूँस (सुसु)
- गंगा नदी में मिलने वाले डॉलफिनों को स्थानीय भाषा में “सूँस” कहते हैं. ये सूँस नेपाल, भारत एवं बांग्लादेश की गंगा-ब्रह्मपुत्र-मेघना तथा कर्णफूली-संगू नदी-प्रणालियों में निवास करते हैं. IUCN ने इस प्रजाति को संकटग्रस्त श्रेणी में रखा है. गंगा का डॉलफिन स्तनपायी जीव है जो पानी में साँस नहीं ले सकता है और उसको हर 30-120 सेकंड में पानी से ऊपर साँस लेने के लिए आना पड़ता है. पानी के बाहर निकलकर जब यह साँस लेता है तो एक आवाज़ आती है जिसके कारण इसे सूँस नाम दिया गया है.
इरावदी डॉलफिन
- इरावदी डॉलफिन गंभीर रूप से लुप्तप्राय (critically endangered) है एवं दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में लवणीय और स्वच्छ दोनों प्रकार के जल में पाई जाती है.
- तीन अनन्य रूप से स्वच्छ जल की आबादी इरावदी/अययारवदी नदी (म्यांमार), मेकांग नदी (lao PDR, कम्बोडिया), और महाकाम नदी (इंडोनेशिया) में पाई जाती है.
- इसके अतिरिक्त, आंशिक रूप से स्वच्छ जल की सोंगखला झील (थाईलैंड) और खार पानी चिक्ला झील (भारत) में इनकी अत्यल्प आबादी पाई जाती है. इरावदी डॉलफिन भारत में पाई जाने वाली एकमात्र खारे पानी की डॉलफिन है.
यह जानने योग्य बात है कि गंगा के डॉलफिनों के अतिरिक्त मीठे पानी (नदी और झील) के डॉलफिन की अन्य तीन ही प्रजातियाँ हैं – बैजी (जो चीन के Yangtze नदी में होता था, पर अब लुप्त हो गया है), भूलन (पाकिस्तान में सिन्धु नदी में होता है) तथा बोतो (जो लैटिन अमेरिका में अमेज़न नदी में मिलता है).
नदी डॉलफिन के लिए मुख्य खतरे
- मुख्य रूप से गैर-चयनात्मक मत्स्यन उपकरणों के व्यापक उपयोग के कारण मत्स्यन उपकरणों में उलझने और शिकार के अत्यधिक दोहन या अन्य प्रजातियों का शिकार करते समय जाल में फँस जाने से मृत्यु.
- माँस और डॉलफिन तेल के लिए प्रत्यक्ष शिकार (directed harvest), जिसका मछलियाँ आकर्षित करने और औषधीय प्रयोजनों के लिए उपयोग किया जाता है.
- जल विकास परियोजनाओं (जैसे जल निष्कर्षण और बैराज, ऊँचे बाँधों और तटबंधों के निर्माण) के परिणामस्वरूप डॉलफिन आबादी का अनुवांशिक पृथक्करण हो गया है.
अन्य मुद्दे
नदी डॉलफिन, नदी के स्वास्थ्य की महत्त्वपूर्ण सूचक है और औद्योगिक अपशिष्ट एवं कीटनाशकों, नगरपालिका मलजल उत्सर्जन के कारण नदी प्रदूषण और पोत यातायात से निकलने वाली ध्वनि इत्यादि इनकी जनसंख्या में गिरावट का प्राथमिक कारण है. गंगा नदी की डॉलफिन के उत्तकों में पाए गए ऑर्गनोक्लोरीन और ब्यूटाइलिन जैसे यौगिक उप-प्रजातियों पर इनके संभावित प्रभावों के सम्बन्ध में चिंता का कारण है.
Tags : सिन्धु डॉलफिन भूलन, भारत में डॉलफिन के नाम – Information about Indus Dolphins (Bhulan) in Hindi – The Hindu, Wikipedia, Gktoday, UPSC Notes.
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