विदेशी बाजार से धनराशि उठाने के लिए केरल अवसंरचना निवेश कोष बोर्ड ने मसाला बॉन्ड निर्गत किये हैं. आइये जानते हैं मसाला बांड (masala bond) किसे कहते हैं और यह किस देश में निर्गत हो सकता है?
मसाला बॉन्ड क्या है?
- यह बांड रूपया पर आधारित एक बॉन्ड है जिससे विदेशी बाजार से भारतीय रूपये में धनराशि उठाई जायेगी. ऐसे बांड को विदेश में निर्गत करने के लिए सभी निगम एवं भारतीय बैंक योग्य होंगे.
- भारतीय रिज़र्व बैंक ने यह कह रखा है कि मसाला बॉन्ड से उठाये जाने वाले पैसे भूसंपदा से सम्बंधित कार्य में नहीं लगाए जा सकते. परन्तु इसका प्रयोग समेकित टाउनशिप के निर्माण अथवा सस्ती आवास परियोजनाओं में किया जा सकता है.
- इन कार्यों के लिए भी यह बॉन्ड से प्राप्त धनराशि का प्रयोग नहीं हो सकता है – पूँजी बाजार में निवेश, जमीन का क्रय और इन्हीं कार्यों के लिए किसी दूसरे प्रतिष्ठान को धन मुहैया करना.
किस देश में यह बॉन्ड निर्गत हो सकता है?
रुपये पर आधारित मसाला बॉन्ड केवल उस देश में निर्गत हो सकता है तथा केवल उस देश के निवासी के द्वारा सब्सक्राइब हो सकता है जो देश वित्तीय कार्यबल का सदस्य है और जिसका सिक्योरिटीज बाजार नियामक (securities market regulator) अंतर्राष्ट्रीय सिक्योरिटीज आयोग संगठन का सदस्य होगा. इसके अतिरिक्त इस बॉन्ड को वे बहुपक्षीय एवं क्षेत्रीय वित्तीय संस्थान भी सब्सक्राइब कर सकते हैं जिनमें भारत एक सदस्य देश है.
मसाला बॉन्ड की न्यूनतम परिपक्वता अवधि
भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, यदि यह बॉन्ड से 50 मिलियन डॉलर तक धनराशि एक वित्तीय वर्ष में उठाई जाती है तो इस बॉन्ड की न्यूनतम परिपक्वता (minimum maturity) अवधि तीन वर्ष होगी तथा यदि धनराशि 50 मिलियन डॉलर से अधिक है तो न्यूनतम परिपक्वता अवध पाँच वर्ष होगी. मसाला बॉन्ड का कन्वर्शन लेन-देन की तिथि के दिन बाजार की जो दर होगी उसी के हिसाब से होगा.
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