Video in Text form: Video Given at the bottom of the article that is related to how to make your maths better if you are very weak in mathematics.
नमस्कार! 2021 की UPSC Prelims परीक्षा आने वाली है और अभी से ही कुछ छात्रों का फ़ोन लगातार मुझे आ रहा रहे हैं कि सर CSAt में मैथ्स कितना सोल्व करना है, मैं मैथ्स में अच्छा नहीं हूँ, क्या मैथ्स छोड़कर comprehension पर जोर देना ठीक रहेगा? इस तरह के कई सवाल हैं छात्रों के मन में और आज उसी के विषय में चर्चा करूँगा कि जिन students को mathophobia है या मैथ्स से जिन्हें डर लगता है वो CSAT पेपर को कैसे दें. यदि हम कुछ strategy को अपनाते हैं जिनकी मैं आज चर्चा करने वाला हूँ, तो बहुत हद तक संभव है कि CSAT पेपर में qualifying marks लाकर आपकी नैया पार हो सकती है. यह सच भी है कि मैं जो भी कुछ बताने वाला हूँ, वो कोई short cut या short trick नहीं है…इसलिए मेहनत से हमें भागना नहीं है. सच कहिये तो हम लोग अभी तक CSAT को ठीक से समझ नहीं पाए हैं और बीते सालों में इसकी syllabus में भी काफी बदलाव भी आये हैं, changes हुए हैं…तो यह सवाल हमेशा हमारे सामने खड़ा होता है कि जिनका मैथ्स ठीक नहीं है, रीजनिंग ठीक नहीं है, Data interpretation ठीक नहीं है —वह CSAT के पेपर को कैसे हैंडल करें…
आप कॉपी और पेन लेकर बैठ जाएँ और जो-जो पॉइंट्स मैं बताने वाला हूँ उसे नोट करते जाइए. एक बात मन में बिठा लीजिए कि आपको CSAT पेपर में टॉप नहीं करना है….आपको मात्र इसमें qualify करने के लिए 67 अंक लाने हैं और यदि आप और भी अधिक लाते हैं तो इसमें कोई चिंता की बात नहीं है. मगर हमें मात्र 67 अंक की ही जरूरत है और हम इसी सोच के साथ आगे बढ़ेंगे, न कि इस पेपर में टॉप करने के इरादे से हमें आगे बढ़ना है.
यदि आप मैथ्स में ठीक नहीं है तो कोशिश कीजिए कि कुल 47-48 प्रश्न हल कीजिए –जिसमें से 32-33 आपके सही होने चाहिए—इससे क्या होगा कि आप 15-16 प्रश्न गलत भी कर देते हैं तो नेगेटिव मार्क्स apply होने के बाद भी आपको 67.5 मार्क्स से ऊपर मिल जाएँगे जिससे आपका CSAT paper क्लियर हो जाएगा…इसलिए आप 15-16 प्रश्न गलत करने के लिए स्वतंत्र हैं. . और मजे की बात यह कि मेरे कहे अनुसार चलते हैं तो आप हर प्रश्न के लिए 2 मिनट 40 सेकंड दे सकते हैं जो मुझे लगता है कि यह एक पर्याप्त समय है.
Comprehension से यदि 30 सवाल आते हैं तो आपको कोशिश करना है कि सारे हल कर दें ..यदि छोड़ते भी हैं तो उसके पीछे कोई गम्भीर वजह हो तभी छोड़िये वरना कोशिश कीजिए कि सारा touch कर दें.
Comprehension को पढ़ना काफी जटिल और long होता है और खासकर उनमें जो शब्दों का प्रयोग किया जाता है वह सर को हिला देने वाला होता है. अधिकांश Comprehension पर्यावरण, biodiversity आदि विषय के होते हैं तो लगातार एक के बाद एक comprehensions पढ़ने से आपके अन्दर भी एक अनुभूति होने लगती है कि आप भी किसी जंगल के जानवर से कम नहीं हैं…और फिर पिछले passage का उत्तर आप आगे अगले passage के प्रश्नों के उत्तर समझ कर देने लगते हैं.
इसलिए कोशिश कीजिए कि comprehension के सवालों को लगातार हल मत कीजिए नहीं तो आपका ब्रेन काम करना बंद कर देगा और फिर लगेगा कि सब कुछ छोड़ दूँ. तो ऐसी feelings आपके अन्दर न आये तो आपको करना क्या है कि एक-दो comprehension के प्रश्नों को हल करने के बाद दूसरे प्रकृति के प्रश्नों को हल करने लगिए जैसे सभी बिल्ली कुत्ते हैं और सभी कुत्ते बदमाश हैं और सभी बदमाश मंत्री हैं और फिर इन प्रश्नों को हल कर के आप फिर से comprehension की तरफ लौट जाएँ तो आपका मन stable रहेगा.
आप यदि किसी कोचिंग में पढ़ते हैं तो वहाँ भी आपको कोई बताने वाला नहीं है कि इस पेपर को टैकल कैसे करना है….ध्यान रखियेगा कि मैं यहाँ सिर्फ उन लोगों की बात कर रहा हूँ जिनका मैथ्स “तथाकथित” खराब है या वो खुद ऐसा समझते हैं कि मेरा मैथ्स ठीक नहीं है…और यह जाहिर सी बात है कि कोई कोचिंग क्यों यह जानने की कोशिश करेगा कि आपका मैथ्स ठीक है या नहीं और वो क्यों आपको उसी के according strategy बतायेगा और आपको अलग कोने में लेजाकर पढ़ायेगा, ऐसा तो संभव नहीं है. बात भी सही है क्योंकि उन्हें भी जल्द से जल्द syllabus को complete कराना होता है ताकि एक साल के बाद आपको यह बोलने का मौका नहीं मिले कि सर आपको तो पूरा syllabus complete कराना था जो आपने कराया नहीं तो पैसे किस बात का लिया था आपने, आप उनसे तरह-तरह के आक्रामक सवाल पूछ सकते हैं इसलिए वे खुद बेचारे हड़बड़ी में रहते हैं कि percentage, time and distance सब जल्दी-जल्दी ख़त्म हो जाए….क्लास में अधिकांश बच्चों को सर के मैथ्स समझ में तो आ जाते हैं—मगर आपके दिमाग से सब ऊपर ही ऊपर चला जाता है और आप कभी कभी इतने निराश हो जाते हैं कि आप अपनी आगे की planning बहुत ही गलत बना लेते हैं. और वहीं से खेल शुरू हो जाता है—failure का.
तो इस विडियो के जरिये मैं यह बताना चाहता हूँ कि आप यदि मानसिक रूप से तैयार ही नहीं है कि आपका मैथ्स ठीक नहीं है और न ही आप मैथ्स को ठीक करने के लिए मेहनत करना चाहते हैं तो आपके लिए कोई दूसरी विडियो लेकर आयेंगे क्योंकि आपकी स्पेशल क्लास लेनी पड़ेगी.
मगर यह मेरी ओर से लिख कर रख लीजिए कि आपका मैथ्स खराब नहीं है. भले ही आपको स्कूल के अपने मार्क्स याद आने लगे जिसमें आपको लगता था कि आपने ही शून्य का आविष्कार किया है…पर यह सब आपकी ग़लतफ़हमी है कि आपका मैथ्स खराब है, इसलिए यह बात तो दिमाग से बिल्कुल हटा लीजिए. हाँ भले ही आपका मैथ्स average हो सकता है…मगर वह भी थोड़े टाइम में बहुत अच्छा किया जा सकता है.
मैं इतनी गारंटी के साथ यह बात इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि हममें से ज्यादातर यही सोच लेते हैं कि हमारा मैथ्स खराब है और हम मैथ्स की प्रैक्टिस करते ही नहीं हैं और हमारी इस मायूसी के पीछे सबसे बड़ा कारण है हमारा स्कूल सिस्टम…हमें अच्छे मैथ्स के टीचर नहीं मिले और न ही हमें उस तरह से पढ़ाया गया जैसा पढ़ाया जाना चाहिए था.
क्लास में अक्सर गणित से घबराने वाले छात्र दूसरों के सामने बुरा दिखने से डरते हैं और सवाल नहीं पूछते हैं. शिक्षकों की भी महत्त्वपूर्ण भूमिका है कि उन्हें यह बताना चाहिए कि ग़लतियां करना सीखने की प्रक्रिया का एक हिस्सा है.
कुछ बच्चे जन्म से ही मैथ्स में अच्छे होते हैं, यह बात सच है पर इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं निकाला जा सकता है कि यह एक जन्म से जुड़ी हुई चीज है—जो हममें नहीं है और आगे होगी भी नहीं. हम भले ही मैथ्स में थोड़े से कमजोर हो सकते हैं पर सही गाइडेंस मिलने से इसको ठीक किया जा सकता है.
मगर सवाल उठता है कि अब क्या…अब तो स्कूल, कॉलेज हमारा सब खत्म हो गया—तो अब हमें कौन सही गाइड करेगा—क्या हमने देरी तो नहीं कर दी, ऐसे प्रश्न मन में उठाना लाज़मी है…मगर ऐसा बिल्कुल नहीं है.
एक non-mathematical mind वाला छात्र भी मैथ्स में बहुत ही अच्छा स्कोर सकता है और दरअसल हमें मैथ्स में महारथ हासिल करना भी नहीं है…CSAT में काम लायक मैथ्स सोल्व करने हैं जिसकी प्रैक्टिस मात्र एक महीने में की जा सकती है.
अब आता हूँ मेन टॉपिक पर कि मैथ्स को 20-30 दिनों में कैसे सही किया जाए. तो हमें मैथ्स के कुछ ऐसे चैप्टर पर फोकस करना हैं जिनको पढ़ना अनिवार्य है…इनके बिना आप चल नहीं सकते या यूँ कहें कि इनके बिना आगे बढ़ना कठिन है.
मैं उन चैप्टर के नाम बताने वाला हूँ, उन्हें नोट करते जाइये और आपको ये सारे chapters पूरी तरह से कम्पलीट कर लेना है – एक तो है number system, फिर LCM- HCF पढ़ लेना है. फिर Percentage पढ़िए, उसके बाद average और अंत में ratio and proportion ,,,—ये पाँच चैप्टर आपको बिल्कुल कंठस्थ कर लेने हैं, इसमें जी मत चुराइयेगा. इतना करने के बाद लगे यदि थोड़ा समय आपके पास और बचा है और थोड़ा आप मेहनत कर सकते हैं तो आप interest जिसमें simple, compound दोनों तरह के इंटरेस्ट पढ़ने हैं, उसे पढ़ लें और profit and loss को भी देख लें. Work and Time वाला चैप्टर भी देख लीजिए. यदि थोड़ा और समय मिल जाए तो speed and distance भी पढ़ लीजिए.
यदि आपसे अकेले यह सब नहीं हो पा रहा तो इसका बेस्ट इलाज है one to one tuition…..आपको किसी अच्छे टीचर की जरूरत पड़ेगी जो आपको आपके सामने बैठकर आपको पढाए….वो आपकी कमियों को जाने और आप कितने पानी में हैं वो अच्छी तरह से इसे समझे और इसपर काम करे….
धीरे-धीरे आप LCM, HCF निकालना यह सब तो सिखियेगा ही पर मजे की बात तब होगी जब आगे और प्रैक्टिस कर के आपको अनुभव होने लगेगा कि वही LCM और वही HCF को कहाँ और कैसे apply करना है क्योंकि CSAT में LCM कैसे निकालना है, HFC कैसे निकालना है – इसके डायरेक्ट सवाल तो आयेंगे नहीं इसलिए आपको जानना है कि इन चीजों को apply कहाँ करना है और यकीन मानिए जब आप इस स्टेज में आ जाइएगा तो समझ लीजिए कि आप बिल्कुल सही दिशा में जा रहे हैं.
नीचे आपकी सहायता के लिए कुछ चैप्टर की PDF फाइल दे रहा हूँ, यदि आप चाहें तो उन्हें डाउनलोड कर के या प्रिंट निकाल के एक बुकलेट जैसा बना लें और खूब प्रैक्टिस कीजिए.
- सम्पूर्ण गणित – https://nios.ac.in/media/documents/OBE_SLM/C%20103%20Mathematics.pdf
- संख्या निकाय – https://nios.ac.in/media/documents/SecMathcour/Hindi/Chapter-1.pdf
- संख्या पद्धति – https://www.nios.ac.in/media/documents/SecMathcour/LG_Maths_211_Hindi_Medium/l-1.pdf
- घातांक तथा करणी – https://www.nios.ac.in/media/documents/SecMathcour/Hindi/Chapter-2.pdf
- प्रतिशत – https://nios.ac.in/media/documents/SecMathcour/Hindi/Chapter-8.pdf
- LCM/HCF – https://www.nios.ac.in/media/documents/dled/hindi/504_Block2.pdf
- आँकड़े और उनका निरूपण – https://www.nios.ac.in/media/documents/SecMathcour/Hindi/Chapter-24.pdf
- बाकी के portion आप इस किताब से पढ़ सकते हैं – संख्यात्मक अभियोग्यता (Click here)
यह भी जरूर पढ़ें – कमजोर मैथ्स अच्छा बनाना