UPSC Prelims परीक्षा, 2024 के लिए कला एवं इतिहास (History+Culture) का Mock Test Series का नौंवा भाग दिया जा रहा है. भाषा हिंदी है और सवाल (MCQs) 10 हैं. ये questions Civil Seva Pariksha के समतुल्य हैं इसलिए यदि उत्तर गलत हो जाए तो निराश मत हों.
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ToggleMock Test Series for UPSC Prelims – इतिहास (History+Culture) Part 9
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Mock Test Series for UPSC Prelims – इतिहास (History+Culture) Part 9
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Question 1 of 10
1. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से किसे सप्तभंगी ज्ञान भी कहा जाता है?
Correct
अनेकान्तवाद जैन धर्म का क्रोड सिद्धान्त एवं दर्शन है। दर्शन के क्षेत्र में जैन धर्म ने स्यादवाद (अनेकान्तवाद) का प्तिरपादन किया जो प्राचीन भारतीय दार्शनिक-व्यवस्था की एक अमूल्य निधि मानी जाती है। इसके अनुसार प्रत्येक प्रकार का ज्ञान (मति, श्रुति, अवधि, मन: पर्याय) 7 (सात) स्वरूपों में व्यक्त किया जा सकता है जो इस प्रकार हैं–
- है
- नहीं है
- है और नहीं है
- कहा नहीं जा सकता
- है पर कहा नहीं जा सकता
- नहीं है और कहा जा सकता
- नहीं है और कहा नहीं जा सकता
अनेकान्तवाद को संप्तभंगी जान भी कहा जाता हे…
Incorrect
अनेकान्तवाद जैन धर्म का क्रोड सिद्धान्त एवं दर्शन है। दर्शन के क्षेत्र में जैन धर्म ने स्यादवाद (अनेकान्तवाद) का प्तिरपादन किया जो प्राचीन भारतीय दार्शनिक-व्यवस्था की एक अमूल्य निधि मानी जाती है। इसके अनुसार प्रत्येक प्रकार का ज्ञान (मति, श्रुति, अवधि, मन: पर्याय) 7 (सात) स्वरूपों में व्यक्त किया जा सकता है जो इस प्रकार हैं–
- है
- नहीं है
- है और नहीं है
- कहा नहीं जा सकता
- है पर कहा नहीं जा सकता
- नहीं है और कहा जा सकता
- नहीं है और कहा नहीं जा सकता
अनेकान्तवाद को संप्तभंगी जान भी कहा जाता हे…
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Question 2 of 10
2. Question
1 pointsमहामस्तकाभिषेक निम्नलिखित में से किस धर्म का एक महत्त्वपूर्ण उत्सव है?
Correct
महामस्तकाभिषेक, दो शब्दों के मेल से बना है– महा और मस्तकाभिषेक जिसका अर्थ होता है, बड़े स्तर पर आयोजित होने वाला अभिषेक। सबसे प्रचलित महामस्तकाभिषेक गोमटेश्वर बाहुबली का होता है जो १२ वर्ष के अन्तराल पर दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य के श्रवणबेलगोला शहर में आयोजित किया जाता है। यहाँ पर भगवान बाहुबली की १८ मी. उँची एकाश्म मूर्ति स्थापित है। अगला महामस्तकाभिषेक 2030 ई. में होगा।यह अभिषेक जल, इक्षुरस, दुध, चावल का आटा, लाल चंदन, हल्दी, अष्टगंध, चंदन चुरा, चार कलश, केसर वृष्टि, आरती, सुगंधित कलश, महाशांतिधारा एवं महाअर्घ्य के साथ भगवान नेमिनाथ को समर्पित किया जाता है।
Incorrect
महामस्तकाभिषेक, दो शब्दों के मेल से बना है– महा और मस्तकाभिषेक जिसका अर्थ होता है, बड़े स्तर पर आयोजित होने वाला अभिषेक। सबसे प्रचलित महामस्तकाभिषेक गोमटेश्वर बाहुबली का होता है जो १२ वर्ष के अन्तराल पर दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य के श्रवणबेलगोला शहर में आयोजित किया जाता है। यहाँ पर भगवान बाहुबली की १८ मी. उँची एकाश्म मूर्ति स्थापित है। अगला महामस्तकाभिषेक 2030 ई. में होगा।यह अभिषेक जल, इक्षुरस, दुध, चावल का आटा, लाल चंदन, हल्दी, अष्टगंध, चंदन चुरा, चार कलश, केसर वृष्टि, आरती, सुगंधित कलश, महाशांतिधारा एवं महाअर्घ्य के साथ भगवान नेमिनाथ को समर्पित किया जाता है।
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Question 3 of 10
3. Question
1 pointsविरूपाक्ष मंदिर के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
- यह कर्नाटक में स्थित है.
- यह एक वैष्णव मंदिर है.
उपर्युक्त कथनों में कौन सही है/हैं?
Correct
विरूपाक्ष मंदिर कर्नाटक राज्य के हम्पी में तुंगभद्रा नदी के किनारे पर स्थित एक पवित्र स्थान और ऐतिहासिक स्थल है। ७वीं शताब्दी के दौरान निर्मित किए गए इस मंदिर के इतिहास और सुन्दर वास्तुकला के कारण इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया। यह प्राचीन मंदिर भगवान् शिव के रूपों में से एक ‘विरुपाक्ष’ (= विरूप + अक्ष = कुरूप आँखों वाले) को समर्पित है जिसे “प्रसन्न विरुपाक्ष मंदिर” के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर में मुख्य देवता के साथ साथ कई देवी-देवताओं की सुन्दर मूर्तियां भी हैं जो कलाकृतियों के माध्यम से कई देवी-देवताओं की पौराणिक कहानियों को दर्शाती हैं। इस मंदिर का इतिहास प्रसिद्ध विजयनगर साम्राज्य से जुड़ा है। 500 साल पहले इस मंदिर का गोपुरम बना था। ये मंदिर द्रविड़ स्थापत्य शैली में बना हुआ है।
Incorrect
विरूपाक्ष मंदिर कर्नाटक राज्य के हम्पी में तुंगभद्रा नदी के किनारे पर स्थित एक पवित्र स्थान और ऐतिहासिक स्थल है। ७वीं शताब्दी के दौरान निर्मित किए गए इस मंदिर के इतिहास और सुन्दर वास्तुकला के कारण इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया। यह प्राचीन मंदिर भगवान् शिव के रूपों में से एक ‘विरुपाक्ष’ (= विरूप + अक्ष = कुरूप आँखों वाले) को समर्पित है जिसे “प्रसन्न विरुपाक्ष मंदिर” के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर में मुख्य देवता के साथ साथ कई देवी-देवताओं की सुन्दर मूर्तियां भी हैं जो कलाकृतियों के माध्यम से कई देवी-देवताओं की पौराणिक कहानियों को दर्शाती हैं। इस मंदिर का इतिहास प्रसिद्ध विजयनगर साम्राज्य से जुड़ा है। 500 साल पहले इस मंदिर का गोपुरम बना था। ये मंदिर द्रविड़ स्थापत्य शैली में बना हुआ है।
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Question 4 of 10
4. Question
1 points1613 ई. में जहाँगीर ने सूरत में फैक्ट्री लगाने की अनुमति निम्नलिखित में से किन्हें दी गई?
Correct
मुगल बादशाह जहांगीर ने ईस्ट इंडिया कंपनी को सूरत में कारखाना खोलने की अनुमति दी थी। ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 31 दिसंबर 1600 को हुई थी। इसे जॉन कंपनी के नाम से भी जाना जाता था। ब्रिटेन की तत्कालीन महारानी ने कंपनी को भारत के साथ व्यापार करने के लिए 21 साल तक की छूट दी थी। बाद में कंपनी ने भारत के लगभग सभी क्षेत्रों पर सैनिक और प्रशासनिक अधिकार जमा लिया था। साल 1608 में कंपनी का पहला व्यापारिक जहाज सूरत पहुंचा।
Incorrect
मुगल बादशाह जहांगीर ने ईस्ट इंडिया कंपनी को सूरत में कारखाना खोलने की अनुमति दी थी। ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 31 दिसंबर 1600 को हुई थी। इसे जॉन कंपनी के नाम से भी जाना जाता था। ब्रिटेन की तत्कालीन महारानी ने कंपनी को भारत के साथ व्यापार करने के लिए 21 साल तक की छूट दी थी। बाद में कंपनी ने भारत के लगभग सभी क्षेत्रों पर सैनिक और प्रशासनिक अधिकार जमा लिया था। साल 1608 में कंपनी का पहला व्यापारिक जहाज सूरत पहुंचा।
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Question 5 of 10
5. Question
1 pointsडेविड हेयर और अलेक्जेंडर डफ के साथ मिलकर निम्नलिखित में से किसने कलकत्ता में हिन्दू कॉलेज की स्थापना की?
Correct
कलकत्ता में हिंदू कॉलेज की स्थापना राजा राममोहन राय ने 20 जनवरी 1817 में की थी। हिंदू कॉलेज को वर्तमान में प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है। यह विश्वविद्यालय कला, विज्ञान और मानविकी के क्षेत्रों में स्नातक तथा स्नातकोत्तर अध्ययन के लिए एक श्रेष्ठ भारतीय शिक्षा प्रतिष्ठान है।
Incorrect
कलकत्ता में हिंदू कॉलेज की स्थापना राजा राममोहन राय ने 20 जनवरी 1817 में की थी। हिंदू कॉलेज को वर्तमान में प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है। यह विश्वविद्यालय कला, विज्ञान और मानविकी के क्षेत्रों में स्नातक तथा स्नातकोत्तर अध्ययन के लिए एक श्रेष्ठ भारतीय शिक्षा प्रतिष्ठान है।
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Question 6 of 10
6. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से किन्हें “भारत कोकिला” नाम से भी जाना जाता है?
Correct
‘भारत कोकिला’ के नाम से प्रसिद्ध श्रीमती सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हैदराबाद में हुआ था। उनके पिता का नाम अघोरनाथ चट्टोपाध्याय था, जो एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक और शिक्षाशास्त्री थे। उनकी माता का नाम वरद सुंदरी था, वे कवयित्री थीं और बंगला में लिखती थीं।
Incorrect
‘भारत कोकिला’ के नाम से प्रसिद्ध श्रीमती सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हैदराबाद में हुआ था। उनके पिता का नाम अघोरनाथ चट्टोपाध्याय था, जो एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक और शिक्षाशास्त्री थे। उनकी माता का नाम वरद सुंदरी था, वे कवयित्री थीं और बंगला में लिखती थीं।
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Question 7 of 10
7. Question
1 pointsनिम्नलिखित में किसे “बिना वकील, बिना अपील एवं बिना दलील” कहा गया?
Correct
भारतीय नेताओ द्वारा कड़ाई से विरोध करने के बाद भी रौलट एक्ट विधेयक लागू कर दिया गया। इस विधेयक में की गयी व्यवस्था के अनुसार मजिस्ट्रेटों के पास यह अधिकार था कि वह किसी भी संदेहास्पद स्थिति वाले व्यक्ति को गिरफ्तार करके उस पर मुकदमा चला सकता था। इस प्रकार अपने इस अधिकार के साथ अंग्रेज़ सरकार किसी भी निर्दोष व्यक्ति को दण्डित कर सकती थी। इस प्रकार क़ैदी को अदालत में प्रत्यक्ष उपस्थित करने अर्थात् बंदी प्रत्यक्षीकरण के क़ानून को निलंबित करने का अधिकार सरकार ने रौलट क़ानून से प्राप्त कर लिया। इस एक्ट को ‘बिना अपील, बिना वकील तथा बिना दलील’ का क़ानून भी कहा गया। इसके साथ ही इसे ‘काला अधिनियम’ एवं ‘आतंकवादी अपराध अधिनियम’ के नाम से भी जाना जाता हैं।
Incorrect
भारतीय नेताओ द्वारा कड़ाई से विरोध करने के बाद भी रौलट एक्ट विधेयक लागू कर दिया गया। इस विधेयक में की गयी व्यवस्था के अनुसार मजिस्ट्रेटों के पास यह अधिकार था कि वह किसी भी संदेहास्पद स्थिति वाले व्यक्ति को गिरफ्तार करके उस पर मुकदमा चला सकता था। इस प्रकार अपने इस अधिकार के साथ अंग्रेज़ सरकार किसी भी निर्दोष व्यक्ति को दण्डित कर सकती थी। इस प्रकार क़ैदी को अदालत में प्रत्यक्ष उपस्थित करने अर्थात् बंदी प्रत्यक्षीकरण के क़ानून को निलंबित करने का अधिकार सरकार ने रौलट क़ानून से प्राप्त कर लिया। इस एक्ट को ‘बिना अपील, बिना वकील तथा बिना दलील’ का क़ानून भी कहा गया। इसके साथ ही इसे ‘काला अधिनियम’ एवं ‘आतंकवादी अपराध अधिनियम’ के नाम से भी जाना जाता हैं।
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Question 8 of 10
8. Question
1 pointsउड़ीसा में नमक सत्याग्रह को किनके नेतृत्व में चलाया गया?
Correct
गोपबन्धु चौधरी (जन्म- 8 मई, 1895, कटक, उड़ीसा; मृत्यु- 29 अप्रैल, 1958) को उड़ीसा के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में गिना जाता है। भारत की तत्कालीन अंग्रेज़ सरकार ने इन्हें उड़ीसा में अकाल पड़ने के समय सहायता अधिकारी नियुक्त किया था। जब गाँधीजी ने ‘असहयोग आन्दोलन’ प्रारम्भ किया, तब गोपबन्धु चौधरी ने नौकरी से त्यागपत्र दे दिया और आन्दोलन में सम्मिलित हो गए। इन्होंने विनोबा भावे के प्रसिद्ध ‘भूदान आन्दोलन’ में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी।
Incorrect
गोपबन्धु चौधरी (जन्म- 8 मई, 1895, कटक, उड़ीसा; मृत्यु- 29 अप्रैल, 1958) को उड़ीसा के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में गिना जाता है। भारत की तत्कालीन अंग्रेज़ सरकार ने इन्हें उड़ीसा में अकाल पड़ने के समय सहायता अधिकारी नियुक्त किया था। जब गाँधीजी ने ‘असहयोग आन्दोलन’ प्रारम्भ किया, तब गोपबन्धु चौधरी ने नौकरी से त्यागपत्र दे दिया और आन्दोलन में सम्मिलित हो गए। इन्होंने विनोबा भावे के प्रसिद्ध ‘भूदान आन्दोलन’ में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी।
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Question 9 of 10
9. Question
1 pointsकिन्होंने कहा कि “यदि संघर्ष का उनका प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया तो मैं देश की बालू से ही कांग्रेस से भी बड़ा आन्दोलन खड़ा कर दूँगा”?
Correct
क्रिप्स मिशन की असफलता के बाद ‘भारतीय नेशनल कांग्रेस कमेटी’ की बैठक 8 अगस्त, 1942 ई. को बम्बई में हुई। इसमें यह निर्णय लिया गया कि अंग्रेज़ों को हर हाल में भारत छोड़ना ही पड़ेगा। भारत अपनी सुरक्षा स्वयं ही करेगा और साम्राज्यवाद तथा फ़ाँसीवाद के विरुद्ध रहेगा। यदि अंग्रेज़ भारत छोड़ देते हैं, तो अस्थाई सरकार बनेगी। ब्रिटिश शासन के विरुद्ध ‘नागरिक अवज्ञा आन्दोलन’ छेड़ा जाएगा और इसके नेता गाँधी जी होंगे। वर्धा प्रस्ताव गाँधी जी ने कांग्रेस को अपने प्रस्ताव को न स्वीकार किये जाने की स्थिति में चुनौती देते हुए कहा कि “मैं देश की बालू से ही कांग्रेस से भी बड़ा आन्दोलन खड़ा कर दूंगा।” 14 जुलाई, 1942 ई. में कांग्रेस कार्यसमिति की वर्धा बैठक में गाँधी जी के इस विचार को पूर्ण समर्थन मिला कि भारत में संवैधनिक गतिरोध तभी दूर हो सकता है, जब अंग्रेज़ भारत से चले जायें। वर्धा में कांग्रेस कार्यसमिति ने ‘अंग्रेज़ों भारत छोड़ो प्रस्ताव’ पारित किया। आन्दोलन की सार्वजनिक घोषणा से पूर्व 1 अगस्त, 1942 ई. को इलाहाबाद में ‘तिलक दिवस’ मनाया गया। इस अवसर पर जवाहरलाल नेहरू ने कहा- “हम आग से खेलने जा रहे हैं। हम दुधारी तलवार का प्रयोग करने जा रहे हैं, जिसकी चोट उल्टी हमारे ऊपर भी पड़ सकती है।”
Incorrect
क्रिप्स मिशन की असफलता के बाद ‘भारतीय नेशनल कांग्रेस कमेटी’ की बैठक 8 अगस्त, 1942 ई. को बम्बई में हुई। इसमें यह निर्णय लिया गया कि अंग्रेज़ों को हर हाल में भारत छोड़ना ही पड़ेगा। भारत अपनी सुरक्षा स्वयं ही करेगा और साम्राज्यवाद तथा फ़ाँसीवाद के विरुद्ध रहेगा। यदि अंग्रेज़ भारत छोड़ देते हैं, तो अस्थाई सरकार बनेगी। ब्रिटिश शासन के विरुद्ध ‘नागरिक अवज्ञा आन्दोलन’ छेड़ा जाएगा और इसके नेता गाँधी जी होंगे। वर्धा प्रस्ताव गाँधी जी ने कांग्रेस को अपने प्रस्ताव को न स्वीकार किये जाने की स्थिति में चुनौती देते हुए कहा कि “मैं देश की बालू से ही कांग्रेस से भी बड़ा आन्दोलन खड़ा कर दूंगा।” 14 जुलाई, 1942 ई. में कांग्रेस कार्यसमिति की वर्धा बैठक में गाँधी जी के इस विचार को पूर्ण समर्थन मिला कि भारत में संवैधनिक गतिरोध तभी दूर हो सकता है, जब अंग्रेज़ भारत से चले जायें। वर्धा में कांग्रेस कार्यसमिति ने ‘अंग्रेज़ों भारत छोड़ो प्रस्ताव’ पारित किया। आन्दोलन की सार्वजनिक घोषणा से पूर्व 1 अगस्त, 1942 ई. को इलाहाबाद में ‘तिलक दिवस’ मनाया गया। इस अवसर पर जवाहरलाल नेहरू ने कहा- “हम आग से खेलने जा रहे हैं। हम दुधारी तलवार का प्रयोग करने जा रहे हैं, जिसकी चोट उल्टी हमारे ऊपर भी पड़ सकती है।”
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Question 10 of 10
10. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से किन्होंने “अहमदाबाद टैक्सटाइल लेबर एसोसिएशन” की स्थापना की?
Correct
चंपारण की सफलता के बाद गांधी जी का अगला प्रयोग 1918 में अहमदाबाद की एक कॉटन टेक्सटाइल मिल में किया गया थायहां पर गांधीजी ने मिल मालिक और मजदूरों के बीच मजदूरी बढ़ाने के सिलसिले में चल रहे विवाद में हस्तक्षेप किया थाअहमदाबाद टेक्सटाइल मील में प्लेग बोनस को लेकर विवाद थाउन्नीसवीं की सदी के अंत में अहमदाबाद एक औद्योगिक केंद्र के रुप में विकसित होने लगा था1917 में यहां के मिल मालिकों ने मजदूरों को दिया जा रहा प्लेग बोनस बंद करने का निर्णय लिया थाजबकि दूसरी और प्रथम विश्व युद्ध के कारण महंगाई काफी बढ़ रही थीश्रमिको ने प्लेग बोनस समाप्त करने के एवज में उनकी मजदूरी में 50% वृद्धि करने की मांग की थीजबकी मिल मालिक 20% वृद्धि करने के लिए तैयार हुए थे जोकि मजदूरों के हितों की दृष्टि से सही नहीं थी कोई मजदूरो ने इसका विरोध कियाइस कारण मजदूरों ने महात्मा गांधी से सहायता और मार्गदर्शन का आग्रह किया था.
Incorrect
चंपारण की सफलता के बाद गांधी जी का अगला प्रयोग 1918 में अहमदाबाद की एक कॉटन टेक्सटाइल मिल में किया गया थायहां पर गांधीजी ने मिल मालिक और मजदूरों के बीच मजदूरी बढ़ाने के सिलसिले में चल रहे विवाद में हस्तक्षेप किया थाअहमदाबाद टेक्सटाइल मील में प्लेग बोनस को लेकर विवाद थाउन्नीसवीं की सदी के अंत में अहमदाबाद एक औद्योगिक केंद्र के रुप में विकसित होने लगा था1917 में यहां के मिल मालिकों ने मजदूरों को दिया जा रहा प्लेग बोनस बंद करने का निर्णय लिया थाजबकि दूसरी और प्रथम विश्व युद्ध के कारण महंगाई काफी बढ़ रही थीश्रमिको ने प्लेग बोनस समाप्त करने के एवज में उनकी मजदूरी में 50% वृद्धि करने की मांग की थीजबकी मिल मालिक 20% वृद्धि करने के लिए तैयार हुए थे जोकि मजदूरों के हितों की दृष्टि से सही नहीं थी कोई मजदूरो ने इसका विरोध कियाइस कारण मजदूरों ने महात्मा गांधी से सहायता और मार्गदर्शन का आग्रह किया था.