UPSC Prelims 2024 परीक्षा के लिए कला एवं इतिहास (History+Culture) का Mock Test Series का दूसरा भाग दिया जा रहा है. भाषा हिंदी है और सवाल (MCQs) 10 हैं. ये questions Civil Seva Pariksha के समतुल्य हैं इसलिए यदि उत्तर गलत हो जाए तो निराश मत हों.
सवालों के उत्तर व्याख्या सहित नीचे दिए गए हैं. (Question Solve Karen Ya Na Karen Par Explanation Par Nazar Jarur Daudayen)[no_toc]
Mock Test for UPSC Prelims - History (इतिहास) Part 2
Question 1 |
लोक चित्रकला | राज्य |
1. पट्टचित्र | ओडिशा |
2. फड़ | राजस्थान |
3. पिछवाई | कर्नाटक |
केवल 1 और 3 | |
केवल 1 और 2 | |
केवल 2 और 3 | |
1, 2 और 3 |
Question 2 |
- मौर्य सेना को केवल भूमि अनुदान के रूप में भुगतान किया जाता था.
- मौर्य साम्राज्य में एक सुस्थापित गुप्तचर व्यवस्था विद्यमान थी.
- साम्राज्य को कई प्रान्तों में विभाजित किया गया था और प्रत्येक प्रांत को राजकुमार के अधीन रखा गया था.
केवल 1 और 3 | |
केवल 1 और 2 | |
केवल 2 और 3 | |
केवल 3 |
Question 3 |
- दिल्ली सल्तनत के अंतर्गत पहली बार भू राजस्व के आकलन के लिए भूमि की वैज्ञानिक माप का आरम्भ.
- चार अलग-अलग बाजारों की स्थापना तथा मूल्य नियंत्रण हेतु एक विभाग की स्थापना.
- सैनिकों के वेतन का नकद भुगतान.
केवल 1 और 2 | |
केवल 2 और 3 | |
केवल 1 और 3 | |
1, 2 और 3 |
Question 4 |
- नियतिवाद इस सम्प्रदाय का केंद्रीय दर्शन था.
- आजीवक कठोर तपस्या का अभ्यास करते हैं.
- बराबर पहाड़ियों की गुफाओं में आजीवक सम्प्रदाय से सम्बंधित शिलालेख मिलते हैं.
केवल 1 और 2 | |
केवल 2 और 3 | |
केवल 1 और 3 | |
1, 2 और 3 |
Question 5 |
एक "पीर" द्वारा प्रदत्त शरिया शिक्षाओं को | |
"समा" बनाने के लिए सूफियों द्वारा उपयोग किये जाने वाले संगीत वाद्ययंत्र को | |
मुख्यतः एक धार्मिक सम्प्रदाय द्वारा संचालित अस्थायी निवास के लिए प्रयुक्त प्रतिष्ठान को | |
सूफी सिलसिलों में से एक सिलसिले को |
Question 6 |
- इसकी स्थापना संगुटुवन द्वारा की गई थी.
- इनके अधीन पहली बार मंदिर वास्तुकला की वेसर शैली का विकास हुआ.
- इन्होंने संस्कृत, जैन और कन्नड़ साहित्य को संरक्षण प्रदान किया.
केवल 1 | |
केवल 1 और 2 | |
केवल 1 और 3 | |
केवल 3 |
Question 7 |
संरचना | पुरास्थल |
1. विशाल स्नानागार | मोहनजोदड़ो |
2. अन्नागार | हड़प्पा |
3. गोदीबाड़ा (डॉकयार्ड) | लोथल |
केवल 1 और 2 | |
केवल 2 और 3 | |
केवल 1 और 3 | |
1, 2 और 3 |
Question 8 |
- गाँधीजी सविनय अवज्ञा आन्दोलन के निलम्बन हेतु सहमत हो गये थे.
- सरकार ने शांतिपूर्ण और गैर-आक्रामक धरने के अधिकार को सहमति दी.
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कराची अधिवेशन में इसका समर्थन किया गया.
केवल 1 और 2 | |
केवल 2 और 3 | |
केवल 3 | |
1, 2 और 3 |
Question 9 |
- यह भारत में गाँधीजी की असहयोग की प्रथम कार्यवाही थी.
- यह भूराजस्व की दर में अत्यधिक वृद्धि के विरुद्ध था.
- महात्मा गाँधी को किसानों की शिकायतों के समाधान हेतु निर्मित सरकारी समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था.
केवल 1 और 2 | |
केवल 1 | |
केवल 2 और 3 | |
केवल 1,2 और 3 |
Question 10 |
भारत को डोमिनियन स्टेटस प्रदान करना | |
तिब्बत के साथ मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध स्थापित करना | |
भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्सों में आदिवासी विद्रोहों को दबाना | |
उपर्युक्त में से कोई नहीं |
History+Culture Mock Test Series 2 MCQ – व्याख्या (Explanation)
Q1. B – लोक चित्रकला और सम्बंधित राज्य
युग्म 1 और 2 सही सुमेलित हैं : फड़ मुख्यतः पट्टचित्र का एक धार्मिक रूप है, जिसका उद्भव राजस्थान में हुआ था. इसमें लोक देवताओं, पाबूजी या देवनारायण का चित्रण किया जाता है. 30 या 15 फीट लम्बे चित्रित कैनवास या कपड़े को फड़ कहा जाता है. वानस्पतिक रंग और देवताओं के जीवन और वीरतापूर्ण कार्य का कथात्मक वर्णन इन चित्रों की विशेषता है. पट्टचित्र शैली की चित्रकला ओडिशा के सबसे पुराने और सबसे लोकप्रिय कला रूपों में से एक है. पट्टचित्र का नाम संस्कृत शब्द पट्ट और चित्र से विकसित हुआ है. अतः पट्टचित्र कैनवास पर उकेरे गए चित्र हैं जिन्हें समृद्ध रंगयुक्त अनुप्रयोगों एवं रचनात्मक रुपान्कनों और डिजाइनों के द्वारा व्यक्त किया जाता है. इसमें सरल विषयों का चुनाव किया जाता है जो अधिकांशतः पौराणिक कथाओं का वर्णन करते हैं.
युग्म 3 सुमेलित नहीं है : पिछवाई कला का उद्गम, राजस्थान के नाथद्वारा स्थित कृष्ण मंदिरों में मुख्यतः देवता के पीछे की दिवार पर लटकाए गए कपड़ों से हुआ. इन चित्रों में भगवान् कृष्ण से सम्बंधित कहानियों का वर्णन किया गया है.
Q2. C – मौर्य प्रशासन
कथन 1 सही नहीं है : मौर्य सेना सुसंगठित थी और यह सेनापति के नियंत्रण में होती थी. वेतन का भुगतान नकद में किया जाता था. कौटिल्य ने सैन्य अधिकारियों के पदानुक्रम के अनुसार वेतन का वर्णन किया है.
कथन 2 सही है : गुप्तचर सेवा या गुप्तचर व्यवस्था को सेना के बाद, मौर्य शासन के मुख्य आधार-स्तम्भ के रूप में वर्णित किया जा सकता है. सम्राट द्वारा गुप्तचरों के समूह को नियुक्त किया जाता था जो विभिन्न प्रकार के रूप (भेष) धारण करने में सक्षम थे. उन्हें एक गुप्तचर विभाग द्वारा नियंत्रित किया जाता था. इस काल में सांकेतिक लेखन का उपयोग किया गया था और वाहक कबूतरों की सेवाओं भी ली जाती थी.
कथन 3 सही है : साम्राज्य को कोई प्रान्तों में विभाजित किया गया था और प्रत्येक प्रांत को राजकुमार के अधीन रखा गया था, जो कि शाही परिवार का वंशज होता था. प्रान्तों को छोटी इकाइयों में विभाजित किया जाता था तथा ग्रामीण एवं शहरी प्रशासन के लिए व्यवस्थाएँ की गईं थीं.
Q3. D – अलाउद्दीन खिलजी
- उसने विशाल स्थायी सेना का गठन किया, जिसे वेतन का भुगतान नकद में किया जाना था.
- उसने दाग (घोड़ों को दागने) और हुलिया/चेहरा (सैनिकों के वर्णनात्मक सूची) प्रथा का प्रारम्भ किया.
- उसने चार अलग-अलग बाजारों की स्थापना की तथा मूल्य नियंत्रण हेतु एक विभाग भी स्थापित किया.
- भू-राजस्व के आकलन के लिए भूमि की वैज्ञानिक माप को प्रारम्भ करने वाला वह दिल्ली का पहला सुल्तान था. उसने खराज व्यवस्था को भी प्रारम्भ किया, जिसमें राज्य उपज का 50% देने का आदेश दिया गया.
- किसी को भी किसानों से प्रत्यक्ष खरीद की अनुमति नहीं थी, केवल व्यापारी ही ऐसा कर सकते थे. दिल्ली के सभी व्यापारियों के लिए स्वयं को पंजीकृत कराना आवश्यक था.
- उसने चौधरी (परगना के मुखिया), खुत (जमींदार) और मुकद्दम (गाँवों के मुखिया) के विशेषाधिकारों को भी समाप्त कर दिया. यहाँ तक कि वे बड़े भू-स्वामी भी करों से नहीं बच सकते थे.
- उसने दो नए कर – घरीघर (घरों पर घर) एवं चरीकर (दुधारू पशुओं पर कर) प्रारम्भ किये.
- गैर मुसलामानों पर जजिया कर अधिरोपित किया गया.
Q4. D – आजीवक सम्प्रदाय
भारत में बौद्ध धर्म और जैन धर्म के समकालीन आजीवक सम्प्रदाय का भी उदय हुआ जो 14वीं सदी तक निरंतर बना रहा. आजीवक सम्पद्राय का केन्द्रीय विचार नियति (भाग्य) था, तथा यह सिद्धांत अंततः समस्त घटनाओं को निर्धारित और नियंत्रित करता था. इस कठोर नियतात्मक सिद्धांत में कर्म और पुनर्जन्म अस्तित्व में थे किन्तु इसके अनुसार इसमें मानव प्रयास कोई भूमिका नहीं निभाता, क्योंकि आत्माओं के लिए पथ हजार सालों पहले ही निर्धारित किये जा चुके हैं.
आजीवक सम्प्रदाय ने कठोर तपस्या एवं प्रायः अल्प आहार पर बल दिया. सम्प्रदाय ने जाति या वर्ग के आधार पर भेदभाव नहीं किया और उनके साधक तथा अनुयायी समाज के विभिन्न वर्गों से थे.
बराबर पहाड़ियों के शिलालेखों में अशोक द्वारा आजीवकों के लिए कुछ गुफाओं के दान का उल्लेख मिलता है. वहीं पास के नागार्जुनी पहाड़ियों के शिलालेखों में अशोक के उत्तराधिकारी दशरथ द्वारा आजीवकों हेतु तीन गुफाओं के दान का उल्लेख किया गया है.
Q5. C – भारत में सूफी परम्परा के सम्बन्ध में शब्द “खानकाह”
11वीं शताब्दी तक सूफीवाद कुरान के अध्ययन और सफूी प्रथाओं से सम्बंधित साहित्य के साथ एक सुविकसित आन्दोलन के रूप में स्थापित हुआ. संस्थागत रूप से, सूफियों ने धर्मशाला या खानकाह (फारसी के आस-पास समुदायों को संगठित करना प्रारम्भ कर दिया था. खानकाह मुख्यतः एक धार्मिक सम्प्रदाय द्वारा संचालित अस्थायी निवास के लिए प्रयुक्त प्रतिष्ठान था. यह एक उपदेशक द्वारा नियंत्रित होता था, जिसे शेख (अरबी में) , पीर या मुशीद (फारसी में) के रूप में जाना जाता था. ये अनुयायियों (मुरीदों) का नामाकंन और उत्तरधिकारियों (खलीफा) की नियुक्ति करते थे. ये आध्यात्मिक आचरण और खानकाह में रहने वालों के साथ-साथ जनसामान्य और शेख (master) के मध्य परस्पर सम्पर्क के नियमों का निर्धारण भी करते थे.
Q6. D – राष्ट्रकूट वंश
कथन 1 सही नहीं है : राष्ट्रकूट शासक कन्नड़ मूल के थे और कन्नड़ भाषा उनकी मातृभाषा थी. दन्तिदुर्ग राष्ट्रकूट वंश का संस्थापक था. उसने गुर्जर शासकों को पराजित कर मालवा पर अधिकार स्थापित किया. सेंगुटुवन संगम काल में चेर साम्राज्य का एक शासक था.
कथन 2 सही नहीं है : चालुक्य कला के महान संरक्षक थे. इन्होंने संरचनात्मक मंदिर वास्तुकला की वेसर शैली विकसित की. हालाँकि, वेसर शैली राष्ट्रकूटों और होयसल वंश के तहत ही अपनी पराकाष्ठा पर पहुँची. राष्ट्रकूटों की कला और वास्तुकला को एलोरा और एलीफैंटा की गुफाओं में देखा जा सकता है. एलोरा का सबसे उल्लेखनीय मंदिर कैलाश मंदिर है.
कथन 3 सही है : राष्ट्रकूट ने व्यापक रूप से संस्कृत साहित्य को संरक्षण प्रदान किया. जैन साहित्य राष्ट्रकूटों के संरक्षण के तहत ही विकसित हुआ. कन्नड़ साहित्य के प्रारम्भ को राष्ट्रकूट शासन के दौरान देखा जा सकता है. कन्नड़ भाषा में प्रथम काव्य अमोघवर्ष द्वारा रचित कविराजमार्ग था.
Q7. D – सिन्धु घाटी सभ्यता
युग्म 1 सही सुमेलित है : मोहनजोदड़ो में खोजा गया सर्वाधिक प्रसिद्ध भवन विशाल स्नानागार है. यह 6×12 मीटर की, ईंटों द्वारा निर्मित एक उत्कृष्ट संरचना है. इसमें एक हौज है जिसकी लम्बाई और चौड़ाई 11.88 x 7.01 मीटर तथा गहराई 2.43 मीटर है. इसके उत्तरी और दक्षिणी सिरे पर सीढ़ियाँ निर्मित हैं.
युग्म 2 सही सुमेलित है : हड़प्पा में एक अन्नागार पाया गया है.
युग्म 3 सही सुमेलित है : लोथल के ज्वारीय तट में एक वृहद् संरचना स्थित है जिसकी समुद्री जहाज़ों के लिए एक गोदीबाड़ा (dockyard) के रूप में पहचान की गई है. यह इस बात का प्रमुख साक्ष्य है कि सिन्धु घाटी के नगर उस दौर की अन्य सभ्यताओं के साथ बड़े पैमाने पर व्यापार करते थे.
Q8. D – दिल्ली समझौते या गाँधी-इरविन समझौता
सरकार की ओर से इरविन निम्नलिखित शर्तों पर सहमत हुए –
- हिंसा का दोषी नहीं होने वाले सभी राजनैतिक कैदियों की तुरंत रिहाई.
- अभी तक जमा नहीं किये गये समस्त अर्थदंड माफ़
- ऐसी समस्त भूमि की वापसी जिसे अभी तक किसी तीसरे पक्ष को नहीं बेचा गया.
- इस्तीफ़ा देने वाले सरकारी कर्चारियों के साथ उदारतापूर्ण व्यवहार
- व्यक्तिगत उपभोग के लिए तटीय गाँवों को नमक बनाने का अधिकार (बिक्री के लिए नहीं)
- शांतिपूर्ण और गैर-आक्रामक धरने का अधिकार, इसलिए कथन 2 सही है.
- आपातकालीन अध्यादेशों की वापसी
हालाँकि वायसराय ने गाँधी की दो माँगों को ठुकरा दिया –
- पुलिस द्वारा अत्याचार के मामलों में सार्वजनिक जाँच.
- भगत सिंह तथा उनके साथियों के मृत्युदंड का आजीवन कारावास में परिवर्तन.
कांग्रेस की ओर से गाँधी ने निम्नलिखित पर सहमति दी –
- सविनय अवज्ञा आन्दोलन का निलम्बन. अतः कथन 1 सही है.
- भारतीयों के हितों के लिए आवश्यक सबसे महत्त्वपूर्ण विषयों – संघवाद, भारतीय उत्तरदायित्व, आरक्षण तथा सेफगार्ड के संवैधानिक प्रश्नों पर विचार-विमर्श करने के लिए अगले गोलमेज सम्मेलन में हिस्सा लेना.
मार्च 1931 में गाँधी-इरविन समझौते को समर्थन देते हुए कराची में सरदार पटेल की अध्यक्षता में कांग्रेस के लिए एक विशेष अधिवेशन का आयोजन किया. कराची अधिवेशन में, दो प्रस्तावों को अपनाया गया – पहला, मौलिक अधिकार और दूसरा राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रम. इसलिए कथन 3 सही है.
Q9. B – खेड़ा सत्याग्रह
कथन 1 सही है : 1918 के खेड़ा सत्याग्रह भारत में गाँधीजी की असहयोग की प्रथम कार्यवाही थी.
कथन 2 सही नहीं है : 1918 के अकाल के कारण, गुजरात के खेड़ा जिले में फसल नष्ट हो गयी. राजस्व संहिता के अनुसार, यदि उपज का उत्पादन सामान्य के एक-चौथाई से कम हो तो किसानों को छूट का अधिकार होता था. परन्तु अधिकारीयों ने छूट देने से मना कर दिया. गाँधीजी ने किसानों के आन्दोलन का समर्थन किया और उन्हें राजस्व रोक कर रखने के लिए कहा. अधिकारियों ने, जो किसानों की माँग को खुलकर स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थे, गुप्त निर्देश जारी किये – > जो कोई भुगतान करने में समर्थ है, वह भुगतान करे. कई युवा राष्ट्रवादी समर्थकों जैसे सरदार पटेल और इन्दुलाल याज्ञिक ने गाँधी जी को समर्थन दिया.
कथन 3 सही नहीं है : चंपारण सत्याग्रह में महात्मा गाँधी को मामले की जाँच करने के लिए सरकार द्वारा नियुक्त समिति (चंपारण कृषक समिति) में एक सदस्य के रूप में नामित किया गया था. (पढ़ें – चंपारण आंदोलन)
Q10. B – यंग हस्बैंड मिशन
तिब्बत पर चीन के नाममात्र आधिपत्य के अंतर्गत बौद्ध भिक्षुओं के धर्मतंत्र का शासन था. तिब्बत के साथ मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध स्थापित करने के ब्रिटिश प्रयासों के पूर्व में कुछ परिणाम प्राप्त नहीं हुए थे और भारत में लॉर्ड कर्जन के आगमन के समय तक एक गतिरोध बन गया था. तिब्बत पर चीन आधिपत्य प्रभावहीन था और ल्हासा पर रुसी प्रभाव बढ़ रहा था तथा तिब्बत में रुसी हथियार और गोला-बारूद के पहुँचने की रिपोर्ट आ रही थीं. ऐसे में कर्जन की चिंताएँ बढ़ गईं एवं उसने तिब्बतियों को एक समझौते के लिए राजी करने के लिए कर्नल यंग हस्बैंड के नेतृत्व में एक छोटी गोरखा टुकड़ी को विशेष मिशन पर भेजा.
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