भारत के महापंजीयक द्वारा नमूना पंजीकरण प्रणाली (Sample Registration System – SRS) बुलेटिन जारी किया गया है. यह 2018 के लिए एकत्र किए गए आंकड़ों पर आधारित है.
मुख्य निष्कर्ष
जन्म दर
- 2018 में राष्ट्रीय जन्म दर 20 थी. ज्ञातव्य है कि यह दर 1971 में 36.9 थी.
- जन्म दर की सूची में बिहार (26.2) इस बार भी सबसे ऊपर है, जबकि सबसे निचला स्थान अंडमान-निकोबार (11.2) है.
- ग्रामीण क्षेत्रों में जन्म दर पहले की तरह अधिक है, परन्तु इस मामले में गाँव और शहर का अंतर पहले से घटा है.
- पिछले दशक में जन्म दर में 11% की कमी आई है. 2009 में जन्म दर 22.5 थी जो 2018 में 20.0 रह गई.
- उसी अवधि में ग्रामीण क्षेत्रों में जन्म दर 24.1 से घटकर 21.6 हुई तो शहरी क्षेत्रों में 18.3 से घटकर 16.7 हो गई.
मृत्यु दर
- 1971 में मृत्यु दर 14.9 थी जो 2018 में घटकर 6.2 हो गई.
- छत्तीसगढ़ की मृत्यु दर सबसे ऊँची है जबकि दिल्ली की सबसे कम है.
- ग्रामीण क्षेत्रों में मृत्यु दर की गिरावट अधिक तेज़ रही.
- पिछले दशक में अखिल भारतीय स्तर पर मृत्यु दर 7.3 से 6.2 हो गई. गांवों में यह गिरावट 7.8 से 6.7 तक हुई जबकि शहरी क्षेत्रों में मृत्यु दर 5.8 से घटकर 5.1 तक पहुंची.
शिशु मृत्यु दर
- 1971 (129) की तुलना में शिशु मृत्यु दर 32 थी.
- सबसे अधिक मृत्यु दर मध्य प्रदेश (48) की थी और जबकि सबसे कम नागालैंड (4) में थी.
- पिछले दस वर्षों में शिशु मृत्यु दर गांवों में 35% घटी, जबकि शहरों में यह गिरावट 32% रही.
- अखिल भारतीय स्तर पर पिछले दशक में शिशु मृत्यु दर 50 से घटकर 32 हो गई.
नमूना पंजीकरण प्रणाली क्या है?
- नमूना पंजीकरण प्रणाली एक जनसांख्यिक सर्वेक्षण है जिसके माध्यम से प्रतिवर्ष शिशु मृत्यु दर, जन्म दर, मृत्यु दर तथा अन्य प्रजनन एवं मृत्यु संकेतकों के विषय में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर अनुमान लगाया जाता है.
- यह एक दोहरी रिकॉर्ड प्रणाली पर आधारित है जिसका प्रारम्भ गृह मंत्रालय के अधीन रजिस्ट्रार जनरल कार्यालय द्वारा वर्ष 1964-65 में जन्म और मृत्यु के आँकड़ों को पंजीकृत करने के उद्देश्य से कुछ राज्यों में किया गया था. तब से नमूना पंजीकरण प्रणाली नियमित रूप से आँकड़े उपलब्ध करा रही है.
- नमूना पंजीकरण प्रणाली के अंतर्गत अंशकालिक गणक (गणना करने के लिये नियुक्त व्यक्ति) द्वारा गाँवों/शहरों के जन्म और मृत्यु दर की निरंतर गणना की जाती है और एक पूर्णकालिक गणक द्वारा अर्द्धवार्षिक पूर्वव्यापी सर्वेक्षण किया जाता है.
- इन दोनों स्रोतों से प्राप्त आँकड़ों को आपस में मेल किया जाता है और बेमेल एवं आंशिक रूप से सुमेलित आँकड़ों को पुनः सत्यापित किया जाता है जिससे सही एवं स्पष्ट गणना की जा सके और वैध आँकड़े हमारे समक्ष आयें.
- हर दस साल कि अवधि में नवीनतम जनगणना के परिणामों के आधार पर नमूना पंजीकरण प्रणाली नमूना में संशोधन किया जाता है.
Tags : Sample Registration System, SRS in Hindi. Latest Updated Data 2018