Sansar Daily Current Affairs, 02 July 2018
GS Paper 1 Source: The Hindu
Topic : Ramanuja
- रामानुजाचार्य की आसन मुद्रा में 216 फुट की प्रतिमा हैदराबाद में स्थापित की जा रही है.
- उद्घाटित हो जाने के बाद यह प्रतिमा विश्व की दूसरी ऐसी सबसे ऊँची प्रतिमा बन जायेगी जो आसन मुद्रा में है.
- वर्तमान में इस प्रकार की सबसे ऊँची प्रतिमा थाईलैंड में स्थित बुद्ध की आसीनावस्था की प्रतिमा है जिसकी ऊँचाई 302 फुट है.
- आज की तिथि में आसन मुद्रा की दूसरी सबसे ऊँची प्रतिमा चीन के Xiqiao पर्वत पर बनी हुई बोद्धिसत्व की प्रतिमा है जिसकी ऊँचाई 203 फुट है.
- रामानुजाचार्य एक हिन्दू धर्मशास्त्री, दार्शनिक और वैष्णव शाखा के सबसे बड़े आचार्यों में से एक थे.
- मध्यकालीन भारत में हुए भक्ति आन्दोलन में उनके दार्शनिक विचारों का बहुत बड़ा योगदान था.
- वे वेदान्त की विशिष्ट द्वैतवाद शाखा के मुख्य प्रणेता थे.
- उन्होंने ब्रह्म सूत्र और भगवद्गीता पर भाष्य लिखे (वेदार्थसंग्रहम, श्रीभाष्यम, गीताभाष्यम)
रामानुजाचार्य या इलैया पेरुमल एक दक्षिण भारतीय ब्राह्मण धर्मशास्त्री एवं दार्शनिक थे. ये हिन्दूधर्म की भक्ति परम्परा के सबसे प्रभावशाली विचारक थे. वे भक्ति संत थे तथा उन्हें समानता के सन्देश का भी प्रसार किया था. उनके दर्शन को विशिष्टाद्वैतवाद (विशिष्ट+अद्वैत) के रूप में जाना जाता है. भक्तिवाद के उनके दार्शनिक आधार ने भक्ति आन्दोलन को अत्यधिक प्रभावित किया था. उनके शिष्य संभवतया शाट्यायनीय उपनिषद् जैसे ग्रन्थों के लेखक थे. उन्होंने स्वयं भी कई प्रभावशाली ग्रन्थ जैसे – ब्रह्मसूत्र और भगवद्गीता पर भाष्यों की रचना की थी. इन सभी की रचना संस्कृत भाषा में की गई थी.
उन्होंने अपने तीन प्रमुख टीकाओं में भक्ति (भक्तिमय पूजा) मार्ग को अपनाने के लिए बौद्धिक आधार प्रदान किये. ये टीकाएँ हैं – वेदार्थ-संग्रह, श्रीभाष्य और भगवद्गीता-भाष्य.
विशिष्टाद्वैतवाद (विशिष्ट+अद्वैत)
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इसके अनुसार सभी जीव गुणात्मक रूप से ब्रह्म के साथ एक हैं जबकि मात्रात्मक रूप से उनमें भिन्नताएँ व्याप्त हैं. रामानुज के अनुसार सभी जीवों के मात्रात्मक रूप से भिन्न होने का आशय यह है कि वे ब्रह्म का एक हिस्सा होने के कारण ब्रह्म पर ही निर्भर हैं लेकिन वे स्वयं ब्रह्म नहीं बन सकते.
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इस दर्शन के अनुसार सभी जीवों की एक विशिष्ट सत्ता है. इस प्रकार ब्रह्म भी है किन्तु यह एक सर्वोच्च सत्ता है.
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भौतिक जगत परमसत्ता की रचना है और इस भौतिक जगत के निर्माण के क्रम में परमसत्ता में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं होता है.
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दसवीं शताब्दी के अंत तक दक्षिणी भारत में दर्शन की विशिष्टाद्वैत प्रणाली सुस्थापित हो चुकी थी और इस मत के अनुयायी महत्त्वपूर्ण वैष्णव मंदिरों के प्रभारी बन गये थे.
GS Paper 2 Source: The Hindu
Topic : Regional Integrated Multi-Hazard Early Warning System (RIMES)
- ओडिशा सरकार ने आपदाओं के कुशल प्रबंधन के लिए क्षेत्रीय समेकित बहु-जोखिम पूर्व चेतावनी प्रणाली (RIMES) के साथ समझौता पत्र (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं.
- विदित हो कि जापान के Sendai शहर में एक अंतर्राष्ट्रीय संधि हुई थी जिसमें आपदाओं की पूर्व सूचना प्रणाली विकसित करने पर बल दिया गया था. इस संधि को Sendai Framework 2015-2030 के नाम से जाना जाता है. (15 सालों तक चलने वाला)
- ओडिशा सरकार का यह पहल उसी दिशा में लिया गया एक कदम है.
- RIMES संयुक्त राष्ट्र में पंजीकृत अंतर्राष्ट्रीय एवं अंतर-सरकारी संगठन है जिसकी स्थापना 30 अप्रैल, 2009 को हुई थी.
- इसके 48 सदस्य देश एवं अन्य सहयोगी देश हैं.
- इसका उद्देश्य था इसके सदस्य देशों में आपदाओं की पूर्व सूचना की सेवा उपलब्ध कराना.
GS Paper 3 Source: The Hindu
Topic : “Space force” by US
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी सेना की छठी शाखा के रूप में एक अन्तरिक्षीय सेना (Space Force) बनाने की घोषणा की है.
- इस सेना के स्थापना का उद्देश्य रूस और चीन पर अमेरिका के वर्चस्व को कायम रखना है.
- वर्तमान में किसी भी देश के पास अन्तरिक्षीय सेना नहीं है.
- इस प्रकार की सेना स्थापित करने के लिए अत्यंत उच्च प्रौद्योगिकी और विशेषज्ञता की आवश्यकता होगी जिसे हासिल करने में समय और प्रचुर वित्त की आवश्यकता पड़ सकती है.
- इस अन्तरिक्षीय सेना के संधारण के लिए आवश्यक धन हेतु विशाल बजटीय व्यवस्था की अपेक्षा होगी.
- अमेरिका के इस कदम से भविष्य में अन्तरिक्ष में सैन्य-प्रतिस्पर्धा की संभावना है.
GS Paper 3 Source: The Hindu
Topic : Agni V
- भारत की सबसे लंबी दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल, अग्नि-V को जल्द ही भारत के परमाणु शस्त्रागार में शामिल कर दिया जायेगा.
- यह एक ऐसा रणनीतिक हथियार है जो शत्रुओं को आक्रमण करने से रोक देगा.
- यह सतह से सतह मार करने वाली मिसाइल है जो 1.5 टन तक के परमाणु हथियार ले जा सकती है.
- इसका रेंज 5,000 km से अधिक है.
- यह भारत में निर्मित अन्य मिसाइलों की तुलना में सबसे अधिक दूरी तक जा सकती है और चीन के अधिकांश हिस्सों तक पहुँचने में सक्षम है.
- वर्तमान में, भारत में अग्नि श्रृंखला वाली मिसाइलें कुछ इस प्रकार हैं अग्नि -1 (700 किमी रेंज), अग्नि -2 (2,000 किमी रेंज), अग्नि -3 और अग्नि 4 — (2,500 किमी से 3,500 किमी).
GS Paper 3 Source: The Hindu
Topic : AMCDRR 2018
- AMCDRR का full-form है – Asian Ministerial Conference on Disaster Risk Reduction.
- AMCDRR 2018 की बैठक उलानबतार, मंगोलिया में आयोजित होने वाली है.
- यह बैठक UNISDR के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय और मंगोलिया सरकार के द्वारा आहूत की गई है.
- इसमें एशिया के विभिन्न देशों के मंत्री शामिल होते हैं.
- Sendai Framework के कार्यान्वयन के तीसरे वर्ष में संपन्न होने वाली इस बैठक का बड़ा महत्त्व है.
- इसमें सदस्य देशों को 2016 में हुई AMCDRR बैठक में लिए गये संकल्पों के कार्यान्वयन की वर्तमान स्थिति से अवगत होने तथा उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने का अवसर प्राप्त होगा.
- AMCDRR की theme है – आपदा जोखिम की रोकथाम : सतत विकास की रक्षा (Preventing Disaster Risk: Protecting Sustainable Development)
- AMCDRR 2005 में शुरू हुई और इसकी बैठक दूसरे वर्ष आयोजित की जाती है.
- 2007 में AMCDRR की बैठक नई दिल्ली, भारत में आयोजित हुई थी.
GS Paper 3 Source: The Hindu
Topic : Hubble Space Telescope (HST)
- नासा के हबल स्पेस टेलीस्कॉप ने हाल ही में कुछ ऐसे सितारों के विशाल संग्रह की एक शानदार चित्र खीचे हैं, जो अनुमानतः 10 अरब वर्ष पुराने हैं.
- बहुत से तारों का यह घना समूह एक विशाल गोल संकुल है जो एक-दूसरे से गुरुत्वाकर्षण के द्वारा बंधे हुए हैं और आकाशगंगा (Milky Way) की परिक्रमा कर रहा है.
- हबल स्पेस टेलीस्कोप अंतरिक्ष में स्थापित एक बड़ा दूरबीन है.
- इसे नासा ने 1990 में प्रक्षेपित किया था.
- इसका निर्माण NASA द्वारा यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के सहयोग से किया गया था.
- हबल एकमात्र ऐसी दूरबीन है जिसका रख-रखाव अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा किया जाता है.
- इससे दृश्यमान ब्रह्मांड की सीमाएँ हमारे लिए पहले से कहीं अधिक विस्तृत हो गयी हैं.
- इस दूरबीन के कैमरे सम्पूर्ण वर्णक्रम (spectrum) – अधोरक्तिम (infrared) से लेकर पराबैगनी (ultraviolet) तक – को देख सकते हैं.
GS Paper 3 Source: The Hindu
Topic : Golden Globe Race (GGR)
- विश्व की पहली नौका-परिक्रमा के 50 वर्ष पूरे हो जाने पर Golden Globe Race (GGR) नौकायन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है.
- यह आयोजन ब्रिटन निवासी Sir Robin Knox Johnston के द्वारा किया जा रहा है जिन्होंने 1968 में पहली बार भारत में निर्मित सुहैली नामक नौका में अकेले बैठकर और बिना रुके विश्व की परिक्रमा की थी.
- वर्तमान में आयोजित होने वाले नौकायन कार्यक्रम की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें 1968 के बाद की तकनीक से बनी नौका का प्रयोग नहीं किया जाएगा और न ही GPS का सहयोग लिया जायेगा.
- इस कार्यक्रम के लिए भारत से आमंत्रित एकमात्र प्रतिभागी भारतीय नौसेना के कमांडर अभिलाष टॉमी होंगे.
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