Sansar Daily Current Affairs, 04 July 2018
GS Paper 1 Source: The Hindu
Topic : Behdienkhlam Festival
- मेघालय राज्य के सबसे रंगबिरंगे त्योहारों में से एक Behdienkhlam पर्व को हाल ही में जयंतिया पहाड़ियों में मनाया गया.
- जयंतिया पहाड़ी के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह सबसे बड़ा त्यौहार है.
- इस पर्व में पहाड़ी लोग भरपूर फसल और प्लेग से छुटकारे के लिए देवताओं का आह्वान करते हैं.
- जब से सभ्यता का प्रारम्भ हुआ है तब से मनुष्य प्रकृति विपदाओं से संघर्ष करता आया है. यह पर्व उसी संघर्ष का एक धार्मिक रूप है.
- त्यौहार के दौरान एक सजाए गए रंगीन रथ को ‘वाह एनार (Wah Ainar)‘ नामक पोखर में विसर्जित किया जाता है.
- “Pnar” नामक जनजाति इस उत्सव को मनाती है. यह जाति हिन्दू धर्म या “Niamtre” सम्प्रदाय को मानने वाली होती है.
GS Paper 2 Source: The Hindu
Topic : Payments Council of India
- भारतीय भुगतान परिषद् (Payments Council of India – PCI) कंपनियों की भुगतान प्रणाली और उससे सम्बंधित समझौतों के लिए सर्वोच्च निकाय है.
- भारतीय भुगतान परिषद् का गठन वर्ष 2013 में डिजिटल भुगतान उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए IAMAI (Internet and Mobile Association of India) के तत्त्वावधान में किया गया था.
- इसका एक अन्य कार्य विभिन्न गैर-बैंकिंग भुगतानों को विनियमित करना था और सम्बंधित मसलों का हल निकालना था.
- परिषद् और इसके सभी सदस्य भुगतान उद्योग के विकास को बढ़ावा देते हैं और सरकार के “नकद रहित” समाज के उद्देश्य को पूरा करने में सहायता करते हैं.
- PCI भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), वित्त मंत्रालय और भारत सरकार तथा अन्य संस्थाओं और कार्यालयों के सहयोग से कम-से-कम नकद वाली आर्थिक व्यवस्था का निर्माण करने की दिशा में कार्य करती है.
- विदित हो कि IAMAI एक लाभ-रहित औद्योगिक निकाय है जिसकी स्थापना 2004 में ऑनलाइन भुगतान सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए की गई थी.
GS Paper 2 Source: The Hindu
Topic : ‘Happiness curriculum’ for school students
- दिल्ली सरकार ने राज्य संचालित स्कूलों में “प्रसन्नता पाठ्यक्रम/happiness curriculum” चलाने का निर्णय लिया है.
- दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षा से कक्षा 8 लाख तक इस नए पाठ्यक्रम को पढ़ाया जाएगा.
- इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत प्रतिदिन 45 मिनट की प्रसन्नता से सम्बंधित एक कक्षा होगी और साथ ही साथ प्रत्येक कक्षा के पहले पाँच मिनट ध्यान (meditation) का कार्यक्रम होगा.
- प्रसन्नता की कक्षा में ध्यान के अतिरिक्त नैतिक मान्यताओं और मानसिक गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा.
GS Paper 2 Source: The Hindu
Topic : Khadi and Village Industries Commission (KVIC)
- खादी ग्रामोद्योग आयोग ने एक स्वयं-निर्मित ई-विपणन बहु-आयामी प्रणाली विकसित की है जिसका नाम “खादी संस्थान प्रबंधन एवं सूचना प्रणाली”/Khadi Institution Management and Information System (KIMIS) रखा गया है.
- खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पादनों के क्रय-विक्रय के लिए देश के किसी भी कोने से इस प्रणाली की सेवा प्राप्त की जा सकती है.
- खादी ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) एक वैधानिक निकाय है जिसकी स्थापना खादी ग्रामोद्योग आयोग 1956 के तहत हुई थी.
- 1957 में अखिल भारतीय खाड़ी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड (All India Khadi and Village Industries Board) के सारे कार्य इस आयोग को सौंप दिए गये.
- यह सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के तहत एक शीर्ष संगठन है.
- इसका कार्य खादी एवं ग्रामीण उद्योगों की स्थापना एवं विकास को संगठित करना और उनके विकास में सहायता देना है.
- आयोग के तीन मुख्य उद्देश्य हैं –
- सामाजिक उद्देश्य – ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार प्रदान करना.
- आर्थिक उद्देश्य – बिक्री योग्य सामान तैयार करना.
- व्यापक उद्देश्य – लोगों को आत्मनिर्भर बनाना और उनमें एक मजबूत ग्रामीण सामुदायिक भावना पैदा करना.
GS Paper 2 Source: The Hindu
Topic : इंदिरा सागर पोलावरम परियोजना
- भारतीय राष्ट्रपति को NCST के अध्यक्ष ने “इंदिरा सागर पोलावरम परियोजना” के कारण विस्थापित जनजातियों के विषय में एक प्रतिवेदन सौंपा है.
- यह प्रतिवेदन संविधान की धारा 338A(5)(e) के प्रावधान के तहत प्रस्तुत किया गया है.
- ज्ञातव्य है कि इंदिरा सागर पोलावरम परियोजना आंध्र प्रदेश की एक बहुउद्देश्यीय सिंचाई परियोजना है जिसे भारत सरकार ने राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दे रखा है.
- इस परियोजना के अंतर्गत आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले एवं पूर्वी गोदावरी जिले में गोदावरी नदी पर एक बाँध का निर्माण चल रहा है.
- इस बाँध के लिए बनाया गए विशाल जलाशय के कुछ अंश छतीसगढ़ और ओडिशा राज्यों में भी पड़ते हैं.
- इस प्रयोजना के अधीन सिंचाई, पनबिजली एवं पेय-जल की सुविधा आंध्र प्रदेश के पूर्वी-गोदावरी, पश्चिमी-गोदावरी एवं कृष्णा जिले के अतिरिक्त विशाखापत्तनम को मुहैया की जायेगी.
- इस परियोजना के चलते 222 गाँवों के 1 लाख 88 हजार लोग विस्थापित हो गये हैं. इनमें से 1,730 लोगों का पुनर्वास किया जा चुका है.
GS Paper 2 Source: The Hindu
Topic : National Commission for Scheduled Tribes (NCST)
- NCST की स्थापना संविधान (89वाँ संशोधन) अधिनियम, 2003 के आलोक में की गई है.
- विदित हो कि इस संशोधन के द्वारा संविधान में एक नई उपधारा 338A जोड़ी गई थी.
- इस संशोधन के द्वारा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आयोग को दो भागो में बाँटकर अनुसूचित जातियों एवं अनुसूचित जनजातियों के लिए दो अलग-अलग आयोग बना दिया गया था – (i) the National Commission for Scheduled Castes (NCSC), एवं (ii) the National Commission for Scheduled Tribes (NCST).
- अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं प्रत्येक सदस्य का कार्यकाल उनकी योगदान की तिथि से तीन वर्ष तक के लिए होता है.
- आयोग के अध्यक्ष को केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री का दर्जा, उपाध्यक्ष को राज्य मंत्री का दर्जा एवं सदस्यों को भारत सरकार के सचिव का दर्जा प्राप्त होता है.
- NCST के पास संविधान एवं विभिन्न कानूनों द्वारा अनुसूचित जनजातियों की सुरक्षा के लिए किये गये प्रावधानों से सम्बंधित शिकायतों की जाँच करने और निगरानी करने का अधिकार होता है.
- आयोग अनुसूचित जनजातियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक प्रावधान करने तथा इस दिशा में हुई प्रगति का मूल्यांकन करने के विषय में केंद्र और राज्य सरकारों को परामर्श भी देता है.
- इस विषय में अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) हर वर्ष राष्ट्रपति के समक्ष प्रतिवेदन प्रस्तुत करता है.
GS Paper 1 Source: The Hindu
Topic : ब्रू जनजाति
- भारत सरकार एवं मिजोरम तथा त्रिपुरा और मिजोरम विस्थापित ब्रू मंच (MBDPF) के बीच हाल ही में एक समझौता हुआ है जिसे ब्रू जनजाति के विस्थापन समस्या के समाधान की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.
- इस समझौते के अंतर्गत केन्द्र सरकार मिजोरम के ब्रू समुदाय के पुनर्वास के लिए वित्तीय सहायता मुहैया कराएगी.
- साथ ही केंद्र सरकार मिजोरम और त्रिपुरा सरकार की सलाह पर इस जनजाति की सुरक्षा, शिक्षा एवं आजीविका आदि से सम्बंधित समस्याओं का निदान भी करेगी.
- विदित हो कि 1997 में मिजोरम के Dampa Tiger Reserve के एक मिजो वन-रक्षक की हत्या हो गयी थी.
- उस समय यह संदेह किया गया है कि यह हत्या ब्रू जनजाति के किसी व्यक्ति ने की थी.
- इस घटना के कारण ब्रू जनजाति और मिजो जनजाति के बीच दंगे होने लगे जिसके कारण ब्रू जनजाति के 5,407 परिवारों के 32,876 लोगों को त्रिपुरा के Jampui Hills में शरण लेनी पड़ी.
- मिजो समुदाय ने ब्रू समुदाय को बाहर कर देने एवं उनके वोट देने के अधिकार को खत्म करने की माँग की.
- उनका कहना था कि ब्रू जनजाति मिजोरम के मूल निवासी नहीं हैं.
- ब्रू जनजाति को Reangs नाम से भी जाना जाता है.
- यह जनजाति त्रिपुरा, असम, मणिपुर और मिजोरम में पाई जाती है.
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