Sansar Daily Current Affairs, 13 July 2018
GS Paper 2 Source: The Hindu
Topic : Failure to educate girls could cost world $30 trillion a year
- विश्व बैंक ने प्रतिवेदित किया है कि लड़कियों की पढ़ाई पूरी नहीं होने से विश्व को प्रतिवर्ष $30 trillion का घाटा हो रहा है.
- यह आकलन संभावित कमाई के नहीं होने तथा उत्पादकता में कमी होने पर आधारित है.
- पूरे विश्व में 6 से 17 साल के आयुवर्ग में 13 करोड़ 20 लाख ऐसी लड़कियाँ हैं जो स्कूल नहीं जाती हैं.
- निम्न आय वाले देशों में दो-तिहाई से कम लडकियाँ प्राथमिक विद्यालय तक पढ़ती हैं. इनमें से मात्र एक-तिहाई लडकियाँ निम्न माध्यमिक विद्यालय की पढ़ाई पूरी कर पाती हैं.
- जो लड़कियाँ दसवीं तक की पढ़ाई पूरी कर लेती हैं और कमाने लगती हैं, उनकी आय पढ़ाई नहीं करने वाली लड़कियों की तुलना में दुगुनी हो सकती है.
- यदि संसार की सभी लडकियाँ 12वीं तक अच्छी पढ़ाई कर लेती हैं तो अपने जीवन-काल में उनकी जो कमाई होगी वह $15 trillion से $30 trillion तक हो सकती है.
- लड़कियों के 10वीं तक पढ़ने के और लाभ भी हैं जिससे बाल विवाह में कमी आ सकती है और प्रजनन दर, बाल-मृत्यु दर और कुपोषण में भी कमी आ सकती है.
- ऐसी लड़कियों के साथ घरेलू हिंसा की घटनाएँ कम हो सकती हैं और उनके बच्चे स्कूल जायेंगे, इसकी संभावना बढ़ जाती है.
GS Paper 2 Source: The Hindu
Topic : Section 497 of the IPC
- भारत सरकार ने हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय को बताया कि विवाह की गरिमा को अक्षुण्ण रखने के लिए व्यभिचार को एक दंडनीय अपराध बना रहना चाहिए.
- ज्ञातव्य है कि कुछ लोगों ने यह माँग की थी कि व्यभिचार से सम्बंधित भारतीय दंड संहिता धारा 497 को विलोपित कर देना चाहिए और इसके लिए सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई थी.
- IPC दंड संहिता में यह प्रावधान है कि व्यभिचार के मामले में 5 वर्ष के जेल की सजा दी जा सकती है.
- विदित हो कि धारा 497 को निरस्त करने के लिए 1954, 1985 और 1988 में सर्वोच्च न्यायालय में विचार हो चुका है और उन सभी में सर्वोच्च न्यायालय ने इस धारा को यथावत् रखने का आदेश दिया था.
- याचिकाकर्ताओं ने धारा 497 के साथ-साथ धारा 198(2) को भी चुनौती दी है जिसमें विवाह के विरुद्ध किये गये अपराधों से सम्बंधित कार्यवाही का वर्णन है.
- Justice Malimath Committee की रिपोर्ट में यह अनुशंसा की गई है कि धारा 497 को लिंग-निरपेक्ष बना देना चाहिए.
- इस समिति के रिपोर्ट के अनुसार व्याभिचार की परिभाषा में मर्द और औरत दोनों को समान रूप से देखना चाहिए और तदनुसार दोनों को दण्डित करना चाहिए. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि धारा 497 असंवैधानिक है जो पुरुषों के खिलाफ भेदभाव कर संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 21 का उल्लंघन करता है.
UPDATE >> Click to see the latest update of recent Supreme Court judgment about Section 497
GS Paper 2 Source: The Hindu
Topic : Indian Council of World Affairs (ICWA)
- डॉ.टी.सी.ए. राघवन को वैश्विक मामलों की भारतीय परिषद् (ICWA) के नए महानिदेशक (DG) के रूप में नियुक्त किया गया है.
- उनका चयन ICWA की प्रशासी निकाय और प्रशासी परिषद् द्वारा किया गया था जिसका नेतृत्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने किया था.
- ICWA की स्थापना 1943 में भारतीय बुद्धिजीवियों के समूह द्वारा एक थिंक टैंक के रूप में की गई थी.
- इसे सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम 1860 (Registration of Societies Act 1860) के तहत गैर-सरकारी, गैर-राजनीतिक और गैर-लाभकारी संगठन के रूप में स्थापित किया गया था.
- ICWA अधिनियम, 2001 में इसे राष्ट्रीय महत्त्व की संस्था घोषित किया गया था.
- भारत के उपराष्ट्रपति ICWA के पदेन कार्यकारी अध्यक्ष होते हैं, जबकि विदेश-मंत्री इसके उपाध्यक्ष होते हैं.
- इस परिषद् में केवल अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध एवं विदेशी मामलों का अध्ययन होता है.
- यह परिषद् दो बड़े-बड़े महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक सम्मलेन करवा चुका है – पहला सम्मलेन 1947 सरोजनी नायडू की अध्यक्षता में किया गया था जो एशियाई देशों के आपसी संबंधों (Asian Relations Conference) के विषय में था. दूसरा सम्मलेन 1994 में हुआ जिसका विषय था संयुक्त राष्ट्र संघ और नई वैश्विक व्यवस्था (New World Order).
GS Paper 3 Source: The Hindu
Topic : India pips France to become world’s 6th largest economy
- 2017 के विश्व बैंक द्वारा निर्गत आँकड़ों के अनुसार भारत फ्रांस को पछाड़कर विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है.
- अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाएँ क्रमानुसार ये हैं – अमेरिका, चीन, जापान, जर्मनी और ब्रिटेन.
- ऐसा इसलिए संभव हुआ है कि पिछले एक दशक में भारत में तीव्र आर्थिक विकास हुआ है जिस दौरान भारत की GDP 8.3% की औसत दर से बढ़ी तो दूसरी और इस अवधि में फ्रांस की GDP 0.01% घट गई.
- 2017 के अंत में भारत की GDP $2.597 trillion थी जबकि फ़्रांस की GDP $2.582 trillion थी.
- परन्तु भारत में प्रति व्यक्ति अनुमानित वार्षिक आय $7,060 है जबकि फ्रांस में यह $43,720 है जो कि भारत से छह गुना अधिक है.
- जहाँ तक प्रति व्यक्ति आय (PPP) का प्रश्न है, भारत का विश्व में 123वाँ स्थान है और फ्रान्स का 25वाँ स्थान है.
- यह विशाल अंतर दोनों देशों की जनसंख्या में विशाल के अंतर के कारण है.
- इसका और एक कारण यह है कि हमारी अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि आधारित रही है यद्यपि प्रतिवर्ष कृषि-आधारित रोजगार में कमी आती रही है.
- अप्रैल 2017 में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अनुमान लगाया कि भारत 2018 7.4% की दर से और 2019 में 7.8% की दर से विकास करेगा.
GS Paper 3 Source: The Hindu
Topic : First-Ever Colour X-Ray On A Human
- न्यूजीलैंड के वैज्ञानिकों ने हाल में पहली बार 3-D रंगीन X-ray की तकनीक का प्रयोग किया है.
- इस तकनीक से आशा की जाती है कि चिकित्सकीय निदान में इस तकनीक से बहुत लाभ होगा.
- इस तकनीक को Medipix नाम दिया गया है.
- यह तकनीक CERN के द्वारा विकसित की गई है.
- यह तकनीक एक कैमरे की तरह है जिसका शटर खुलने के बाद शरीर में स्थित उप-परमाणविक पदार्थ (sub-atomic particles) पिक्सल से टकराने लगते हैं और उन्हें कैमरा खोजकर गिन लेता है. परिणामस्वरूप उच्च resolution वाले चित्र प्राप्त होते हैं.
- CERN विश्व का सबसे बड़ा आणविक एवं कण से सम्बंधित भौतिक प्रयोगशाला है जहाँ वैज्ञानिक और अभियंता शोध करते रहते हैं.
- इनके शोध का मुख्य विषय ब्रह्मांड की मूलभूत संरचना से सम्बंधित होता है. इसके लिए सर्वाधिक परिमार्जित वैज्ञानिक उपकरणों तथा विकसित संगणक प्रणाली (advanced computing systems) का प्रयोग होता है.
- CERN का मुख्यालय जिनेवा में है.
- वर्तमान में इसमें 22 सदस्य देश हैं और 4 संलग्न सदस्य देश (associate member states) हैं.
- चार अन्य देशों तथा तीन अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को इसमें पर्वेक्षक (observer status) का दर्जा दिया गया है.
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