Sansar Daily Current Affairs, 16 April 2021
GS Paper 1 Source : PIB
UPSC Syllabus : Modern Indian history from about the middle of the eighteenth century until the present- significant events, personalities, issues.
Topic : Sarvepalli Radhakrishnan
संदर्भ
स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति, दूसरे राष्ट्रपति और दिग्गज शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की पुण्य तिथि (17 अप्रैल) मनाई गई.
सर्वपल्ली राधाकृष्णन
- डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर, 1888 को तमिलनाडु के तिरुट्टनी में हुआ था और वे वर्ष 1962 में भारत के राष्ट्रपति बने थे और वे वर्ष 1967 तक इस पद पर रहे थे.
- डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को एक शिक्षक के साथ-साथ एक प्रसिद्ध दार्शनिक और राजनेता के रूप में भी जाना जाता है.
- उल्लेखनीय है कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को साहित्य में नोबेल पुरस्कार के लिये कुल 16 बार और नोबेल शांति पुरस्कार के लिये कुल 11 बार नामांकित किया गया था.
- 16 अप्रैल, 1975 को चेन्नई में उनकी मृत्यु हो गई. इस अवसर पर विद्यार्थी अपने-अपने तरीके से शिक्षकों के प्रति आदर और सम्मान प्रकट करते हैं.
- राष्ट्र के योगदान में शिक्षकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष भारत में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है.
- डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 20वीं सदी के महानतम विचारकों में से एक होने के साथ-साथ भारतीय समाज में पश्चिमी दर्शन को प्रस्तुत करने के लिये भी याद किया जाता है.
- भारत में शिक्षक दिवस भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति, दूसरे राष्ट्रपति और शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है.
GS Paper 2 Source : PIB
UPSC Syllabus : Government policies and interventions for development in various sectors and issues arising out of their design and implementation.
Topic : NIUA And BvLF Launch Infant, Toddler And Caregiver-Friendly Neighbourhoods Training & Capacity Building Programme
संदर्भ
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (NIUA) द्वारा बर्नार्ड वैन लीर फाउंडेशन (BvLF) के साथ साझेदारी करके नवजात, छोटे बच्चों और देखभाल कर्ताओं के अनुकूल पड़ोस के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है.
प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम
- इस कार्यक्रम के अंतर्गत शहर के अधिकारियों और युवा पेशेवरों को भारत में शहरों के अन्दर छोटे बच्चों (0-5 वर्ष) और परिवार के अनुकूल पड़ोस विकसित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा.
- नेशनल अर्बन लर्निंग प्लेटफॉर्म (NULP) के माध्यम से ऑनलाइन उपलब्ध कराए गए मॉड्यूल सहित सुसंरचित प्रमाणीकृत पाठ्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स
- NIUA को वर्ष 1976 में भारत में शहरी क्षेत्र हेतु अनुसंधान और क्षमता निर्माण के लिए आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) के तत्वावधान में एक अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित किया गया था.
- यह संस्था अपनी सभी पहलों और कार्यक्रमों के माध्यम से सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में अपने प्रयासों को संरेखित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
नेशनल अर्बन लर्निंग प्लेटफॉर्म
MoHUA के अंतर्गत स्थापित यह मंच शहरी हितधारकों के लिए आवश्यक प्रमुख कौशल और ज्ञान को डिजिटल रूप से समेकित करने का एक साधन है.
GS Paper 2 Source : The Hindu
UPSC Syllabus : Important International institutions, agencies and fora, their structure, mandate.
Topic : Regional Comprehensive Economic Partnership
संदर्भ
हाल ही में, सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन ने कहा है, कि उन्हें उम्मीद है कि भारत ‘क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी’ (Regional Comprehensive Economic Partnership- RCEP) जैसे क्षेत्रीय व्यापारिक समझौतों पर अपने दृष्टिकोण का ‘पुनर्मूल्यांकन’ करेगा. ज्ञातव्य है कि भारत, वर्ष 2019 में ‘क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी’ समझौते से अलग हो गया था.
RCEP में भारत की मौजूदगी की जरूरत
- बढ़ती हुई वैश्विक अस्थिरता के दौर में एक समावेशी संरचना का निर्माण करने हेतु क्षेत्र की सहायता करने में भारत को ‘एक महत्वपूर्ण भूमिका’ अदा करनी थी.
- इस प्रकार के व्यापारिक समझौते, भारतीय कंपनियों को बड़े बाजारों में भी अपनी ताकत दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं.
- इसके अतिरिक्त, अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता हुआ तनाव, क्षेत्र के लिए ‘गंभीर चिंता’ का विषय है, जो कि महामारी के कारण और भी सघन हो गया है.
RCEP से सम्बंधित कुछ तथ्य
- RCEP आसियान के दस सदस्य देशों (ब्रुनेई, म्यांमार, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम) तथा आसियान से सम्बद्ध अन्य छ: देशों (ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया और न्यूजीलैंड) के लिए प्रस्तावित है.
- RCEP के लिए वार्ताएँ कम्बोडिया में नवम्बर 2012 में आयोजित आसियान के शिखर सम्मलेन में औपचारिक रूप आरम्भ की गई थीं.
- RCEP का लक्ष्य है अधिकांश शुल्कों और गैर-शुल्क अड़चनों को समाप्त कर वस्तु-व्यापार को बढ़ावा देना. अनुमान है कि ऐसा करने से क्षेत्र के उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर गुणवत्ता युक्त उत्पादनों के अधिक विकल्प प्राप्त हो सकेंगे. इसका एक उद्देश्य निवेश से सम्बंधित मानदंडों को उदार बनाना तथा सेवा व्यापार की बाधाओं को दूर करना भी है.
- हस्ताक्षरित हो जाने पर RCEP विश्व का सबसे बड़ा निःशुल्क व्यापार हो जायेगा. विदित हो कि इस सम्बद्ध 16 देशों की GDP $50 trillion की है और इन देशों में साढ़े तीन अरब लोग निवास करते हैं.
- भारत की GDP-PPP $9.5 trillion की है और जनसंख्या एक अरब तीस लाख है. दूसरी ओर चीन की GDP-PPP $23.2 trillion की है और जनसंख्या एक अरब 40 लाख है.
GS Paper 2 Source : The Hindu
UPSC Syllabus : Effect of policies and politics of developed and developing countries on India’s interests, Indian diaspora.
Topic : CAATSA and S-400
संदर्भ
हाल ही में, भारत में रूस के राजदूत निकोलाई कुदाशेव (Nikolai Kudashev) द्वारा इस बात की पुष्टि की गई है, कि भारत और रूस, दोनों देश S-400 मिसाइल प्रणाली सौदे को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. समझौते के तहत, S-400 मिसाइल प्रणाली, वर्ष के अंत तक भारत के लिए सौंपी जानी है. उन्होंने कहा कि दोनों देश, इस मुद्दे पर अमेरिकी प्रतिबंधों का विरोध करते हैं.
संबंधित प्रकरण
S-400 मिसाइल प्रणाली सौदे के कारण अमेरिका द्वारा CAATSA कानून अर्थात् ‘अमेरिकी प्रतिद्वंद्वियों को प्रतिबंधो के माध्यम से प्रत्युत्तर अधिनियम’ (Countering America’s Adversaries through Sanctions Act- CAATSA) के तहत भारत पर प्रतिबंध लगा सकता है. इसी प्रकार के समान सौदों पर अमेरिका, चीन और तुर्की पर पहले से ही प्रतिबंध लगा चुका है.
भारत को S-400 क्यों चाहिए?
पड़ोस से भारत को सदैव खतरा रहता है. पाकिस्तान और चीन दोनों से हमें कभी भी सामना करना पड़ सकता है. पाकिस्तान के पास 20 लड़ाकू स्कवॉड्रन (fighter squadrons) हैं जिनके पास उत्क्रमित F-16 के साथ-साथ चीन से लिए गये कई J-17 विमान भी हैं. चीन के पास भी स्वयं 1,700 फाईटर हैं जिनमें 800 4-Gen फाइटर हैं. इसलिए S-400 का सौदा भारत के लिए आवश्यक हो गया था.
CAATSA क्या है?
- CAATSA का पूरा रूप है – Countering America’s Adversaries Through Sanctions Act अर्थात् प्रतिबंधों के माध्यम से अमेरिका के शत्रुओं से निबटने से सम्बंधित अधिनियम.
- यह अमेरिका का एक संघीय अधिनियम है जिसके द्वारा ईरान उत्तरी कोरिया और रूस पर प्रतिबंध लगाए गए हैं. इस अधिनियम में यह प्रावधान भी है की रूस के साथ रक्षा और गुप्त सूचना प्रक्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण लेनदेन करने वाले देशों पर भी प्रतिबंध लागू किये जा सकते हैं.
- परन्तु भारत के साथ अमेरिका की रक्षा भागीदारी को देखते हुए अमेरिका ने भारत के विरुद्ध CAATSA लगाने नहीं जा रहा है, ऐसा रूस के साथ हुए सौदे पर उसकी नरम प्रतिक्रिया से ज्ञात हो रहा है.
S-400 क्या है?
- यह एक हवाई प्रतिरक्षा प्रणाली है जो आकाश में शत्रु के विमान को धरती पर से ही भेद सकती है.
- यह रूस की सर्वाधिक उन्नत प्रणाली है जो 380 km. दूर स्थित बमवर्षकों, जेटों, मिसाइलों और ड्रोनों को भी नष्ट कर सकती है.
- यह प्रणाली रूस में 2007 से काम कर रही है.
- इस प्रणाली का निर्माण Almaz-Antey ने किया है.
Prelims Vishesh
Nano Sniffer :-
- भारत ने सूक्ष्म विद्युतू-यांत्रिक प्रणाली (MEMS) का उपयोग करके विश्व का प्रथम माइक्रो-सेंसर आधारित एक्सप्लोसिव ट्रेस डिटेक्टर (ETD – विस्फोटकों का पता लगाने में सक्षम यंत्र) विकसित किया है, जिसे नैनो स्निफर नाम दिया गया है.
- यह सैन्य, वाणिज्यिक और आवास-निर्मित विस्फोटकों के खतरों की एक विस्तृत श्रृंखला का सटीक रूप से पता लगाने में सक्षम है.
- यह विस्फोटक सामग्री की नैनो-ग्राम मात्रा का भी पता लगा सकता है.
- साथ ही, विस्फोटक सामग्री का कुछ सेकंडों में पता लगा कर बेहतर परिणाम देता है.
Kazind Exercise :-
- यह कजाकिस्तान और भारत के बीच आयोजित एक वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास है.
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