Sansar Daily Current Affairs, 16 June 2018
GS Paper 3 Source: PIB
Topic : Artificial leaf that creates biofuel
- Indian Institute of Science (IISc) के विद्वानों ने एक कृत्रिम ‘पत्ते’ का निर्माण किया है जो कार्बन पदचिह्न को कम करने और जैव ईंधन को बनाने में मदद करेगा.
- शोधकर्ताओं ने इस पत्ते को कॉपर एल्यूमीनियम सल्फेट और जिंक सल्फाइड को मिलाकर बनाया है.
- ये दोनों पदार्थ जब अलग-अलग होते हैं तो वे वाइड बैंड अर्धचालक होते हैं लेकिन इन दोनों को मिला देने पर ये लो बैंड अर्धचालक हो जाते हैं.
- यदि इसको सरल भाषा में कहा जाए तो हम कह सकते हैं कि बैंड का गैप जितना कम रहेगा, पदार्थ की चालकता उतनी ही बढ़ जाएगी.
- अनुसंधान के क्रम में वैज्ञानिकों ने पाया कि इस कृत्रिम पत्ते में सामान्य पौधों में होने वाले प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक सभी अवयव विद्यमान हैं अर्थात् यह कृत्रिम पत्ता भी सामान्य प्राकृतिक पत्तों की भाँति प्रकाश को संश्लेषित कर सकता है.
- अतः उन्होंने इस पत्ते के माध्यम से प्रकाश संश्लेषण का प्रयोग करने का निर्णय लिया.
- अपने प्रयोग में इन्होंने देखा कि कृत्रिम पत्ते में उर्जा निर्माण की क्षमता प्राकृतिक पत्तों से कहीं अधिक ही है. जहाँ कृत्रिम पत्ते में यह 20% है वहीं प्राकृतिक पत्तों में यह 0.4-0.5% है.
- वैज्ञानिकों ने कृत्रिम पत्ते के इस गुण का लाभ उठाकर एक सल्फेट फॉर्मेट जैव ईंधन तैयार किया जिसमें ज्वलन 100% तक होता है और जिससे उत्पन्न कार्बन डाईऑक्साइड को दुबारा प्रयोग में लाया जा सकता है.
GS Paper 3 Source: PIB
Topic : Par-Tapi-Narmada inter-state river link project
- पर-तापी-नर्मदा अंतर-राज्यीय नदी संयोजन परियोजना (Par-Tapi-Narmada inter-state river link project) के अंतर्गत महाराष्ट्र ने गुजरात की तापी घाटी से 434 MCM पानी माँगा है पर गुजरात ने ऐसा करने में अपनी अक्षमता व्यक्त की है.
- विवादों के कारण यह परियोजना वर्षों से लम्बित पड़ी है.
- इस परियोजना में यह अभिकल्पना की गई थी कि दक्षिण गुजरात और महाराष्ट्र की नदियों में उपलब्ध अतिरिक्त जल को नर्मदा नहर की मियागाम शाखा (miyagam branch) के सिंचाई क्षेत्र तक पहुँचाया जाए.
- विदित हो कि गुजरात और महाराष्ट्र की पर, नर और अम्बिका नदियों में अतिरिक्त जल होता है.
- नदी संयोजन की इस परियोजना से गुजरात और महाराष्ट्र में सिंचाई की सुविधा में केवल वृद्धि ही नहीं होगी अपितु इससे 93.00 Mkwh तक की पनबिजली भी उत्पन्न होगी जो Jheri, Paikhed, Chasmandva एवं Chikkar बाँधों पर स्थित पावरहाउस तक पहुँचाई जाएगी.
- यह बिजली दादर एवं केलवाँ बाँधों से निकलने वाली दो फीडर नहरों के लिए भी उपलब्ध कराई जाएगी.
- पर-तापी-नर्मदा लिंक की परियोजना से सम्बंधित मुख्य रूप से गुजरात राज्य में पड़ते हैं. मात्र झेरी बाँध ही महाराष्ट्र में है.
- झेरी बाँध महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है जबकि शेष बाँध जैसे Mohankavchali, Paikhed, Chasmandva, Chikkar, Dabdar और Kelwan बाँध गुजरात में स्थित हैं.
GS Paper 2 Source: PIB
Topic : Directorate of Revenue Intelligence
- राजस्व आसूचना निदेशालय भारत का शीर्षस्थ तस्करी विरोधी (anti-smuggling) एजेंसी है.
- यह वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड के अन्दर आता है.
- इसका काम है प्रतिबंधित गतिविधियों का पता लगाना और उसके व्यापार की रोकथाम करना.
- इन प्रतिबंधित गतिविधियों में नशीली द्रव्यों की तस्करी, वन्यजीवों और पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील वस्तुओं का गैरकानूनी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, अन्तराष्ट्रीय व्यापार से सम्बंधित व्यवसायिक धोकेबाजी तथा सीमा शुल्क के भुगतान में धोकेबाजी शामिल हैं.
GS Paper 2 Source: PIB
Topic : Naya Raipur
- नया रायपुर देश का वह 10वाँ smart city बन चुका है जहाँ काम चालू हो चुका है.
- ऐसे अन्य 9 स्मार्ट सिटी हैं – अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, पुणे, नागपुर, राजकोट, विशाखापत्तनम, भोपाल और काकीनाडा.
- अभी तक स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत नया रायपुर मिलाकर छत्तीसगढ़ के तीन शहर चयनित हो चुके हैं. अन्य दो शहर हैं – रायपुर और बिलासपुर.
- हाल ही प्रधानमन्त्री ने नया रायपुर में भारत की पहली ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी परियोजना का अनावरण किया है.
- नया रायपुर देश की ऐसी पहली समेकित स्मार्ट सिटी होगी जहाँ एक साथ संस्थागत (सरकारी कार्यालय/न्यायालय), भौतिक, सामजिक एवं आर्थिक इन चारों प्रकार की आधारभूत संरचनाएँ तैयार की जा रही हैं.
Read Daily Current Affairs in Hindi >> Sansar DCA