Sansar Daily Current Affairs, 19 February 2022
GS Paper 3 Source : The Hindu
UPSC Syllabus: प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कृषि सहायता तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित विषय; जन वितरण प्रणाली- उद्देश्य, कार्य, सीमाएँ, सुधार; बफर स्टॉक तथा खाद्य सुरक्षा संबंधी विषय; प्रौद्योगिकी मिशन; पशु पालन संबंधी अर्थशास्त्र.
Topic : What is fair and remunerative price (FRP)? How is it paid?
संदर्भ
हाल ही में, महाराष्ट्र सरकार द्वारा एक सरकारी प्रस्ताव जारी किया गया है, जिसके अनुसार- चीनी मिल, समर्थन उचित और लाभकारी मूल्य (Fair And Remunerative Price – FRP) का भुगतान दो चरणों में कर सकेंगे.
चीनी मिल मालिकों ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है. हालांकि किसान इससे खुश नहीं हैं.
FRP क्या है?
- FRP सरकार द्वारा घोषित मूल्य है जिस पर मिलें किसानों से खरीदे गए गन्ने का भुगतान कानूनी रूप से करने के लिये बाध्य हैं.
- मिलों के पास किसानों के साथ समझौते के लिये हस्ताक्षर करने का एक विकल्प है, जो मिलों द्वारा किसानों को किश्तों में FRP का भुगतान करने की अनुमति प्रदान करता है.
- भुगतान में देरी पर 15% तक प्रतिवर्ष ब्याज लग सकता है और चीनी आयुक्त (Sugar Commissioner) मिलों की संपत्तियों को संलग्न कर राजस्व वसूली के तहत बकाया के रूप में अदत्त एफआरपी (Unpaid FRP) की वसूली कर सकते हैं.
- देश भर में FRP का भुगतान आवश्यक वस्तु अधिनियम (EAC), 1955 के तहत जारी गन्ना नियंत्रण आदेश, 1966 द्वारा नियंत्रित होता है, जो गन्ने की डिलीवरी की तारीख के 14 दिनों के भीतर भुगतान को अनिवार्य करता है.
- यह कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिश के आधार निर्धारित तथा आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) द्वारा घोषित किया जाता है.
- CACP कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय का एक संबद्ध कार्यालय है. यह एक सलाहकार निकाय है, अतः इसकी सिफारिशें सरकार के लिये बाध्यकारी नहीं हैं.
- CCEA की अध्यक्षता भारत के प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है.
- FRP गन्ना उद्योग के पुनर्गठन को लेकर रंगराजन समिति की रिपोर्ट पर आधारित है.
FRP का निर्धारण
FRP, गन्ने से चीनी की रिकवरी पर आधारित होता है. 2021-22 के चीनी सत्र हेतु ‘उचित एवं लाभकारी मूल्य’, 10 फीसदी की बेस रिकवरी के आधार पर 2,900 रुपये प्रति टन निर्धारित किया गया है.
- चीनी की रिकवरी, ‘गन्ने की पेराई’ तथा ‘उत्पादित चीनी’ के बीच का अनुपात होता है, जिसे प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है.
- रिकवरी जितनी अधिक होगी, FRP उतना ही अधिक होगा और चीनी का उत्पादन भी अधिक होगा.
GS Paper 3 Source : The Hindu
UPSC Syllabus: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन.
Topic : World Wetlands Day
संदर्भ
2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस (World Wetlands Day) मनाया जाता है. इसका उद्देश्य ग्लोबल वार्मिंग का सामना करने में आर्द्रभूमि जैसे दलदल तथा मंग्रोव के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है.
आर्द्रभूमि
रामसर अभिसमय के अंतर्गत दलदल, पंकभूमि (fen), पीटभूमि, कृत्रिम या प्राकृतिक, स्थिर या गतिमान जल स्रोत आदि आर्द्रभूमि के तहत आते हैं, इसके तहत ऐसे सागरीय क्षेत्र भी आते हैं, जहां निम्न ज्वार के समय की गहराई 6 मीटर से अधिक नहीं होती.
महत्त्व
- महत्त्वपूर्ण संसाधनों के स्रोत होते हैं (विश्वभर में लगभग 1 अरब लोगों की आजीविका, पोषण इन पर निर्भर करती है)
- वेटलैंड्स जैब विविधता को संरक्षण प्रदान करते हैं.
- ये भूजल पुनर्भरण (recharge) करते है, जल शोधन (purify) करते हैं (न्यूयॉर्क में $10 बिलियन की लागत बाले ट्रीटमेंट प्लांट के बराबर जल शोधन)
- बाढ़ को नियंत्रित करते हैं, अपरदन को कम करते हैं.
रामसर संधि
यह संधि 2 फरवरी 1971 को कैस्पियन सागर तट पर स्थित रामसर, ईरान में हस्ताक्षरित हुई तथा दिसंबर 1975 में लागू हुई. वर्ष 1997 से प्रति वर्ष 2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया जा रहा है, संधि के पक्षकार देशों का दायित्व है कि वे, आर्द्रभूमि का युक्तियुक्त संधारणीय उपयोग करें, अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमियों की सूची बनाएं, सीमापारीय आर्द्रभूमि, साझा जल व्यवस्था से संबंधित अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा दे. प्रत्येक 3 वर्ष में इनके सम्मेलन (CoP) होते हैं.
मॉन्ट्रेक्स रिकॉर्ड
- रामसर संधि के तहत आर्द्र भूमि स्थलों की एक पंजी तैयार की गई है जिसे मोंट्रेक्स रेकॉर्ड (Montreux Record) कहते हैं.
- इस पंजी में विश्व-भर की महत्त्वपूर्ण आर्द्र भूमियों के विवरण अंकित हैं.
- इसमें यह भी दर्शाया गया है कि तकनीकी विकास, प्रदूषण अथवा अन्य मानवीय हस्तक्षेप से किन आर्द्रभूमियों पर पर्यावरणिक परिवर्तन हो चुके हैं, हो रहे हैं अथवा होने वाले हैं.
- इस पंजी में कोई नई आर्द्रभूमि का नाम डालना हो अथवा निकालना हो तो उसके लिए कांफ्रेंस ऑफ़ द कांट्रेक्टिंग पार्टीज (1990) का अनुमोदन अनिवार्य होता है.
- मोंट्रेक्स रेकॉर्ड रामसर सूची के अंग के रूप में संधारित है.
- वर्तमान में भारत की दो आर्द्रभूमियाँ मोंट्रेक्स रेकॉर्ड में अंकित हैं. ये हैं – केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (भरतपुर, राजस्थान) और लोकताक झील (मणिपुर).
- एक बार चिल्का झील (ओडिशा) को इस सूची में स्थान दिया गया था, परन्तु आगे चलकर इसे वहाँ से हटा दिया गया था.
भारत मे आर्द्रभूमियाँ
भारत ने वर्ष 1982 में रामसर संधि को स्वीकार किया. सर्वप्रथम केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (राजस्थान) एवं चिल्का झील (ओडिशा) इस सूची में शामिल किया गया. वेम्बनाद-कोल आर्द्रभूमि, केरल भारत की सबसे बड़ी आर्द्रभूमि है. भारत मे पिछले 2 वर्षो में 19 नई आद्रभूमियाँ रामसर सूची में शामिल की गई हैं. देश में अब कुल 48 रामसर आर्द्रभूमियाँ हो गई हैं.
GS Paper 3 Source : The Hindu
UPSC Syllabus: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियाँ; देशज रूप से प्रौद्योगिकी का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास.
Topic : Ramanujan Prize
संदर्भ
हाल ही में, युवा गणितज्ञों के लिए रामानुजन पुरस्कार (Ramanujan Prize) 22 फरवरी 2022 को एक वर्चुअल समारोह में कोलकाता में ‘भारतीय सांख्यिकी संस्थान’ की गणितज्ञ प्रोफेसर नीना गुप्ता को प्रदान किया गया.
उन्हें ‘एफाइन बीजगणितीय ज्यामिति और कम्यूटेटिव बीजगणित’ (Affine Algebraic Geometry and Commutative Algebra) में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए वर्ष 2021 का पुरस्कार दिया गया है.
‘रामानुजन पुरस्कार’ के बारे में
- यह पुरस्कार वर्ष 2005 से प्रदान किया जा रहा है. यह पुरस्कार विकासशील देश के 45 वर्ष से कम आयु के महिला/ पुरुष शोधकर्ताओं को गणित के क्षेत्र में उनके विशिष्ट योगदान हेतु प्रदान किया जाता है.
- इस पुरस्कार की स्थापना श्रीनिवास रामानुजन की स्मृति में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) द्वारा की गई है.
- श्रीनिवास रामानुजन भारतीय गणितज्ञ थे. उन्होंने दीर्घवृत्तीय फलनों, सतत भिन्न, अनंत श्रेणी और संख्याओं के विश्लेषणात्मक सिद्धांत में अपना बहुमूल्य योगदान दिया था.
पात्रता: यह पुरुस्कार विकासशील देश में उत्कृष्ट शोध करने वाले, 45 वर्ष से कम आयु के युवा गणितज्ञों को दिया जाता है.
रामानुजन मशीन क्या है? वास्तव में यह कोई मशीन नहीं है, अपितु एक अल्गोरिदम है जो एक बहुत अपारम्परिक कार्य करता है. यह क्या करता है? रामानुजन मशीन एक मशीन न हो कर अवधारणा है. इसमें कई कंप्यूटरों का एक नेटवर्क होता है जो सभी ऐसे अल्गोरिदम चलाते हैं जिनका काम मूलभूत कांस्टेंटों (fundamental constants) के विषय में अनुमान (conjectures) लगाना होता है. इसके लिए इसमें अनंत लम्बाई के भिन्नांशों (fractions) का प्रयोग होता है. Prelims Vishesh National Means-cum-Merit Scholarship – NMMSS :- Click here to read Sansar Daily Current Affairs – Current Affairs Hindi January, 2022 Sansar DCA is available Now, Click to Downloadइस टॉपिक से UPSC में बिना सिर-पैर के टॉपिक क्या निकल सकते हैं?