Sansar Daily Current Affairs, 26 February 2021
GS Paper 2 Source : The Hindu
UPSC Syllabus : Indian culture will cover the salient aspects of Art Forms, Literature and Architecture from ancient to modern times.
Topic : Krishnadevaraya
संदर्भ
हाल ही में, विजयनगर के राजा कृष्णदेवराय की मृत्यु की तारीख के संदर्भ में जानकारी देने वाले प्रथम शिलालेख, कर्नाटक राज्य में तुमकुरु जिले के होन्नानेहल्ली में खोजा गया है. यह शिलालेख कन्नड़ भाषा का प्रयोग हुआ है.
शिलालेख के अनुसार
- दक्षिण से शासन करने वाले भारत के सबसे महान् सम्राटों में से एक, कृष्णदेवराय की 17 अक्टूबर, 1529, रविवार को मृत्यु हो गई और संयोग से इस दिन चंद्र ग्रहण हुआ था.
- तुमकुरु के देवता वीरप्रसन्ना हनुमंथा की पूजा करने के लिए, तुमकुरु के होन्नानहल्ली नामक गाँव को उपहारस्वरूप दिया गया था.
कृष्णदेवराय
- कृष्णदेवराय (1509-1529 ई. ; राज्यकाल 1509-1529 ई) विजयनगर के सर्वाधिक कीर्तिवान राजा थे.
- वे स्वयं कवि और कवियों के संरक्षक थे.
- तेलुगु भाषा में उनका काव्य अमुक्तमाल्यद साहित्य का एक रत्न है.
- इनकी भारत के प्राचीन इतिहास पर आधारित पुस्तक वंशचरितावली तेलुगू के साथ—साथ संस्कृत में भी मिलती है. संभवत तेलुगू का अनुवाद ही संस्कृत में हुआ है.
- प्रख्यात इतिहासकार तेजपाल सिंह धामा ने हिन्दी में इनके जीवन पर प्रामाणिक उपन्यास आंध्रभोज लिखा है.
- तेलुगु भाषा के आठ प्रसिद्ध कवि इनके दरबार में थे जो अष्टदिग्गज के नाम से प्रसिद्ध थे. स्वयं कृष्णदेवराय भी आंध्रभोज के नाम से विख्यात थे.
- उनके शासन काल में विजयनगर एश्वर्य एवं शक्ति के दृष्टिकोण से अपने चरमोत्कर्ष पर था.
- कृष्णदेव राय ने अपने सफल सैनिक अभियानों के अन्तर्गत 1509-1510 ई. में बीदर के सुल्तान महमूद शाह को ‘अदोनी’ के समीप हराया.
- 1510 ई. में उसने उम्मूतूर के विद्रोही सामन्त को पराजित किया.
- 1512 ई. में कृष्णदेव राय ने बीजापुर के शासक यूसुफ़ आदिल ख़ाँ को परास्त कर रायचूर पर अधिकार किया. तत्पश्चात् गुलबर्गा के क़िले पर अधिकार कर लिया.
- उन्होंने बीदर पर पुनः आक्रमण कर वहाँ के बहमनी सुल्तान महमूद शाह को बरीद के क़ब्ज़े से छुड़ाकर पुनः सिंहासन पर बैठाया और साथ ही ‘यवन राज स्थापनाचार्य’ की उपाधि धारण की.
GS Paper 2 Source : Indian Express
UPSC Syllabus : Important International institutions, agencies and fora, their structure, mandate.
Topic : UNITED NATIONS SECURITY COUNCIL (UNSC)
संदर्भ
26 फ़रवरी, 2021 को भारत और आयरलैंड ने वर्चुअल मोड में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् (UNSC) के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया. ज्ञातव्य है कि हाल ही में दोनों देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के अस्थाई सदस्यों के तौर पर चुने गये हैं.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् क्या है?
- संयुक्त राष्ट्र घोषणा पत्र के अनुसार शांति एवं सुरक्षा बहाल करने की प्राथमिक जिम्मेदारी सुरक्षा परिषद् की होती है. इसकी बैठक कभी भी बुलाई जा सकती है.इसके फैसले का अनुपालन करना सभी राज्यों के लिए अनिवार्य है. इसमें 15 सदस्य देश शामिल होते हैं जिनमें से पाँच सदस्य देश – चीन, फ्रांस, सोवियत संघ, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका – स्थायी सदस्य हैं. शेष दस सदस्य देशों का चुनाव महासभा में स्थायी सदस्यों द्वारा किया जाता है. चयनित सदस्य देशों का कार्यकाल 2 वर्षों का होता है.
- ज्ञातव्य है कि कार्यप्रणाली से सम्बंधित प्रश्नों को छोड़कर प्रत्येक फैसले के लिए मतदान की आवश्यकता पड़ती है. अगर कोई भी स्थायी सदस्य अपना वोट देने से मना कर देता है तब इसे “वीटो” के नाम से जाना जाता है. परिषद् (Security Council) के समक्ष जब कभी किसी देश के अशांति और खतरे के मामले लाये जाते हैं तो अक्सर वह उस देश को पहले विविध पक्षों से शांतिपूर्ण हल ढूँढने हेतु प्रयास करने के लिए कहती है.
परिषद् मध्यस्थता का मार्ग भी चुनती है. वह स्थिति की छानबीन कर उस पर रपट भेजने के लिए महासचिव से आग्रह भी कर सकती है. लड़ाई छिड़ जाने पर परिषद् युद्ध विराम की कोशिश करती है.
वह अशांत क्षेत्र में तनाव कम करने एवं विरोधी सैनिक बलों को दूर रखने के लिए शांति सैनिकों की टुकड़ियाँ भी भेज सकती है. महासभा के विपरीत इसके फैसले बाध्यकारी होते हैं. आर्थिक प्रतिबंध लगाकर अथवा सामूहिक सैन्य कार्यवाही का आदेश देकर अपने फैसले को लागू करवाने का अधिकार भी इसे प्राप्त है. उदाहरणस्वरूप इसने ऐसा कोरियाई संकट (1950) तथा ईराक कुवैत संकट (1950-51) के दौरान किया था.
कार्य
- विश्व में शांति एवं सुरक्षा बनाए रखना.
- हथियारों की तस्करी को रोकना.
- आक्रमणकर्ता राज्य के विरुद्ध सैन्य कार्यवाही करना.
- आक्रमण को रोकने या बंद करने के लिए राज्यों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाना.
संरचना
सुरक्षा परिषद् (Security Council) के वर्तमान समय में 15 सदस्य देश हैं जिसमें 5 स्थायी और 10 अस्थायी हैं. वर्ष 1963 में चार्टर संशोधन किया गया और अस्थायी सदस्यों की संख्या 6 से बढ़ाकर 10 कर दी गई. अस्थायी सदस्य विश्व के विभिन्न भागों से लिए जाते हैं जिसके अनुपात निम्नलिखित हैं –
- 5 सदस्य अफ्रीका, एशिया से
- 2 सदस्य लैटिन अमेरिका से
- 2 सदस्य पश्चिमी देशों से
- 1 सदस्य पूर्वी यूरोप से
चार्टर के अनुच्छेद 27 में मतदान का प्रावधान दिया गया है. सुरक्षा परिषद् में “दोहरे वीटो का प्रावधान” है. पहले वीटो का प्रयोग सुरक्षा परिषद् के स्थायी सदस्य किसी मुद्दे को साधारण मामलों से अलग करने के लिए करते हैं. दूसरी बार वीटो का प्रयोग उस मुद्दे को रोकने के लिए किया जाता है.
परिषद् के अस्थायी सदस्य का निर्वाचन महासभा में उपस्थित और मतदान करने वाले दो-तिहाई सदस्यों द्वारा किया जाता है. विदित हो कि 1971 में राष्ट्रवादी चीन (ताईवान) को स्थायी सदस्यता से निकालकर जनवादी चीन को स्थायी सदस्य बना दिया गया था.
इसकी बैठक वर्ष-भर चलती रहती है. सुरक्षा परिषद् में किसी भी कार्यवाही के लिए 9 सदस्यों की आवश्यकता होती है. किसी भी एक सदस्य की अनुपस्थिति में वीटो अधिकार का प्रयोग स्थायी सदस्यों द्वारा नहीं किया जा सकता.
भारत-आयरलैंड सम्बन्ध
- दोनों देशों ने लगभग एक ही समय पर ब्रिटिश शासन से आजादी हासिल करने के लिए संघर्ष किया.
- जवाहरलाल नेहरु, सुभाष चंद्र बोस और अन्य आयरिश राष्ट्रवादी नेता एक-दूसरे के संपर्क में थे.
- आयरिश मूल की एनी बेसेंट ने भारत में होमरूल लीग की स्थापना कर, स्वशासन की मांग पुरज़ोर तरीके से उठाई.
- भारतीय संविधान निर्माताओं ने राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत, राष्ट्रपति की निर्वाचन पद्धति और राज्यसभा सदस्यों के मनोनयन की पद्धति आयरलैंड के संविधान से ही ली थी.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की ‘समिति 1267’ को वर्ष 1999 में गठित किया गया था तथा 11 सितंबर 2001 के हमलों के पश्चात् इसे अधिक शक्तिशाली बनाया गया. GS Paper 2 Source : Indian Express UPSC Syllabus : Government policies and interventions for development in various sectors and issues arising out of their design and implementation / Effects of liberalization on the economy, changes in industrial policy and their effects on industrial growth. संदर्भ 14 हजार करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपित नीरव मोदी के प्रत्यर्पण का मार्ग साफ हो गया है. लंदन की स्थानीय अदालत ने कोरोना संक्रमण, खराब स्वास्थ्य, कमजोर साक्ष्य, न्याय नहीं मिलने की आशंका और भारतीय जेलों में खराब स्थिति जैसे नीरव मोदी के तर्कों को निरस्त कर उसके प्रत्यर्पण की अनुमति दे दी है. आगे की कार्रवाई न्यायालय के इस आदेश को, आगे की कार्रवाई के लिए यूनाइटेड किंगडम के ‘सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट’ के समक्ष भेजा जाएगा. ‘सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट’ द्वारा इस मामले पर दो महीने के अंदर निर्णय लिया जाएगा अथवा उच्च न्यायालय से इस अवधि में विस्तार के लिए स्वीकृति लेनी होगी. यह अधिनियम किसी व्यक्ति को एक भगोड़ा आर्थिक अपराधी (FEO) के रूप में घोषित करने की अनुमति देता है, यदि – GS Paper 2 Source : Indian Express UPSC Syllabus : Issues related to Health. संदर्भ हाल ही में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने तपेदिक (tuberculosis) के विरुद्ध समर्थन, संचार और सामाजिक एकजुटता (ACSM) से संबंधित एक जन–आंदोलन आरंभ किया. अन्य प्रस्तावों में शामिल हैं:– विश्व टीबी दिवस :- ‘विश्व टीबी दिवस या विश्व तपेदिक दिवस या विश्व क्षयरोग दिवस या विश्व यक्ष्मा दिवस’ वैश्विक तपेदिक महामारी समाप्त करने तथा तपेदिक (टीबी) के स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक परिणामों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता प्रसारित करने के प्रयासों को बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष 24 मार्च को मनाया जाता है. डॉ॰ रॉबर्ट कॉख ने इस दिन वर्ष 1882 में टीबी के जीवाणु की खोज की थी, जिसके कारण टीबी होता है. Molecular mechanism behind latent TB :– Khelo India Winter Games :- Click here to read Sansar Daily Current Affairs – Sansar DCA January, 2020 Sansar DCA is available Now, Click to Downloadइस टॉपिक से UPSC में बिना सिर-पैर के टॉपिक क्या निकल सकते हैं?
UNSC 1267 समिति क्या है?
Topic : Fugitive Economic Offender
भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम (FEO) की मुख्य विशेषताएँ
Topic : TUBERCULOSIS
तपेदिक क्या है?
चिंता का विषय
संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम (REVISED NATIONAL TUBERCULOSIS CONTROL PROGRAMME – RNTCP)
RNTCP के पहल
इस टॉपिक से UPSC में बिना सिर-पैर के टॉपिक क्या निकल सकते हैं?
Prelims Vishesh