Sansar Daily Current Affairs, 27 March 2021
GS Paper 1 Source : The Hindu
UPSC Syllabus : Factors responsible for the location of primary, secondary, and tertiary sector industries in various parts of the world.
Topic : Suez Canal
संदर्भ
हाल ही में, खराब मौसम के चलते हुई दुर्घटना के कारण स्वेज नहर के दक्षिणी छोर के पास “एवर गिवेन” नामक एक बड़ा जापानी मालवाहक जहाज फँस गया. इस कारण, इस महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मार्ग के दोनों छोर पर 200 से अधिक जहाजों का एक बड़ा जाम लग गया है. यदि जल्द ही इस समस्या का हल नहीं होताहै तो इसका प्रभाव वैश्विक व्यापार, कीमतों पर भी दिखने लगेगा.
स्वेज नहर के बारे में
- स्वेज़ नहर लाल सागर और भूमध्य सागर को जोड़ने करने वाली 193 किमी लम्बी, 60 मी चौड़ी और औसत गहरी 16.5 मी नहर है.
- सन् 1858 में एक फ्रांसीसी इंजीनियर फर्डीनेण्ड की देखरेख में स्वेज नहर का निर्माण प्रारम्भ हुआ था.
- स्वेज नहर कंपनी को इसके निर्माण की जिम्मेवारी मिली और 99 वर्षों तक संचालन और कर वसूलने का अधिकार भी मिला.
- लम्बे समय तक ब्रिटेन ने यहाँ अपनी सेना तैनात की हुई थी लेकिन वर्ष 1956 में मिस्र ने इस नहर का राष्ट्रीयकरण कर इसे अपने पूर्ण अधिकार में कर लिया. यह वर्तमान में मिस्र के नियन्त्रण में है तथा इससे मिलने वाला चुंगी कर देश की आय का महत्त्वपूर्ण स्रोत है.
महत्त्व
- यह नहर, भारतीय और पश्चिमी प्रशांत महासागर के निकटवर्ती क्षेत्रों तथा यूरोप के मध्य सबसे छोटा समुद्री मार्ग है.
- वर्तमान में कुल विश्व व्यापार का 12% से अधिक इस मार्ग से किया जाता है.
- हर दिन औसतन 50 जहाज 9.5 बिलियन डॉलर के मूल्य वाली वस्तुओं का परिवहन इस नहर से होकर करते हैं.
GS Paper 2 Source : Indian Express
UPSC Syllabus : Issues relating to development and management of Social Sector/Services relating to Health, Education, Human Resources, issues relating to poverty and hunger.
Topic : Non-Communicable Diseases
संदर्भ
संयुक्त राष्ट्र प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (UNITAR) ने असंक्रामक रोग (Non-Communicable Diseases) से होने वाली समयपूर्व मृत्यु दर को कम करने में भारत की उल्लेखनीय प्रगति की सराहना की.
संयुक्त राष्ट्र प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (UNITAR)
- यह एक बेहतर भविष्य को आकार प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई का समर्थन करने हेतु व्यक्तियों, संगठनों और संस्थानों को नवीन अधिगम समाधान प्रदान करता है.
- इसकी स्थापना वर्ष 1963 में हुई थी.
- इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा में अवस्थित है.
असंक्रामक रोग (NCD) क्या हैं?
- असंक्रामक रोग लम्बे चलने वाले रोग हैं जो आनुवांशिक, शारीरिक, पर्यावरणगत, व्यवहारगत कारणों से होते हैं.
- यह प्रमुख असंक्रामक रोग हैं – हृदयरोग (जैसे – हार्ट अटैक और स्ट्रोक), कैंसर, दमा और श्वास रोग एवं मधुमेह.
क्या किया जाए?
- असंक्रमणीय रोगों के खतरों को कम करने के लिए रेशेदार और अपरिष्कृत अनाज खाना चाहिए. ऐसा करने से हृदय रोग, स्ट्रोक, टाइप 2 मधुमेह और आन्त्रिक कैंसर को 16% से लेकर 24% तक कम किया जा सकता है.
- अधिक रेशेदार भोजन लेने से शरीर का भार और उच्च रक्तचाप के साथ कुल कोलेस्ट्रोल में भी कमी आती है.
- चिकित्सकजन यह भी कहते हैं कि कम खाइए, धीरे-धीरे चबाकर भोजन का आनंद लीजिए, अपनी आधी थाली में फल और तरकारियाँ रखिये, अधिक मात्रा में भोजन लेने से बचिए जिससे शरीर का भार न बढ़े, आप जितना अनाज लेते हैं उनमें आधा अपरिस्कृत अनाज होने चाहिएँ, ट्रांस-फैट वाले भोजन लेना कम करें.
NCD का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
- 2030 के सतत विकास लक्ष्य में एक लक्ष्य NCD से होने वाले असामयिक मृत्यु की संख्या घटाना भी है.
- NCD और गरीबी में सीधा सम्बन्ध देखने में आता है. यदि ये रोग तेजी से बढ़ते जाएँ तो निम्न आय वाले देशों में गरीबी घटाने के लिए किये गये प्रयासों को धक्का लगेगा.
- ऐसा देखने में आता है कि गरीब लोग अधिक शीघ्र बीमार पड़ते हैं और सामाजिक दृष्टि से उच्च लोगों की तुलना में जल्दी मरते भी हैं. ऐसा इसलिए होता है कि गरीब लोग तम्बाकू जैसी हानिकारक वस्तुओं का सेवन करते हैं और उनका खानपान स्वास्थ्यकर नहीं होता. इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य की सुविधाओं तक उनकी पहुँच भी सीमित होती है.
- NCD का उपचार महँगा होता है और लम्बा चलता है. बहुधा इसके शिकार गरीब लोग मर जाते हैं और हर वर्ष रोटी कमाने वालों की मृत्यु के कारण लाखों परिवार उजड़ जाते हैं.
GS Paper 2 Source : PIB
UPSC Syllabus : Government Schemes and Programmes.
Topic : Champions Services Sector Scheme
संदर्भ
हाल ही में चैंपियन सेवा क्षेत्र योजना (Champions Services Sector Scheme) के अंतर्गत कई परियोजनाएँ आरंभ की गई.
चैंपियन सेवा क्षेत्र योजना
- चैंपियन सेवा क्षेत्र (वर्ष 2018 में शुरू की गई योजना) पर्यटन, सूचना प्रौद्योगिकी और शिक्षा जैसे 12 चिह्नित क्षेत्रों को संदर्भित करती है.
- इसके अंतर्गत सरकार का उद्देश्य इन क्षेत्रों के विकास को प्रोत्साहन देने और इनकी क्षमता का अनुभव कराने पर ध्यान केंद्रित करना है.
- इसके अंतर्गत संबंधित मंत्रालयों/विभागों ने कार्य योजनाओं और उनके कार्यान्वयन की समय सीमाओं को एक निगरानी तंत्र के साथ अंतिम रूप दिया है.
शुरू की गई परियोजनाएँ
इलेक्ट्रोनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय
- फ्यूचर स्किल्स प्राइम (प्रोग्राम फॉर रीसकिलिंग / अपसकीलिंग ऑफ आईटी मैनपावर फॉर एम्प्लॉयबिलिटी) कार्यक्रम.
- नेक्सट जेनरेशन इनक्यूबेशन स्कीम (NGIS) का उद्देश्य दृढ़ आईटी उद्योग के पूरक के रूप में एक जीवंत सॉफ्टवेयर उत्पाद पारितंत्र का निर्माण करना है.
पर्यटन मंत्रालय
- बोधगया, सारनाथ, कपिलवस्तु आदि बौद्ध स्थलों में संवर्द्धन और विपणन सहित बौद्ध सर्किट में टेंट से निर्मित आवासों का निर्माण.
- अतुल्य भारत पर्यटक सुविधाप्रदाता (Incredible India Tourist Facilitator: IITF) प्रमाणपत्र कार्यक्रम जैसे प्रतिष्ठित स्थलों में और आसपास क्षमता निर्माण कार्यक्रम.
- हवाई संपर्क में सुधार के लिए विस्तारित प्रोत्साहन.
शिक्षा मंत्रालय
उच्च शिक्षा योजना के अंतर्राष्ट्रीयकरण के अंतर्गत छात्रवृत्ति, बुनियादी ढाँचे को मजबूत करना व विभिन्न भाषाओं में प्रचार सामग्री का अनुवाद किया जाना है.
दूरसंचार विभाग
- टेलीकॉम विनिर्माण और सेवा गंतव्य के रूप में भारत को एक ब्रांड के रूप में स्थापित करना.
- डिजिटल कम्युनिकेशंस इनोवेशन स्क्वायर (Digital Communications Innovation Square) की स्थापना करना.
GS Paper 2 Source : PIB
UPSC Syllabus : Government policies and interventions for development in various sectors and issues arising out of their design and implementation
Topic : Khelo India
संदर्भ
खेल मंत्रालय ने “खेलो इंडिया योजना” को 2021-22 से 2025-26 तक बढ़ाने का निर्णय लिया है. खेल मंत्रालय द्वारा योजना के विस्तार से संबंधित वित्त मंत्रालय को प्रस्तुत किये गये ज्ञापन के अनुसार, नई खेलो इंडिया योजना के वित्तीय निहितार्थ 8,750 करोड़ की राशि का अनुमान लगाया गया है.
खेलो इंडिया के बारे में
- इस योजना को भारत में खेल संस्कृति को प्रोत्साहन देने के लिए वर्ष 2018 में अनावृत किया गया था.
- इसमें 16 प्रकार के खेल होते हैं – तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केट बॉल, मुक्केबाजी, फुटबॉल, जिमनास्टिक, हॉकी, जुडो, कबड्डी, खो-खो, शूटिंग, तैराकी, वॉलीबॉल, भारोत्तोलन और कुश्ती.
- यह योजना युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित की जा रही है. यह एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है जो केंद्र सरकार द्वारा 100% वित्त पोषित है.
- राजीव गांधी खेल अभियान, शहरी खेल अवसंरचना योजना और राष्ट्रीय खेल प्रतिभा खोज प्रणाली कार्यक्रम को समेकित करने के पश्चात् कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.
- इस योजना के तहत भारत सरकार 8 वर्ष की अवधि में 5 लाख रुपये प्रति वर्ष की वित्तीय सहयोग प्रदान करती है.
- योजना के अंतर्गत, खेल मंत्रालय स्कूल स्तर, कॉलेज स्तर और विश्वविद्यालय स्तर के कार्यक्रमों का आयोजन करता है.
Khelo India Winter Games :- फैंटेसी खेल (FANTASY SPORT GAMING) क्या है? Glacial Lake Outburst Floods (GLOF) :- Helium crisis in India :- Port Ehoala :- Click here to read Sansar Daily Current Affairs – Current Affairs Hindi February, 2020 Sansar DCA is available Now, Click to Downloadइस टॉपिक से UPSC में बिना सिर-पैर के टॉपिक क्या निकल सकते हैं?
Prelims Vishesh