Sansar Daily Current Affairs, 28 April 2021
GS Paper 2 Source : PIB
UPSC Syllabus : Appointment to various Constitutional posts, powers, functions and responsibilities of various Constitutional Bodies.
Topic : Article 223 of the Constitution
संदर्भ
भारत के राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 223 में निहित अधिकारों का प्रयोग करते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायमूर्ति श्री राजेश बिंदल को कलकत्ता उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है.
अनुच्छेद 223 के बारे में
“कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति”
किसी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूार्ति का पद रिक्त होने की स्थिति में, अथवा जब मुख्य न्यायमूार्ति, अनुपस्थिति या अन्य किसी कारणवश अपने पद के कर्तव्यों का निर्वहन करने में असमर्थ होते है, तब राष्ट्रपति द्वारा, न्यायालय के अन्य न्यायाधीशों में से, इस प्रयोजन के लिए नियुक्त न्यायाधीश, उस पद के कर्तव्यों का निर्वहन करेगा.
GS Paper 2 Source : PIB
UPSC Syllabus : Bilateral, regional and global groupings and agreements involving India and/or affecting India’s interests.
Topic : Supply Chain Resilience Initiative
संदर्भ
हाल ही में, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के व्यापार मंत्रियों द्वारा औपचारिक रूप से आयोजित त्रिपक्षीय मंत्रिस्तरीय बैठक में ‘आपूर्ति श्रृंखला बेहतर बनाने संबंधी पहल’ (Supply Chain Resilience Initiative– SCRI) की औपचारिक शुरुआत की गई है.
SCRI के बारे में
- SCRI वस्तुतः: भारत और ऑस्ट्रेलिया के साथ व्यापार के लिए एक त्रिपक्षीय दृष्टिकोण के रूप में जापान द्वारा प्रस्तावित एक पहल है.
- इसका उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific region) में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को आकर्षित करना और साझेदार देशों के साथ पारस्परिक रूप से पूरक संबंधों को बढ़ावा देना है.
- ऑस्ट्रेलिया, जापान व भारत 522 के एक भाग के रूप में, व्यापार और निवेश संवर्धन के लिए व्यापार एवं निवेश बाधाओं के निवारणार्थ एक त्रिपक्षीय ढांचा स्थापित करने की दिशा में प्रयासरत हैं.
इस पहल के अंतर्गत संभावित नीतिगत उपाय
- डिजिटल प्रौद्योगिकी के संवर्धित उपयोग का समर्थन करना और
- व्यापार और निवेश के विविधीकरण पर जोर देना.
GS Paper 2 Source : The Hindu
UPSC Syllabus : Important International institutions, agencies and fora, their structure, mandate.
Topic : Human Rights Watch
संदर्भ
हाल ही में, एक अंतर्राष्ट्रीय NGO ‘ह्यूमन राइट्स वॉच’ ने कहा है, कि इजरायल द्वारा फिलिस्तीनियों और अपनी अरब जनसंख्या पर “यहूदी वर्चस्व” बनाए रखने के उद्देश्य से “रंगभेद” (Apartheid) संबंधी अपराध किये जा रहे हैं.
- ‘ह्यूमन राइट्स वॉच’ ने आवागमन पर प्रतिबंध, भूमि की जब्ती करने, जबरन जनसंख्या-स्थानांतरण, निवास अधिकारों से वंचित करने और नागरिक अधिकारों के स्थगन सहित कई कार्रवाईयों की ओर इशारा किया है.
- इसकी प्रतिवेदन में पाया गया है कि जॉर्डन नदी और भूमध्य सागर के मध्य के क्षेत्र पर एकमात्र इजरायल सरकार का नियंत्रण है.
इजरायल की प्रतिक्रिया
इजराइल ने ‘ह्यूमन राइट्स वॉच’ (HRW) के आरोपों को ‘निरर्थक और मिथ्या’ कहते हुए निरस्त कर दिया है. इस पर बहुत ही लम्बे समय से ‘इजराइल-विरोधी एजेंडा’ चलाने का आरोप लगाया है. विदित हो, कि आज की तिथि में, इजराइल पर लगे कथित युद्ध अपराधों के आरोपों की जाँच अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) द्वारा की जा रही है.
‘ह्यूमन राइट्स वॉच’ (HRW) के बारे में
- यह वर्ष 1978 में स्थापित हुआ था.
- यह एक गैर-सरकारी संगठन है.
- इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क शहर में है और यह मानव अधिकारों के संबंध में अनुसंधान और इनका समर्थन करता है.
- यह समूह, विभिन्न सरकारों, नीति निर्माताओं, कंपनियों और निजी तौर पर मानवाधिकारों का उल्लंघन करने वालों पर मानवाधिकारों का सम्मान करने के लिए दबाव डालता है, और यह समूह अक्सर. शरणार्थियों, बच्चों, प्रवासियों और राजनीतिक कैदियों के प्रतिनिधि के तौर पर कार्य करता है.
GS Paper 3 Source : PIB
UPSC Syllabus : Food security.
Topic : New Soybean Variety: MACS 1407
संदर्भ
भारतीय वैज्ञानिकों ने सोयाबीन की ज्यादा उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी किस्म विकसित की है जिसका नाम ‘एमएसीएस 1407’(MACS 1407) है.
मुख्य बिन्दु
- ‘एमएसीएस 1407’(MACS 1407) को ‘एमएसीएस – अग्रहार रिसर्च इंस्टीट्यूट (एआरआई)’ के वैज्ञानिकों ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (Indian Council of Agricultural Research – ICAR) की सहायता से विकसित किया है.
- वैज्ञानिकों ने पारंपरिक क्रॉस ब्रीडिंग तकनीक(conventional cross breeding technique) का उपयोग करके ‘एमएसीएस 1407’ को विकसित किया है.
लाभ
- ‘एमएसीएस 1407’ नाम की यह नई किस्म भारत में सोयाबीन के उत्पादन को बढ़ाने में सहायता करेगी.
- सोयाबीन की ‘एमएसीएस 1407’ किस्म कीट प्रतिरोधी भी है.
- यह गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई, एफिड्स, व्हाइट फ्लाई और डिफोलिएटर जैसे प्रमुख कीट-पतंगों का प्रतिरोधी है.
- इसका तना मोटा होता है तथा इसमें फली के बिखरने का जोखिम भी कम है. ये गुण इसे यांत्रिक कटाई के लिए भी उपयुक्त बनाते हैं.
- ‘एमएसीएस 1407’ नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है और इसके बीज वर्ष 2022 के खरीफ के मौसम के दौरान किसानों को बुवाई के लिए उपलब्ध कराये जायेंगे.
- यह पूर्वोत्तर भारत की वर्षा आधारित परिस्थितियों के लिए उपयुक्त है.
GS Paper 3 Source : The Hindu
UPSC Syllabus : Conservation related issues.
Topic : Global Forest Goals Report 2021
संदर्भ
संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग ने “ग्लोबल फॉरेस्ट गोल्स रिपोर्ट, 2021” निर्गत की है.
- “परिवर्तित होते विश्व में वनों के महत्त्व को समझना (Realizing the importance of forests in a changing world)” शीर्षक वाली रिपोर्ट वनों के लिए संयुक्त राष्ट्र रणनीतिक योजना 2017-2030 के कार्यान्वयन में वैश्विक स्थिति का प्रथम मूल्यांकन है.
- यह वनों और लोगों के लिए एक रूपरेखा प्रदान करती है. इस रूपरेखा को वैश्विक वनों से संबंधित छह लक्ष्यों (Global Forest Goals) के जरिये व्यक्त किया गया है.
मुख्य निष्कर्ष
- वर्ष 2000 में करीब 14 प्रतिशत की तुलना में वर्तमान में 18 प्रतिशत वनों को संरक्षित क्षेत्रों के रूप में नामित किया गया है.
- विश्व की 40 प्रतिशत अक्षय ऊर्जा की पूर्ति वनों से होती है.
- ग्रामीण क्षेत्रों के 40 प्रतिशत अत्यधिक निर्धन लोग वनों और सवाना क्षेत्रों में निवास करते हैं.
- वनीय परिदृश्य सामान्यतः दूरस्थ क्षेत्र और बाजारों से निम्नस्तरीय माध्यमों से जुड़े होते हैं. इस प्रकार इन परिदृश्यों में व्यवसायों को स्थापित करना और आजीविका अर्जित करना मुश्किल हो जाता है.
- खाद्य सुरक्षा, भुखमरी और पोषण से संबंधित नीतिगत निर्णयों में वनों को सामान्यतः महत्त्व नहीं दिया जाता है.
अनुसंशाएँ
- संबंधित क्षेत्रकों के मध्य मौजूदा अंतरालों को समाप्त करना, साथ ही संधारणीय विकास प्रक्रिया में संलग्न सभी अभिकर्ताओं के मध्य संपर्क स्थापित करना.
- जब इन वैश्विक वनों के लक्ष्यों की दिशा में प्रगति की निगरानी करने की बात आती है, तो कुछ लक्ष्यों के लिए मानकीकृत और तुलना करने योग्य आँकड़ों की कमी एक चुनौती बन जाती है, जिसके समाधान की आवश्यकता है.
Prelims Vishesh
Sero-Survey :-
- सिरो- प्रीवलेंस स्टडी में सीरोलॉजी (ब्लड सिरम) जांच का इस्तेमाल कर किसी आबादी या समुदाय में ऐसे लोगों की पहचान की जाती है जिनमें किसी संक्रामक रोग के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित हो जाते हैं. इससे संक्रमण के स्तर के साथ लोगों में प्रतिरक्षा तंत्र के विकास की भी जानकारी मिलती है. इसके साथ ही हमें हर्ड इम्युनिटी जैसे नवीन सिद्धांत को भी जानने में मदद मिलती है.
- अखिल भारतीय सरो-सर्वेक्षण का सञ्चालन भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद् (Indian Council of Medical Research: ICMR) द्वारा किया जाता है.
United Nations Operation in the Congo (ONUC) :-
- यह संयुक्त राष्ट्र का शांति मिशन था, जो वर्ष 1960 और 1964 के बीच कांगो गणराज्य में संपन्न हुआ था.
- भारत ने मिशन में राजनयिक, सैन्य विशेषज्ञता, सैनिकों, खाद्य आपूर्ति और सहायता (aid) के रूप में योगदान दिया था.
- संयुक्त राष्ट्र शांति सेना एक ऐसा साधन है, जिसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्थायी शांति की स्थिति निर्मित करने के लिए संघर्ष से ग्रस्त देशों की सहायता करने हेतु विकसित किया गया है.
- शांति अभियान विभाग (Dept. of Peace Operations) के नेतृत्व में वर्तमान में 12 शांति अभियान संचालित हैं.
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