Sansar Daily Current Affairs, 29 March 2018
GS Paper 3: Source: The Hindu
Topic: बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
- बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश की विंध्य पहाड़ियों में फैला है.
- बांधवगढ़ कभी रीवा के महाराजा के लिए शिकार का एक केंद्र हुआ करता था.
- इस क्षेत्र में लम्बे घास और साल वन विद्यमान हैं.
- इस उद्यान को प्रोजेक्ट टाइगर नेटवर्क में शामिल किया गया था.
- शामिल करने का कारण यह था कि यहाँ के बारे में प्रसिद्धि हो चली थी कि यहाँ सबसे अधिक बाघ हैं.
- इस उद्यान को तीन प्रमुख क्षेत्रों में विभाजित किया गया है – तला, माग्दी और बमेरा.
GS Paper 3: Source: The Hindu
Topic: अपराध को रोकने के लिए भारत-ब्रिटेन समझौता ज्ञापन को मंजूरी
- अंतर्राष्ट्रीय अपराध से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने भारत, यूनाइटेड किंगडम और उत्तरी आयरलैंड के बीच हुए एक समझौता ज्ञापन (MoU) को मंजूरी दे दी है.
- अब भारत और ब्रिटेन अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराध से संयुक्त रूप से निपटेंगे.
GS Paper 3: Source: Times of India
Topic: K2-229b: पृथ्वी के आकार के ग्रह की खोज
- केप्लर 2 टेलीस्कोप की सहायता से वैज्ञानिकों ने पृथ्वी केआकार के एक ग्रह का पता लगाया है, जिसका नाम K2-229b रखा गया है.
- यह ग्रह एक बौने तारे की परिक्रमा लगा रहा है जो पृथ्वी से 260 लाख प्रकाश वर्ष दूर है.
- वैज्ञानिकों ने इस ग्रह को खोजने के लिए डॉपलर स्पेक्ट्रोस्कोपी तकनीक, जिसे “वॉबल विधि/wobble method” भी कहते हैं, का प्रयोग किया है.
- K2-229b ग्रह आकार में पृथ्वी से लगभग 20% अधिक बड़ा है लेकिन इसका द्रव्यमान पृथ्वी से दो से ढाई गुणा अधिक है.
- यह ग्रह अपने तारे की परिक्रमा मात्र 14 घंटे में कर लेता है.
GS Paper 3: Source: Times of India
Topic: भारत में अध्ययन – “Study in India” कार्यक्रम
- मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) ने भारत में उच्च शिक्षा हेतु विदेशी छात्रों को आकर्षित करने के लिए ‘भारत में अध्ययन’ कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है.
- सरकार इस कार्यक्रम की ब्रांड प्रचार गतिविधियों के लिए 150 करोड़ रुपये खर्च करेगा.
- इस कार्यक्रम के उद्देश्य हैं –
- उच्च शिक्षा पाने हेतु भारत देश को चुनने के लिए अधिक से अधिक विदेशी छात्रों को प्रोत्साहित करना.
- वैश्विक शिक्षा के निर्यात में भारत का बाजार हिस्से (market share) को दोगुना करने का लक्ष्य है. (1% से 2%)
- पिछले कुछ सालों से प्रमुख भारतीय संस्थानों को किसी भी शिक्षा से सम्बंधित वैश्विक रैंकिंग में “शीर्ष 100” में शामिल नहीं किया गया है.
- वैश्विक रैंकिंग में विदेशी शिक्षकों की संख्या और शैक्षणिक संस्थान में पढ़ रहे विदेशी छात्रों पर विचार किया जाता है. इसलिए भारत का कोई भी शैक्षणिक संस्थान शीर्ष 100 संस्थानों में शामिल नहीं हो पाता है.
Click here for > Daily Sansar Current Affairs