Sansar Daily Current Affairs, 29 March 2019
GS Paper 1 Source: The Hindu
Topic : Oxfam report on Women’s labour force participation
संदर्भ
अंतर्राष्ट्रीय लाभ रहित संगठन Oxfam ने श्रम बल में स्त्रियों की भागीदारी के विषय में एक प्रतिवेदन प्रकाशित किया है. यह प्रतिवेदन राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (National Sample Survey Oganisation – NSSO) के द्वारा रोजगारी और बेरोजगारी के संबंद्ध में 2011-12 में किये गये सर्वेक्षण के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के अध्ययनों पर आधारित है. यह प्रतिवेदन Oxfam के द्वारा ही 2018 में प्रस्तुत पहले असमानता प्रतिवेदन के आगे की एक कड़ी है.
मुख्य मन्तव्य
- भारत में महिलाकर्मियों को मजदूरी कम मिलती है चाहे वे किसी भी कोटि का रोजगार करती हों – आकस्मिक अथवा नियमित वेतन पर, संगठित क्षेत्र में अथवा असंगठित क्षेत्र में, शहरों में अथवा गाँवों में.
- नौकरी और योग्यता सामान्य रहने पर भी महिलाओं को पुरुषों की तुलना में 34% कम वेतन मिलता है.
- संगठित क्षेत्र में काम करने वाली उच्चतम स्तर की महिलाकर्मियों, जैसे – विधायकों, वरिष्ठ अधिकारियों और प्रबंधकों को भी पुरुषों से कम वेतन मिलता है. विदित हो कि इस श्रेणी में काम करने वाली महिलाएँ समस्त महिला कार्यबल का 1% ही होती हैं. इनको अपने अधिकारों का ज्ञान होता है, अतः पुरुष-महिला को भुगतान की गई राशि का अंतराल न्यूनतम होता है.
- अधिक कुशल कर्मियों में मजदूरी का अंतर कम और अर्ध-कुशल अथवा अकुशल श्रमिकों में यह अंतर अधिक होता है.
- यदि व्यवसाय की श्रेणी की बात की जाए तो सरकारी/सार्वजनिक प्रक्षेत्र तथा सार्वजनिक/निजी सीमित कम्पनी में मजदूरी का अंतर कम होता है.
- औसत दैनिक मजदूरी के हिसाब से ग्रामीण और शहरी आकस्मिक एवं नियमित श्रमिकों में पुरुष और महिला की मजदूरी दर में सबसे बड़ा अंतर होता है. दूसरी ओर शहरी क्षेत्रों में काम करने वाले नियमित श्रमिकों के मामले में यह अंतर बहुत अधिक नहीं होता.
- ग्रामीण क्षेत्रों में आकस्मिक पुरुषकर्मियों और महिलाकर्मियों के बीच मजदूरी का अंतर कम होता है.
- एक ओर जहाँ नौकरियों में असमानता बढ़ी है, दूसरी ओर लड़कों और लड़कियों में शिक्षा की असमानता घटी है. परन्तु इससे नौकरियों का संकट लड़कियों के लिए बढ़ गया है. यह देखने में आता है कि विद्यालय की परीक्षाओं में लडकियाँ लड़कों से बहुधा अच्छा कर रही हैं, परन्तु उनको अपने कौशल के हिसाब से सही नौकरियाँ नहीं मिल रही हैं.
- यह सच है कि गाँव में रहने वाले स्त्री-पुरुष अब खेती के अलावे भी दूसरे कामों में जा रहे हैं, परन्तु गाँव की 75% महिलाएँ अभी भी खेती से जुड़ी हुई हैं. खेती भोजन और आय के लिए अब उतना बड़ा साधन नहीं रह गया है, पर परिवार के पितृसत्तात्मक स्वरूप और स्थानीय सामाजिक-सांस्कृतिक परिपाटियों से बंधी होने के कारण महिलाएँ गावों में ही रह जाती हैं. पुरुष गाँवों से बाहर निकल जाते हैं तो उनके परिवारों की स्त्रियों की जिम्मेवारी और बढ़ जाती है और उन्हें घर में रहकर खेती का बोझ उठाना पड़ता है और साथ ही रोजी-रोटी के लिए दिहाड़ी मजदूरी भी करनी पड़ती है.
GS Paper 2 Source: PIB
Topic : African Union (AU)
संदर्भ
एक भारतीय-अफ्रीकी स्वास्थ्य विज्ञान केंद्र की स्थापना के लिए भारत और अफ्रीकी संघ (AU) ने समझौते का एक स्मृतिपत्र हस्ताक्षरित किया है.
मुख्य तथ्य
- पहले से ही भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (ICMR) इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि वह अफ्रीका में चिकित्सा विज्ञान का एक मंच आरम्भ करेगा और स्वास्थ्य प्रक्षेत्र में संगठित रूप से सहयोग करेगा.
- यह समझौता इसी योजना के लिए आवश्यक ढाँचा निर्मित करने की विषय में है. इससे भारत और अफ्रीकी संघ के बीच में इन विषयों में सहयोग बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त होगा – शोध और विकास, क्षमता निर्माण, स्वास्थ्य सेवाएँ, औषधि व्यापार, औषधि निर्माण की क्षमता और रोग निदान.
- इस कार्यक्रम के अंतर्गत इन गतिविधियों पर बल दिया जाएगा – स्वास्थ्य से जुड़े पेशेवरों, शोधकर्ताओं, नियामकों एवं उद्योगकर्मियों को प्रशिक्षण देना और उनकी क्षमता में सुधार लाना.
- भारत और अफ्रीका में फैले हुए अधिक ध्यान देने योग्य रोगों से बचाव के लिए उपायों को विकसित करना तथा उन्नत रोग-निदान के लिए शोध में सहयोग को बढ़ावा देना.
अफ्रीकी संघ क्या है?
- अफ्रीकी संघ एक महाद्वीपीय संघ है जिसके सदस्य अफ्रीका के सभी 55 देश होते हैं. परन्तु इसमें अफ्रीका में स्थित यूरोपीय प्रभुता वाले विभिन्न क्षेत्र सम्मिलित नहीं होते हैं.
- अफ्रीकी संघ सबसे पहले इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में 26 मई, 2001 को स्थापित हुआ था और अगले वर्ष 9 जुलाई को दक्षिण अफ्रीका में इसका अनावरण किया गया था.
- अफ्रीकी संघ अफ्रीकी एकता संघ (Organisation of African Unity – OAU) को विस्थापित कर बना था. ज्ञातव्य है कि 32 अफ्रीकी सरकारों ने मिलकर 25 मई, 1963 को यह संगठन अदीस अबाबा में शुरू किया था.
- अफ्रीकी संघ के अधिकांश बड़े निर्णय इसकी महासभा में लिए जाते हैं जो हर छह महीने पर बैठती है. इस महासभा में सभी देशों और सरकारों के प्रमुख सदस्य होते हैं.
- अफ्रीकी संघ का सचिवालय अदीस अबाबा में स्थित है.
अफ्रीकी संघ के मुख्य उद्देश्य
- अफ्रीकी देशों और अफ्रीकियों के मध्य एकता एवं एकजुटता को बढ़ावा देना.
- सदस्य देशों की सम्प्रभुता, भौगोलिक एकता और स्वतंत्रता की रक्षा करना.
- उन उपायों में तेजी लाना जिनसे महाद्वीप की राजनीतिक एवं सामाजिक-आर्थिक एकात्मता संभव हो सके.
GS Paper 3 Source: The Hindu
Topic : Island protection zone (IPZ) 2019 for Andaman and Nicobar
संदर्भ
भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने अंडमान एवं निकोबार के लिए द्वीपीय सुरक्षा जोन (IPZ), 2019 की अधिसूचना निर्गत कर दी है. विदित हो कि द्वीपीय विकास एजेंसी के मार्गदर्शन में द्वीपों के सम्पूर्ण विकास के लिए नीति आयोग द्वारा उपस्थापित प्रस्ताव के अनुरूप IPZ में कतिपय कानूनी परिवर्तन किए गये हैं.
अधिसूचना के मुख्य तथ्य
- यह अधिसूचना अंडमान एवं निकोबार में पर्यावरण-पर्यटन परियोजनाओं को लागू करने की अनुमति दी गई है. बड़े द्वीपों में ऐसी परियोजना उच्च ज्वार रेखा (high tide line – HTL) से 50 मीटर की दूरी पर और बड़ाटांग, हैवलोक एवं कार निकोबार जैसे छोटे द्वीपों में 20 मीटर की दूरी पर लगाई जा सकेगी.
- पर्यावरण पर्यटन के अंतर्गत जिन गतिविधियों की छूट होगी, वे हैं – मैन्ग्रोव में टहलने का मार्ग, पेड़ों पर कुटिया का निर्माण तथा द्वीपीय तट विनियमन जोन IA में प्राकृतिक पगडंडियों का निर्माण. विदित हो कि इस जोन में कछुए अंडे देते हैं और इसी में दलदली भूमि, प्रवाल भित्तियां आदि होती हैं. इसलिए अंडमान एवं निकोबार की इस जोन को सर्वाधिक पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है.
- यह अधिसूचना सामान्य सड़क बनाने तथा भूमि को विकसित कर खम्बों पर सड़क बनाने की भी अनुमति देती है. परन्तु यह अनुमति आपवादिक मामलों में की जायेगी, जैसे रक्षा प्रतिष्ठानों का निर्माण, सार्वजनिक उपयोगिता हेतु निर्माण अथवा सामरिक उद्देश्य से किया गया निर्माण.
- अधिसूचना के अनुसार यदि कोई ऐसी सड़क बनाई जाती है जो मैन्ग्रोव से होकर गुजरती है तो यह शर्त होगी कि इसके लिए मैन्ग्रोव की जितनी भूमि नष्ट होगी, उसकी तिगुनी भूमि में नए मैन्ग्रोव अन्यत्र लगाये जाएँगे.
- अधिसूचना के अनुसार निम्न ज्वार रेखा और उच्च ज्वार रेखा के मध्यवर्ती क्षेत्र में कई प्रकार की नई गतिविधियाँ चलाई जा सकती हैं, जैसे – भूमि का विकास, बंदरगाह, जेटी, घाट, बाँध, समुद्र से सम्पर्क व्यवस्था, जहाज़ों से बंदरगाह तक जोखिम भरे पदार्थों का स्थानान्तरण, आणविक खनिजों की हाथ से खुदाई, निर्माण कार्य के लिए बालू की खुदाई (इसके लिए स्थानीय अधिकारियों से अनुमति आवश्यक है.
GS Paper 3 Source: PIB
Topic : Biomedical Research Career Programme
संदर्भ
भारत सरकार के मंत्रिमंडल ने Biomedical Research Career Programme (BRCP) को पूर्ववत् चलाने की स्वीकृति दे दी है.
BRCP क्या है?
- यह एक कार्यक्रम है जिसका संचालन जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) तथा वेलकम ट्रस्ट (WT) संयुक्त रूप से करते हैं.
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में आधुनिकतम जैव चिकित्सकीय अनुसंधान के लिए उच्चतम वैश्विक स्तर की प्रतिभा का निर्माण एवं प्रतिपालन करना है जिससे कि महत्त्वपूर्ण वैज्ञानिक आविष्कार और उसके अनुप्रयोग संभव हो सकें.
- BRCP के कारण आशा की जाती है कि विदेशों में काम कर रहे उत्कृष्ट भारतीय वैज्ञानिक भारत में लौट जाएँगे.
- BRCP के अंतर्गत भारत के कई कोनों में विश्व-स्तरीय जैव चिकित्सकीय अनुसंधान हाथ में लिए जाएँगे.
- यह कार्यक्रम क्षमता निर्माण के अतिरिक्त चिकित्सकीय शोध और कार्य को सुदृढ़ करेगा जिससे कि भारत के समक्ष उपस्थित बड़ी- बड़ी स्वास्थ्यगत चुनौतियों का सामना किया जा सके.
वेलकम ट्रस्ट क्या है?
यह इंग्लैंड का एक स्वतंत्र धर्मादा न्यास है जो मनुष्यों और पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए होने वाले शोध हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करता है. इसकी स्थापना 1936 में हुई थी. उस समय इसके पास 15 बिलियन पौंड की पूंजी थी. आज यह जैव-चिकित्सकीय अनुसंधान के लिए इंग्लैंड का सर्वाधिक बड़ा गैर-सरकारी संसाधन है.
GS Paper 3 Source: PIB
Topic : Block Chain Technology
संदर्भ
कॉफ़ी बोर्ड ने भारत में ब्लॉक चैन पर आधारित बाजार का एक ऐप शुरू किया है. इसका उद्देश्य भारतीय कॉफ़ी व्यापार में पारदर्शिता लाना तथा भारतीय कॉफ़ी पर उसकी दाने होने की अवस्था से लेकर प्याले में आने तक के ट्रैक की जानकारी उपलब्ध कराना है. इससे ग्राहक को सच्ची भारतीय कॉफ़ी का स्वाद मिल सकेगा और साथ ही उसको उगाने वाले को सही दाम मिल सकेगा.
ब्लॉक चैन क्या होता है?
- ब्लॉक चैन तकनीक एक ऐसी तकनीक है जिसमें क्रेता विक्रेता के मध्य सीधा ही पैसे का स्थानान्तरण किया जाता है इस ट्रांजेक्शन में किसी भी बिचौलिए की आवश्यकता नहीं होती है.
- ब्लॉक चैन वितरित डाटा बेस होती है इसमें लगातार कई रिकार्ड्स को संधारित किया जाता है जिन्हें ब्लॉक कहते हैं जिसमे प्रत्येक ब्लॉक अपने पूर्व के ब्लॉक से लिंक रहता है.
- इस तकनीकी में हजारों कंप्यूटर पर इन्क्रिप्टेड अथवा गुप्त रूप से डाटा सुरक्षित रहता है इसे पब्लिक लेजर भी कहते हैं.
- वर्तमान में दो लोगों के मध्य पैसों का स्थानान्तरण तीसरे पक्ष के माध्यम से ही होता है यह तीसरे पक्ष जैसे बैंक, पेपल , मनी ट्रान्सफर आदि होती हैं और हमें इन लेनदेन के लिए सेवा शुल्क अधिक देना होता है, जबकि ब्लॉकचेन में तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं होती है.
- ब्लॉक चैन तकनीक में किये गये ट्रांजेक्शन में बहुत कम समय लगता है.
- यह एक डिजिटल खाता है जिसमें लेनदेन और सूचनाओं का स्थायी रिकॉर्ड होता है, जिनको सत्यापित किया जा सकता है.
- ब्लॉक चैन मुख्य रूप से बिटक्वाइनऔर इथेरियम जैसी क्रिप्टो करेंसी में इस्तेमाल किया जाता है. इसका प्रयोग दो पक्षों के बीच अन्य समझौतों की गारंटी देने वाले “स्मार्ट कांट्रैक्ट” बनाने में भी हो सकता है.
Prelims Vishesh
PFC becomes India’s second largest state-owned Financial Firm :-
- REC Ltd. ने अधिसंख्य स्टेक का अधिग्रहण करके सरकार का स्वामित्व वाला ऊर्जा वित्त निगम (Power Finance Corporation – PFC) देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी वित्तीय प्रतिष्ठान बन गया है.
- वर्तमान बाजार पूंजी के हिसाब से अब इससे ऊपर मात्र भारतीय स्टेट बैंक रह गया है. परन्तु जहाँ तक लाभ कमाने की बात है, इस दृष्टि से PFC का स्थान तीसरा है.
Dhanush Howitzers Inducted Into Indian Army :–
- हाल ही में भारतीय सेना ने चार स्वदेश-निर्मित धनुष होविजर तोप सम्मिलित कर लिए गये हैं.
- इस तोप का मुहाना 155mm x 45 कैलिबर का है. विदित हो कि ये तोप बोफ़ोर्स के उन्नत संस्करण हैं और ये 38 किमी. तक गोले दाग सकते हैं.
Turing award :-
- इस वर्ष का A M Turing पुरस्कार एक वरिष्ठ गूगल कार्यकारी अधिकारी, फेसबुक के सर्वोच्च कृत्रिम बुद्धि वैज्ञानिक और एक विद्वान् को दिया गया है.
- विदित हो कि इस पुरस्कार को कंप्यूटर का नोबेल प्राइज कहा जाता है. इसके अन्दर एक मिलियन डॉलर का पुरस्कार Association for Computing Machinery (ACM) द्वारा दिया जाता है.
- यह पुरस्कार 1966 से प्रतिवर्ष दिया जा रहा है और अब तक 70 लोगों को यह मिल चुका है.
- इस पुरस्कार का नाम इंग्लैंड के प्रसिद्ध गणितज्ञ Alan Mathison Turing के नाम पर है.
Dhole (Asiatic wild dog) :–
- एक नए अध्ययन से पता चला है कि भारत के पश्चिमी घाटों में संरक्षण क्षेत्र में वृद्धि होने पर भी ढोल नामक जंगली कुत्तों को लाभ नहीं हुआ है.
- यह अभी भी IUCN लिस्ट में संकटापन्न श्रेणी (endangered) में हैं.
Longest salt cave in Israel :-
- मृत सागर के निकट इजराइली क्षेत्र में सेडोम पर्वत पर विश्व की सबसे लम्बी लवण गुफा स्थित है. इसे मलहम लवण गुफा कहते हैं.
- यह गुफा समुद्र के स्तर से 170 मीटर नीचे है और 10 किमी. लम्बी है.
Click here to read Sansar Daily Current Affairs – Sansar DCA
[vc_message message_box_color=”red” icon_fontawesome=”fa fa-file-pdf-o”]February, 2019 Sansar DCA is available Now, Click to Download