डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) अमेरिका के नए प्रेसिडेंट बन गए हैं. डोनाल्ड ट्रम्प ने हिलरी क्लिंटन को 276-218 वोटों से पटखनी दे दी. ऐसा कयास लगाया जा रहा था कि हिलरी आसानी से ट्रम्प को हराकर USA की पहली महिला President बन जाएगी. पर ठीक इसका उल्टा हुआ. आखिरकार Republican Party की ही जीत हुई. इतने उठा-पटक के बाद मिली इस जीत के बाद डोनाल्ड ट्रम्प के winning speech का पूरे विश्व को इंतज़ार रहेगा. भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को भी अपार संघर्ष और आलोचनाओं के बाद 2014 के चुनाव में कुछ ऐसी ही जीत मिली थी. आइये जानते हैं मोदी और ट्रम्प के बीच में क्या-क्या similarities हैं.
Narendra Modi और Donald Trump के बीच कुछ Similarities/Common बातें
१. मोदी की ही तरह डोनाल्ड ट्रम्प को बड़े-बड़े थिंक-टैंक और political parties के लीडरों के आलोचनाओं से गुजरना पड़ा. ट्रम्प के पीछे मीडिया वाले, think-tanks हाथ धोकर पीछे पड़ गए थे. मीडिया वालों ने उसके निजी जीवन को सार्वजनिक करने का कोई कसर नहीं छोड़ा. कभी उनके चरित्र पर सवाल उठाये गए तो कभी उसके सोच पर. याद कीजिये, 2014 के इलेक्शन में मोदी जी के निजी जीवन को सार्वजनिक करने का भरपूर प्रयास किया गया था. उनकी पत्नी अकेले जीवनयापन क्यों कर रही है, कांग्रेस वालों को अचानक यह चिंता सताने लगी थी!
2. जहाँ मोदी को गुजरात के दंगे के दोषी के रूप में घसीटा गया उसी तरह ट्रम्प की बेबाक स्पीच से यह अंदाजा लगाया जाने लगा कि यह बन्दा विश्व के लिए खतरनाक है. यह केवल खून-खराबा चाहता है.
३. मोदी को जानबूझ कर मुस्लिम सम्प्रदाय-विरोधी घोषित किया गया और डोनाल्ड ट्रम्प को भी मुस्लिम सम्प्रदाय-विरोधी बतलाया गया ताकि अमेरिका के इस इलेक्शन में मुस्लिम सम्प्रदाय ट्रम्प के खिलाफ वोटिंग करें.
४. मोदी की छवि कुछ ऐसी है कि वे जो भी बोलते हैं, बेबाक होकर, खुल कर बोलते हैं….वे किसी से डरते नहीं. ट्रम्प को लेकर भी कुछ ऐसी ही छवि लोगों के दिलों में है.
५. 2014 के इलेक्शन में मोदी का एकमात्र यही ध्येय/campaign था कि कांग्रेस सरकार के कमियों को गिनना. 60 साल कांग्रेस ने देश को केवल लूटा और कई scams सामने आये. Donald Trump ने भी डेमोक्रेटिक पार्टी की कमियों को अमेरिकियों के सामने एक-एक कर के गिनाया.
६. मोदी द्वारा इंटरव्यू में बोली गई छोटी-छोटी बातों को तूल दे दिया जाता था. मोदी ने BBC द्वारा लिए गए एक इंटरव्यू में कहा था कि एक कुत्ते का बच्चा भी अगर मर जाता है तो तकलीफ होती है, दंगे की बात ही क्या जहाँ इंसान मरते हैं !!! मोदी का ऐसा बोलना था कि मीडिया में हाय-तौबा मचने लगी. मुस्लिम धर्मगुरु मोदी के इस बयान पर आपत्ति करने लगे…उन्हें लगा कि मोदी मुस्लिम सम्प्रदाय को कुत्ते का बच्चा कह रहे हैं….विरोधी पार्टियों ने इस बात को और भी हवा दी और चारों तरफ राजनीति गलियारे में कुत्ते का बच्चा- कुत्ते का बच्चा गूँजने लगा. इसी तरह Donald Trump की भी छोटी-छोटी बातों को तूल दिया गया और उन्हें देश-विरोधी बतलाया गया.
७. नरेंद्र मोदी ने 2014 चुनाव में अच्छे दिन आने वाले हैं का नारा लगाया था और ट्रम्प ने भी कुछ ऐसा ही नारा Make America Great Again कहकर लगाया.
८. नरेंद्र मोदी ने अपने पूरे चुनाव कैंपेन में सोशल मीडिया का भरपूर लाभ उठाया और ट्रम्प भी रोजाना tweet, posts कर के सुर्ख़ियों में छाए रहे.
९. वे दोनों काफी अच्छे वक्ता हैं. उन्हें बहुत अच्छी तरह से पता है कि भीड़ को खुश करने के लिए क्या और कैसे बोला जाता है! उनके भाषण में साफ़-साफ़ melodrama, theatrics और play-acting देखे जा सकते हैं जो लम्बे-लम्बे भाषण को भी रोचक बना देते हैं.
१०. ट्रम्प और मोदी दोनों terrorism को लेकर zero-tolerant हैं. हो सकता है भविष्य में दोनों लीडर के अथक प्रयासों से आने वाले दिनों में terrorism पर लगाम कसा जायेगा.