पश्चिमी समर्पित माल ढुलाई गलियारा – Western Dedicated Freight Corridor (DFC)

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भारत के पश्चिमी समर्पित माल ढुलाई गलियारे (Western Dedicated Freight Corridor – DFC) के रेवाड़ी (हरियाणा) से लेकर माडर (राजस्थान) तक जाने वाले 300 किलोमीटर के अनुभाग को वाणिज्यिक प्रयोग के लिए खोल दिया गया है. पश्चिमी समर्पित माल ढुलाई गलियारा क्या है? यह एक ब्रॉड गेज (broad gauge corridor) वाला गलियारा है. यह पश्चिमी गलियारा कुल मिलाकर 1,504 किलोमीटर … Read More

फसलों के लिए उपयुक्त तापमान, वर्षा और मिट्टी

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खाद्यान फसलों में चावल, गेहूँ, ज्वार, बाजरा, मक्का, राई, जौ, जई और अन्य प्रकार के मोटे अनाज शामिल हैं. पेय फसलों में चाय, कहवा, और कोको, रेशेदार फसलों में कपास, जूट, सनई, पटुआ और हेम्प शामिल हैं. औद्योगिक फसलों में गन्ना, रबड़ और तम्बाकू सम्मिलित हैं. आशा है कि आपको suitable temperature, rainfall and soil for crops का यह पोस्ट पसंद आएगा. खाद्यान फसल चावल  उत्पादक कटिबंध – … Read More

भौगोलिक प्रश्नोत्तर Geography FAQ in Hindi Part 1

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आज हम आपके सामने भूगोल (geography) से सम्बंधित प्रश्न और उत्तर (questions and answers) FAQ (frequently asked questions) के रूप रख रहे हैं. ये सवाल प्रायः कई परीक्षाओं (जैसे SSC CGL, SSC CHSL, Railway आदि) में पहले भी पूछे गए हैं. इसलिए इसे part-wise बनाया जा रहा है. यह पहला भाग है. भौगोलिक प्रश्नोत्तर: Geography FAQ प्रश्न: मेडागास्कर की खोज कब … Read More

शेल और शेल गैस का निर्माण : Shale Gas and its Formation

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शेल और शेल गैस क्या हैं? शेल बारीक कण वाली तलछटी चट्टाने हैं जो पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस के समृद्ध स्रोत होती हैं. शेल गैस वह प्राकृतिक गैस (natural gas) है जो शेल चट्टानों के बीच फंसी होती है. सामान्य प्राकृतिक गैस और शेल गैस के निर्माण में अंतर पृथ्वी के अन्दर जमा सामान्य प्राकृतिक गैस (conventional natural gas) धीरे-धीरे … Read More

भारत में वर्षा का वितरण और दक्षिण-पश्चिमी मानसून

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मध्य जून (आषाढ़) से मौसम एकाएक बदलने लगता है. आकाश बादलों से घिरने लगता है और दक्षिण-पश्चिमी पवन चलने लगते हैं. ये पवन “दक्षिण-पश्चिमी मानसून” के नाम से प्रसिद्ध हैं क्योंकि मूलतः ये दक्षिण-पश्चिम से शुरू होते हैं. इस मानसून के आते ही तापक्रम में काफी गिरावट आ जाती है, अर्थात् तापक्रम घटने लगता है. मगर वायु में नामी बढ़ … Read More

महासागर के भौगोलिक प्रदेश – Continental Shelves, Slopes and Deep Sea

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महासागर को तीन भगौलिक प्रदेशों में बाँटा जा सकता है – 1. महादेशीय निधायों का प्रदेश (Continental Shelves) 2. महादेशीय ढलानों (Continental Slope/slopes) का प्रदेश, और 3. अथाह समुद्री तल (Deep Sea Floor) प्रदेश. चलिए जानते हैं इन सभी के बारे में in Hindi. महादेशीय निधाय (Continental Shelf) Continental Shelf यद्यपि समुद्र से सम्बन्ध रखता है पर यह अन्य दो … Read More

अटलांटिक महासागर की जलधाराएँ – Currents of the Atlantic Ocean

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आज हम अटलांटिक महासागर की जलधाराओं (Currents of the Atlantic Ocean) के बारे में जानेंगे. इसके कितने प्रकार (types) हैं औरये कब-कहाँ बहती हैं और इनके नाम कब और कैसे बदल जाते हैं, ये सब की चर्चा करेंगे. नोट: यदि आप इस पोस्ट को बिना Map reading के पढ़ने वाले हैं तो आपके दिमाग में कुछ नहीं आने वाला है. … Read More

ज्वालामुखी क्या है और इसके प्रकार : All info about Volcano

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आज हम इस पोस्ट के माध्यम से ज्वालामुखी क्या है, यह कैसे उत्पन्न होता है और इसके कितने प्रकार हैं आदि का अध्ययन करेंगे. क्यों न इस पोस्ट की शुरुआत हम ज्वालामुखी के इतिहास से करें जिससे हमें इसके बारे में समझने में आसानी भी हो और पढ़ने में दिलचस्प भी हो. ज्वालामुखी का इतिहास एक हजार वर्ष से ऊपर … Read More

[भूगोल मानचित्र] समभार रेखाएँ : Isobars Explained in Hindi

LochanGeography, मानचित्र पर आधारित प्रश्न

मानचित्र पर वायुभार का वितरण समभार-रेखाओं (lines of isobars) द्वारा प्रदर्शित किया जाता है. ये वे रेखाएँ हैं जो समान भार के स्थानों को मिलाते हुए खींची जाती हैं. चूँकि वायुभार ऊँचाई के अनुसार घटता जाता है इसलिए ऊँचाई का अंतर (प्रति 900 ft पर 1 इंच कम) निकाल देना जरुरी होता है, अर्थात् समभार-रेखा खींचने में सभी स्थानों का … Read More

वायुभार – Information about Pressure of the Air

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पृथ्वी की आकर्षण-शक्ति (gravitational power) के चलते प्रत्येक वस्तु में अपना एक विशेष भार होता है. ऐसी वस्तुओं में भी, जो देखी नहीं जा सकतीं, भार (दबाव) मिलता है. वायु एक ऐसी ही वस्तु है. पृथ्वी को घेरती हुई सैंकड़ों मील की मोटी परत में यह विस्तृत है. इसकी सबसे अधिक घनी तह (fold) पृथ्वी के नजदीक मिलती है. जैसे-जैसे … Read More