19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में भारतीयों में राष्ट्रीय राजनीतिक चेतना का विकास बहुत तीव्र गति से हुआ. फलस्वरूप भारत में एक संगठित राष्ट्रीय आन्दोलन का सूत्रपात हुआ. भारतीय राष्ट्रवाद कुछ सीमा तक उपनिवेशवादी नीतियों तथा उन नीतियों से उत्पन्न भारतीय प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप ही उभरा था. पाश्चात्य शिक्षा का विस्तार, मध्यवर्ग का उदय, रेलवे का विस्तार तथा सामाजिक-धार्मिक आन्दोलनों ने … Read More
ब्रिटिश काल में 1861-1900 के दौरान पारित अधिनियम
भारतीय सिविल सेवा अधिनियम, 1861 1853 में अंग्रेजी संसद ने भारतीय सिविल सेवा में भर्ती होने हेतु एक प्रतियोगी परीक्षा आरम्भ की थी. इस परीक्षा में भारतीयों को भी बैठने की अनुमति थी, पर अनेक अवरोधों के चलते भारतीय लोगों के लिए यह परीक्षा देना कठिन था. इसके निम्नलिखित कारण थे – एक तो परीक्षा भारत में नहीं, लन्दन जाकर … Read More
अंग्रेजों के विरुद्ध किसान, आदिवासी और धार्मिक विद्रोह
जैसा कि हम सब जानते हैं कि प्लासी के युद्ध (1757) में अंग्रेजों की जीत के साथ भारत में पहली बार उनका आंशिक प्रभुत्व स्थापित हुआ. विदेशी शासन के विरुद्ध भारत के परम्परागत संघर्ष की सबसे नाटकीय परिणति 1857 के विद्रोह के रूप में हुई जिसके बारे में हम पहले के इस पोस्ट में पढ़ चुके हैं > 1857 की … Read More
1857 Ki Kranti -Sepoy Rebellion/Mutiny in Hindi
1857 Ki Kranti आज मैं 1857 ki Kranti के विषय में केवल उन्हीं तथ्यों को लिखूंगा जो आपकी परीक्षा में काम आ सकें. ठीक है, तो बताइये कि १८५७ की क्रांति किस ब्रिटिश गवर्नर जनरल के शासन काल में हुई थी? नहीं पता है तो आगे पढ़िए. लॉर्ड डलहौजी के पश्चात् लॉर्ड कैनिंग गवर्नल जनरल (governor general) बनकर भारत आया और … Read More
आधुनिक भारतीय शिक्षा का विकास, Development of Modern Indian Education: Related Committees and Commissions
आज हम भारत में शिक्षा के प्रचार-प्रसार और विभिन्न education-related commissions or committees की बात करेंगे. हम British period और post-Independence में बने विभिन्न कमिशन और कमिटी जैसे Wood Dispatch of 1854, Hunter Commission 1882, Hartog Committee, Sargent Plan of 1944, Radhakrishnan Commission 1948-49, Mudaliar Commission of 1952-53, Kothari Commission/Ayog 1964-66, National Policy on Education of 1968, Working group of 1985, National Education-policy of 1986, … Read More
ब्रिटिशकालीन भारत के सामाजिक संगठन एवं सामाजिक सुधार अधिनियम
#AdhunikIndia के इस पोस्ट में हम ब्रिटिशकालीन भारत की संस्थाओं और संगठन (important institutions and organisations in British India) के बारे में पढ़ेंगे और सामाजिक सुधार अधिनियमों (social reforms acts) के बारे में भी जानेंगे. आशा है कि आपने हमारा #AdhunikIndia का यह सीरीज पहले से पढ़ा होगा >> धर्म तथा समाज सुधार आन्दोलन भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के … Read More
ब्रिटिश भारत में जाति आन्दोलन (Caste Movements)
#AdhunikIndia की पिछली सीरीज में हमने 19वीं सदी में भारतीय महिलाओं की दशा एवं स्त्री-समाज सुधारक के विषय में पढ़ा. आज हम लोग ब्रिटिश भारत में जाति आंदोलनों के विषय में पढ़ेंगे.अंग्रेजी शासनकाल में पश्चिमी शिक्षा एवं विचारधारा के सम्पर्क में आने के परिणामस्वरूप भारत में नवीन चेतना की लहर प्रवाहित हुई. इस चेतना ने न केवल ब्रिटिश औपनिवेशक शासन … Read More
19वीं सदी में भारतीय महिलाओं की दशा एवं स्त्री-समाज सुधारक
आधुनिक विचारधारा एवं दृष्टिकोण से 19वीं सदी के समाज सुधारकों को प्रगतिशील सामाजिक तत्त्वों के प्रचार-प्रसार एवं विकास के लिए पूरा सहयोग प्राप्त हुआ. समाज सुधार के क्रम में सुधारकों का ध्यान तत्कालीन सामाजिक व्यवस्था के विभिन्न पक्षों की ओर गया. इसी क्रम में महिलाओं की दशा में सुधार कैसे करना है, यह यक्ष प्रश्न चुनौती के रूप में सामने … Read More
[भारतीय इतिहास] धर्म तथा समाज सुधार आन्दोलन
19वीं शताब्दी में भारत नवजागरण की जिन प्रवृत्तियों के दौर से गुजर रहा था, उन्हें “समाज सुधार आन्दोलन (Social Reform Movements)” की संज्ञा दी जाती है. विभिन्न संस्थाओं तथा संगठनों ने धार्मिक तथा सामजिक सुधार के माध्यम से वैज्ञानिक तथा आधुनिक वैचारिक प्रवृत्तियों को स्थापित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई. आज हम 19वीं शताब्दी में धर्म तथा समाज सुधार आन्दोलन … Read More
अंग्रेजों की विदेश नीति (British Foreign Policy) – NCERT Short Notes
आज हमने NCERT texbook की सहायता से अंग्रेजों की विदेश नीति से सम्बंधित संक्षिप्त नोट्स (short notes) बनाया है. इस आर्टिकल में आप पढेंगे – आंग्ल-नेपाल सम्बन्ध और सुगौली की संधि, आंग्ल-बर्मा सम्बन्ध और प्रथम-द्वितीय-तृतीय (यांडबू की संधि), आंग्ल-बर्मा युद्ध, आंग्ल-अफगान सम्बन्ध और प्रथम-द्वितीय-तृतीय आंग्ल-अफगान युद्ध और आंग्ल-तिब्बत सम्बन्ध. सम्पादक महोदय का कहना था कि दिसम्बर तक आधुनिक इतिहास के सारे … Read More