पानीपत और घाघरा की लड़ाई में विजय प्राप्तकर बाबर ने न केवल एक नए राजवंश की स्थापना की बल्कि अफगान शक्ति किक रीढ़ तोड़ डाली थी. दो बार की पराजय के फलस्वरूप अफगान शक्ति की रीढ़ तोड़ डाली थी. दो बार की पराजय के फलस्वरूप अफगान शक्ति बिखर चुकी थी. अफगान जातिगत स्वभाव के कारण क्रूर था. बचे-खुचे अफगान हताश … Read More
1857 से पूर्व के महत्त्वपूर्ण विद्रोह
आपने 1857 के विद्रोह के विषय में लिखे हुए हमारे पोस्ट को पढ़ा ही होगा. आज हम 1857 ई. से पूर्व हुए महत्त्वपूर्ण विद्रोहों की चर्चा करेंगे – संन्यासी विद्रोह 1770 इस संन्यासी विद्रोह का उल्लेख बंकिम चन्द्र चटर्जी ने अपने उपन्यास “आनंदमठ” में किया है. तीर्थ स्थानों पर लगे प्रतिबंधों से संन्यासी लोग बहुत क्षुब्ध हुए. संन्यासियों के बीच अन्याय के … Read More
गुरु नानक देव की संक्षिप्त जीवनी और शिक्षाएँ
आज हम गुरु नाना देव की जीवनी और उनके द्वारा दी गई अमृततुल्य शिक्षाओं के बारे में पढेंगे. चलिए पहले जानते हैं कि गुरु नानक जी का प्रारंभिक जीवन कैसा था. गुरु नानक का प्रारंभिक जीवन सिख धर्म के प्रणेता गुरु नानक देव रावी के तट पर स्थित तलवंडी (आधुनिक ननकाना साहिब, पाकिस्तान) में नवम्बर 1469 ई. में एक खत्री … Read More
पूना सार्वजनिक सभा 1870 ई. के विषय में विस्तृत जानकारी
पूना सार्वजनिक सभा (मराठी – पुणे सार्वजनिक सभा) की स्थापना 2 अप्रैल, 1870 ई. को महादेव गोविंद रानडे ने की थी. पूना सार्वजनिक सभा सरकार और जनता के बीच मध्यस्थता कायम करने के लिए बनाई गई थी. भवनराव श्रीनिवास राव इस संस्था के प्रथम अध्यक्ष थे. बाल गंगाधर तिलक, गोपाल हरि देशमुख, महर्षि अण्णासाहेब पटवर्धन जैसे कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने इस संगठन के … Read More
ल्हासा की संधि – Treaty of Lhasa 1904 ई. in Hindi
आज हम ल्हासा की संधि (Treaty of Lhasa) के बारे में जानेंगे. यह कब हुआ, किनके बीच और किन परिस्थतियों (causes) में हुआ, इन सब के विषय में चर्चा करेंगे. भूमिका लॉर्ड कर्जन की तिब्बत सम्बन्धी नीति उसके वायसराय काल की एक महत्त्वपूर्ण घटना है. गवर्नर जनरल लॉर्ड वारेन हेस्टिंग्स के समय में ब्रिटिश सरकार तिब्बत के साथ व्यापारिक सम्बन्ध … Read More
पंडित मोतीलाल नेहरू (1861-1931) Biography in Hindi
मोतीलाल नेहरू का प्रारम्भिक जीवन पंडित मोतीलाल नेहरू का जन्म 6 मई, 1861 ई. को हुआ था. मोतीलाल नेहरू के पूर्वज कश्मीर से आकर इलाहाबाद में बस गए थे. मोतीलाल नेहरू उत्तर प्रदेश के एक प्रसिद्ध वकील थे. उन्होंने स्वदेशी आन्दोलन से आकृष्ट होकर राजनीति में प्रवेश किया. उन्होंने 1912 ई. में इन्डेपेंडेंट (Independent) नामक एक पत्र का प्रकाशन इलाहाबाद से … Read More
पबना विद्रोह 1873-76 (Pabna Peasant Revolt in Hindi)
19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में बंगाल के पबना नामक जगह में भी किसानों ने जमींदारी शोषणों के विरुद्ध विद्रोह किया था. पबना राजशाही राज की जमींदारी के अन्दर था और यह वर्धमान राज के बाद सबसे बड़ी जमींदारी थी. उस जमींदारी के संस्थापक राजा कामदेव राय थे. पबना विद्रोह (Pabna Revolt) जितना अधिक जमींदारों के खिलाफ था उतना सूदखोरों और महाजनों … Read More
पिट्स इंडिया एक्ट (The Pitt’s India Act, 1784) in Hindi
Regulating Act की कमजोरियों को दूर करने और अंग्रेजों के हितों की रक्षा करने के लिए 1784 ई. में ब्रिटिश संसद ने पिट्स इंडिया एक्ट (Pitt’s India Act) पास किया. इस एक्ट ने कंपनी का मामलों और भारत में उसके प्रशासन पर ब्रिटिश सरकार को सर्वोपरि नियंत्रण का अधिकार दे दिया. आइये जानते हैं Proposals, Significance and Features of Pitt’s … Read More
सहायक संधि – Lord Wellesley’s Subsidiary Alliance in Hindi
Lord Wellesley एक बहुत बड़ा साम्राज्यवादी था. साम्राज्यवादी से हमारा तात्पर्य है कि अपने साम्राज्य को फैलाने वाला. यानी Lord Wellesley चाहता था कि कम्पनी का शासन (East India Company) पूरे भारत में हो. क्या आपको पता है कि Lord Wellesley कब से कब तक भारत का Governor General रहा? नहीं पता तो पता कीजिए, यही सब चीजें तो परीक्षा … Read More
मोपला विद्रोह (The Moplah Rebellion – 1921) in Hindi
पूर्व बंगाल के पबना नामक स्थान के ही समान मद्रास प्रेसिडेंसी के मालाबार में मोपला का विद्रोह हुआ जिसे मालाबार विद्रोह (Malabar rebellion) भी कहते हैं. यदि आपसे Prelims परीक्षा में पूछा जाए कि मोपला विद्रोह (Moplah Rebellion) कहाँ हुआ तो इसका जवाब है मद्रास! खैर, मालाबार एक मुस्लिम बहुसंख्यक इलाका था. ये मुसलमान मोपला के नाम से जाने जाते थे. … Read More