कोविड-19 के चलते हुई तालाबंदी के पश्चात् अपनी-अपनी अर्थव्यवस्थाओं को पटरी पर लाने के लिए बाल्टिक क्षेत्र के देश – एस्टोनिया, लात्विया और लूथिनिया – ने पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना बनाई है जिसे यात्रा बुलबुला (travel bubble) यह नाम दिया गया है.
इस योजना से आशा की जा रही है कि महामारी के इस दौर में कम से कम विश्व के कुछ भागों की अर्थव्यवस्था चलती रहे.
यात्रा बुलबुला (Travel Bubble) क्या है?
यह पर्यटन को बढ़ावा देने का एक कार्यक्रम है जो उन देशों ने बनाया है जहाँ COVID-19 महामारी को नियंत्रित करने में अच्छी सफलता मिली है.
इस कार्यक्रम के अंतर्गत बाल्टिक क्षेत्र के देश आपस में व्यापार सम्बन्ध फिर से जीवित करेंगे और पर्यटन जैसे क्षेत्रों को बढ़ावा देंगे.
यह कैसे काम करेगा?
- एस्टोनिया, लात्विया और लूथिनिया देशों के निवासी एक-दूसरे देश में बिना क्वारंटीन में गये हुए मुक्त रूप से रेल, हवाई जहाज और समुद्री जहाज से यात्रा कर सकेंगे.
- इस क्षेत्र में दूसरे देशों से आने वाले लोगों को 14 दिनों के क्वारंटीन से गुजरना होगा.
- मुक्त रूप से इस क्षेत्र में यात्रा करने के लिए यहाँ के निवासी पर भी कुछ शर्त लागू होंगे, उदाहरण के लिए वह पिछले 14 दिनों में बाहर नहीं गया हो और COVID-19 से संक्रमित नहीं हुआ हो. साथ ही वह ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क में नहीं आया हो जिसे यह संक्रमण हो चुका हो.
महत्त्व
जिन देशों में COVID-19 पर बेहतर नियंत्रण प्राप्त हो चुका है, वैसे देश चाहें तो किसी तरह की बबल योजना चलाकर आपसी अर्थव्यवस्था को पटरी पर ला सकते हैं. विदित हो कि वैश्विक GDP का 35% इन्हीं देशों से आता है.