आज हम Civil Services Exam/IAS/UPSC परीक्षा का preparation करने के लिए Study hours management/study tips की बात करेंगे. आपको कुछ IAS अधिकारी से मिलवायेंगे जो आपको IAS preparation की tips देंगे. कमेंट में कई छात्र study hours के management को लेकर confused दिखाई देते हैं. कमेंट करने वालों में से कई Working people होते हैं जो किसी सरकारी-गैर सरकारी संस्थान में कार्यरत होते हैं तो दूसरी तरफ कई छात्र non-working भी होते हैं. जो लोग job करते हैं वे पूछते हैं कि काम भी करूँ और पढ़ाई भी साथ-साथ करूँ….यह कैसे संभव हो सकता है? क्या हमें job छोड़ देनी चाहिए और पूरी तरह से इस परीक्षा के preparation में लग जाना चाहिए? छात्र जो non-working हैं और घर बैठ कर preparation कर रहे हैं या किसी शैक्षणिक संस्थान में हैं, वे पूछते हैं कि हमारे पास समय तो बहुत है पर उसे किस तरह manage किया जाए, कितने घंटे (hours) पढ़ाई करूँ? कितना time sufficient है सिविल सेवा परीक्षा के preparation के लिए? ये सारे study tips हम उन IAS अधिकारीयों से आज जानेंगे जिन्होंने घर बैठ कर, पढ़ाई कर के और नौकरी के साथ इस कठिन परीक्षा में सफल हुए.
घड़ी देखकर पढ़ाई करने से अच्छा है उतना ही पढ़िए जितना आप पहले से पढ़ते आये हैं. 3 घंटे (three hours) की पढ़ाई भी किसी-किसी के लिए पर्याप्त होती है तो कोई-कोई घंटों तक किताबों से उलझे रहने पर भी उतना grasp नहीं कर पाते जितना तीन घंटे पढ़ने वाले विद्यार्थी ने कर लिया. आप एक routine बनाएँ और हर दिन निर्धारित कर लें कि हाँ मुझे यह चैप्टर आज ही खत्म करना है और इतने नोट्स (notes) बनाने हैं…वही काफी है. पर इस routine पर अड़े रहें, डिगे मत.
सब की अपनी-अपनी क्षमता होती है. बहुत बार आपने अपने स्कूल के जीवन में देखा होगा कि वह लड़का हर समय खेलता-कूदता रहता है पर जब रिजल्ट की बारी आई तो वह हमेशा अव्वल आता है. आप उससे अधिक पढते हैं, अधिक समय किताबों को देते हैं पर फिर भी उससे पीछे रह जाते हैं.
इसलिए यह मात्र व्यक्ति की capacity है. वह लड़का कम समय में अधिक grasp कर लेता है जो आप घंटों (many hours) व्यतीत करने पर भी नहीं कर पाते. मगर इससे आपको उदास होने की जरुरत नहीं है. इसका जवाब सिर्फ मेहनत है. Extra effort से ही आप उस लड़के को पीछे छोड़ पायेंगे क्योंकि इसके अलावा आपके पास कोई चारा नहीं बचता.
आइए जानते हैं कि सिविल सेवा में सफल विद्यार्थियों (IAS Toppers) की Study Hours को लेकर क्या राय है? Opinions of Toppers on Study Hours
यह नेहा जैन हैं. इन्होंने 2013 में सिविल सेवा परीक्षा में 12th रैंक लाया. यह IT Sector में काम करती थीं. इनका कहना है कि काम करने के साथ-साथ पढ़ाई करना मुश्किल तो है पर असंभव नहीं. मैं ऑफिस जाने के पहले 1 घंटे किसी तरह पढ़ाई के लिए निकाल ही लेती थी. हाँ जब आपको लगने लगे कि आप सचमुच में पूरी तरह इस परीक्षा के लिए prepared हो गए हैं तो जॉब छोड़ना आपके लिए बुरा decision नहीं होगा. मैंने भी यही किया. जब मैं assured हो गयी कि मैं मेंस में अच्छा प्रदर्शन कर सकती हूँ, I quit my job. उसके बाद से मेरे study hours में और भी इजाफा हुआ. मैंने इतना बड़ा sacrifice किया, यह भाव मेरे मन में था जो मुझे इस परीक्षा में सफल होने के लिए और भी प्रेरित करने लगा. पर आप जॉब तभी छोड़ें जब आप अपने success को लेकर assured हों. मैंने भी job तभी छोड़ा जब मैंने prelims क्लियर कर लिया और मेंस को लेकर पहले से ही काफी confident थी. मैं जॉब छोड़ने के बाद 6 घंटे कम से कम पढ़ाई के लिए देती थी जिसमें नेट में सर्फिंग (only important things related to my UPSC syllabus) करना भी शामिल था.
इनका नाम रोमन सैनी है. इन्होंने भी 2013 के ही सिविल सेवा परीक्षा में 18th रैंक लाया था. ये AIMS में इंटर्नशिप कर रहे थे. ये कहते हैं कि इंटर्नशिप के साथ-साथ Civil Services Exam का preparation करना मेरे लिए बहुत ही कठिन कार्य था. पर मैंने किया. मैं काम करने के बाद भी लगभग 5 घंटे का समय पढ़ाई के लिए निकाल लेता था. मैं बहुत मूडी हूँ. जब पढ़ाई में दिल नहीं लगता था तो गिटार भी बजा लेता था. इंसान को हमेशा दिल की सुननी चाहिए. खुद को stress कभी न दें. जिंदगी एक ही मिली है. इसे खुल कर जियें. जब मन करे पढ़ाई करें, जब दिल न करें तो अपना मनपसंदीदा काम करें. इससे आपके पढ़ाई का stress कम होता है और आप हल्का महसूस करते हैं. मैंने कभी भी अपने study hours को count नहीं किया. तभी पढ़ने बैठा जब मेरा मन किया. Note: स्वयं को Exam-stress से किस तरह बचाएँ, जानने के लिए क्लिक करें.
ये हैं नीरज कुमार सिंह. इन्होनें 2011 में सिविल सेवा परीक्षा में 11th रैंक लाया था. Time management के विषय में नीरज बोलते हैं कि उन्होंने अपने preparation को कई phases में बाँट दिया था. Phase 1 मई 2010 से जुलाई 2010 तक चला. यह समय IIT में summer break का समय था. इस समय coursework का कोई pressure नहीं था और न ही कोई assignment pending थी. चाहे आप मुझे पागल ही क्यूँ न समझ लें या फिर इसे मेरा सिविल सर्विसेज के लिए दीवानापन कहें, मगर मैं सिविल सेवा के preparation के लिए इस पूरे अंतराल तक मैंने हर दिन 16 घंटे पढ़ाई की. यदि आप मेरे कुल study hours का average भी निकालें तो 14 hours तो अवश्य ही. मैंने स्कूल बुक्स पढ़ कर अपने बेसिक्स को पहले मजबूत किया फिर जाकर कुछ recommended books को पढ़ा जो specially civil services preparation के लिए ही तैयार किए गए थे. मैंने इस पीरियड में बहुत कुछ सीखा. मैंने अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट का लगभग 80% Syllabus इस duration में complete कर लिया. Phase 2 में अगस्त 2010 – नवम्बर 2010 तक चला. इस समय मेरा IIT का 9th semester चल रहा था. 8 घंटे की पढ़ाई करता था उस वक़्त. ऑप्शनल पेपर को revise कर रहा था. Phase 3 जो दिसम्बर 2010 – अप्रैल 2011 तक चला, इस period में मैंने ias preparation के लिए दस घंटे का समय निकाला. Phase 4 (mid अप्रैल 2011 से मई 2011) में मैंने prelims का preparation शुरू कर दिया. मेंस के GS का preparation भी साथ-साथ करता गया पर इसे बहुत कम समय देता था. Phase 5 (जून 2011-अक्टूबर 2011) मेरे लिए बहुत महत्त्वपूर्ण फेज था. मैं दिल्ली चला गया और कोचिंग ज्वाइन कर ली. मेंस विषय के लिए टेस्ट सीरीज देता गया. Optional papers और GS में मेरी पकड़ और मजबूत हुई. इस वक़्त मेरा study hours 10 घंटे के लगभग था.
आशुतोष द्विवेदी UPSC 2015 के टॉपर रह चुके हैं. उन्होंने 208वाँ स्थान लाया था. वे GAIL India Ltd में सीनियर इंजिनियर के रूप में कार्यरत थे. टाइम मैनेजमेंट के बारे में वह बहुत सरल ढंग से कहते हैं कि सिविल सेवा परीक्षा का preparation करना अपने-आप में एक फुल टाइम जॉब है. मेरी तरह यदि कोई और employed होकर भी इस परीक्षा में उत्तीर्ण होता है तो यह एक आसान कार्य नहीं है. सबसे पहले एक crystal clear plan बनाएँ. आप ऑफिस को कितना टाइम दे रहे हैं और पढ़ाई को कितना, यह आपके दिमाग में साफ़-साफ़ अंकित होना चाहिए. Full time working लोगों में खासकर dedication level प्रचूर मात्र में होना चाहिए. कभी-कभी जॉब में कुछ विकट या विपरीत स्थिति हमारे समक्ष आ जाती है इसलिए हमारे preparation में इसका impact नहीं पड़े इसके लिए हमें पहले से ही reserved time पढ़ाई के लिए अलग से रख लेना चाहिए. अपने बॉस और दोस्तों से अच्छे रिलेशन बना कर रखें ताकि आपको ऑफिस में एक stress-free environment मिले. Stress free रहने से आपको पढ़ाई करने में ख़ासा मदद मिलती है. Study hours के बारे में मैं सिर्फ आपको इतना ही बता सकता हूँ कि ऑफिस जाने के पहले 1 घंटे और ऑफिस से आने के बाद रात में 9 से 11 मैं पढ़ने के लिए बैठ जाता था, यही था मेरा simple study plan. वः आगे कहते हैं कि अब और आपको कितने tips बताऊँ, शायद आज के लिए इतना ही काफी है.
[stextbox id=”info”]इस तरह आपने देखा सब कि लगभग एक ही राय है. पढ़ें उतना ही जितना आप पढ़ सकते हैं. इन सभी टॉपर के study hours भी अलग-अलग हैं. कोई 14 घंटे पढ़ाई को दे रहा है तो कोई सिर्फ 6 घंटे. आपको अपने साथ कोई जोर-जबरदस्ती नहीं करनी है. घड़ी देखकर पढ़ने से अच्छा है कि खुद से पूछिए कि आज आपने जितना पढ़ा क्या आपके लिए वह sufficient था?[/stextbox]UPSC Topper Tina Dabi का इंटरव्यू पढ़ने के लिए क्लिक करें.
इन्टरनेट से नोट्स डाउनलोड करूँ या नहीं?
नेट से कंटेंट/नोट्स download करना बुरा नहीं है. Internet का सदुपयोग करें, दुरूपयोग नहीं. आजकल तो सभी लोग इन्टरनेट से ही notes download करते हैं. उनके प्रिंट आउट निकाल लेते हैं. विकिपीडिया की सहायता लेते हैं. जैसे-जैसे कम्पटीशन टफ होता जा रहा है, हमें भी स्वयं को अपडेटेड रखना चाहिए. Internet पर खर्च किया गया समय आपके study hours में ही include होना चाहिए.
पर किताब को भी पूरी तरह इग्नोर नहीं करें. Notes इन्टरनेट से भले ही आपको मिल जायेंगे, पर परीक्षा में तो लिखना आपको ही है, जहाँ न नेट रहेगा, न किताबें और न ही कंप्यूटर. इसलिए नोट्स को डाउनलोड जरुर करें, किताबों से जरुर पढ़ें…पर अंत में अपना ही लिखा नोट्स काम आता है. बाहर से संकलित किए हुए notes को आप अपने शब्दों में लिखें तब ही आप long-term चीजों को याद रख पायेंगे.
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