नीचे भारतीय प्राचीन इतिहास से सम्बंधित topic जैन धर्म और बौद्ध धर्म से related Previous Year Questions/Model Papers Mixed questions दिए गए हैं जो आपके आगामी UPSC mains परीक्षा में आ सकते हैं.
UPSC Mains Questions on Jain Dharm and Bauddh Dharm
300 words में इन सवालों के उत्तर दें : –
- “बौद्ध-धर्म और जैन-धर्म की उन्नति सामाजिक और धार्मिक तनाव के कारण हुई.” इस तनाव के क्या कारण थे? संक्षेप में लिखें.
- महावीर की जीवनी और शिक्षाओं का वर्णन करें.
- महात्मा बुद्ध की जीवनी और शिक्षाओं का वर्णन करें.
- भारत में बुद्ध-धर्म के उत्थान और पतन के क्या कारण थे?
- बौद्ध-धर्म और जैन-धर्म की शिक्षाओं की तुलना कीजिए.
- भारतीय जीवन पर जैन-धर्म के प्रभाव का वर्णन कीजिये.
- बौद्ध-धर्म के प्रभाव और महत्त्व का वर्णन कीजिये.
- जैन धर्म को बौद्ध-धर्म की तुलना में अधिक लोकप्रियता क्यों नहीं मिली? संक्षेप में लिखें.
- ईसा से छठी शताब्दी पूर्व प्रचलित अन्य सम्प्रदायों के बारे में (हिन्दू जैन और बौद्ध से छोड़कर) बताइये.
200 words में इन सवालों के उत्तर दें :-
- इन पर टिप्पणियाँ लिखिए – a) मध्यम मार्ग b) अष्टांगिक मार्ग c) हीनयान मार्ग d) श्वेताम्बर
- बौद्ध धर्म के पतन के किन्हीं दो कारणों का उल्लेख करें.
- जैन-धर्म और बौद्ध-धर्म की शिक्षाओं में अंतर को 200 words में स्पष्ट करें.
- आप महायान मत की प्रमुख शिक्षाओं के विषय में क्या जानते हैं?
- हीनयान और महायान सम्प्रदायों के सिद्धांत में मूलतः क्या अंतर हैं?
100 words में इन सवालों के उत्तर दें :-
- छठी शताब्दी ई.पू. में उदित दो नए भारतीय धर्मों के नाम बताइए.
- जैन धर्म के दो प्रमुख सम्प्रदायों के नाम बताइये.
- बौद्ध-धर्म कालान्तर में किन दो सम्प्रदायों में विभाजित हो गया?
- छठी शताब्दी ई.पू. में उदित दो नए धर्मों की उत्पत्ति में सहायक तीन धार्मिक कारण बताइए.
- जैनियों के तीन नियम या त्रिरत्न बताइए.
- जैनियों के पाँच महाव्रत लिखिए.
- बुद्ध भगवान् के चार आर्य सत्य अथवा अष्टांगिक मार्ग लिखिए.
विचारात्मक प्रश्न :-
- क्या महात्मा बुद्ध की शिक्षाएँ तत्कालीन धार्मिक और सामजिक असंतोष को व्यक्त करता है?
- जैन, बौद्ध और वैदिक धर्मों का तुलनात्मक अध्ययन कीजिये.
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