WHO ने दिए डिजिटल स्वास्थ्य तकनीक के प्रयोग के विषय में नए सुझाव

Sansar LochanDown To Earth

WHO releases guidelines on how countries can use digital health technology

WHO releases guidelines on how countries can use digital health technology

Newspaper Source: Down to Earth

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में डिजिटल स्वास्थ्य तकनीक के प्रयोग के विषय में अपने नए सुझाव दिए हैं. इनमें उन विधियों के बारे में बताया गया है जिनके माध्यम से डिजिटल स्वास्थ्य तकनीक मोबाइल फोनों, टेबलेटों और कंप्यूटरों के जरिये उपलब्ध कराया जा सकता है जिससे कि लोगों के स्वास्थ्य और उससे जुड़ी आवश्यक सेवाओं में सुधार हो सके.

सुझाव दिया गया है कि इस लक्ष्य को पाने के लिए स्वास्थ्य सेवा देने वाले कर्मियों को दिशानिर्देश के लिए निर्णय-समर्थन साधन उपलब्ध कराना चाहिए. साथ ही व्यक्तियों और स्वास्थ्य कर्मियों को इस योग्य बनाना चाहिए कि वे अलग-अलग जगहों पर अपनी बात भली-भाँति कर सकें और स्वास्थ्य से सम्बंधित विषयों पर परामर्श दे सकें.

मुख्य तथ्य

  • आजकल सूचनाएँ अधिक से अधिक उपलब्ध हो जाती हैं. स्वास्थ्य सेवाओं को चाहिए कि वे इन सूचनाओं के परिप्रेक्ष्य में अपनी प्रतिक्रिया देती रहें. लोगों को यह भी आश्वस्त करना होगा कि उनका अपना डाटा सुरक्षित है और स्वास्थ्यकर्मियों ने उनसे स्वास्थ्य से जुड़ी जो संवेदनशील जानकारी (जैसे – यौन एवं प्रजनन के विषय) प्राप्त की है उससे उन्हें कोई खतरा नहीं होगा.
  • WHO ने सुझाव दिया है कि प्रशिक्षण के लिए एक सहयोगी वातावरण होना चाहिए तथा साथ ही लोगों की निजता की रक्षा के लिए नीतियाँ बननी चाहिएँ. इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य प्रशासन और समन्वय पर भी बल देना चाहिए.
  • नीति निर्माताओं और कार्यान्वयन करने वालों को यह प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए कि वे समय-समय पर स्वास्थ्य सेवा की स्थिति की समीक्षा करें और आवश्यक हो तो उनमें नई परिस्थितियों के अनुसार बदलाव लाएँ.
  • टेलीमेडिसिन एक ऐसी सुविधा है जिसके उपयोग से दूरस्थ स्थलों में रहने वाले लोगों को मोबाइल फोन, वेब पोर्टल अथवा डिजिटल उपकरणों के द्वारा स्वास्थ्य सेवा मिल सकती है. आमने-सामने बैठकर किये गये उपचार का यह एक मूल्यवान पूरक उपचार कहला सकता है. परन्तु इससे आमने-सामने बैठकर किये गये उपचार की आवश्यकता पूर्णतः समाप्त नहीं हो जाती. यह भी आवश्यक है कि चिकित्सकीय परामर्श कोई योग्य स्वास्थ्यकर्मी ही दे सकता है और इससे व्यक्ति की निजता का हनन नहीं होता है.
  • लोगों को बताया जाना चाहिए कि डिजिटल स्वास्थ्य सेवा से उन्हें कोई खतरा नहीं है.

डिजिटल स्वास्थ्य तकनीक का महत्त्व

डिजिटल स्वास्थ्य तकनीक पूरे विश्व-भर में लगातार पहले से अधिक लोकप्रिय होता जा रहा है. यह कोई आश्चर्यजनक बात नहीं है क्योंकि आज संसार की दो तिहाई जनसंख्या के पास स्मार्ट फ़ोन है. इस तकनीक से दूरस्थता और उपलब्धता की समस्याएँ समाप्त हो जाती हैं, परन्तु स्वास्थ्य सेवा जुड़ी चुनौतियाँ यथावत् रहती हैं, जैसे – अकुशल प्रबंधन, अपर्याप्त प्रबंधन, अवसंरचना की कमी तथा उपकरणों एवं आपूर्ति का अभाव.

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