फेसबुक पर मुझे चार-पाँच मैसेज मिले जिसमें लोगों ने Repo Rate, SLR, Reverse Repo Rate, CRR, Deflation के बारे में पूछा, उन्हें तो मैंने रिप्लाई किया ही पर सोचा यहाँ भी वह चिपका डालूँ….आज हम इन सभी टॉपिक को हिंदी में एकदम सरल भाषा में पढेंगे. रेपो रेट, बैंक रेट, रिवर्स रेपो रेट (repo rate, bank rate and reverse repo rate) … Read More
भुगतान अवसंरचना विकास कोष
हाल ही में भारत भर में डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से RBI (Reserve Bank of India-RBI) ने 500 करोड़ रुपए का ‘भुगतान अवसंरचना विकास कोष’ (Payments Infrastructure Development Fund-PIDF) स्थापित किया है. भुगतान अवसंरचना विकास कोष का उद्देश्य भुगतान अवसंरचना विकास कोष का उद्देश्य देश के टियर-3 से लेकर टियर-6 तक के केन्द्रों और पूर्वोत्तर राज्यों में … Read More
[Sansar Editorial] बैंकों के विलय से कर्मचारियों और ग्राहकों पर प्रभाव
आपने समाचारों में पढ़ा ही होगा कि अप्रैल 2020 से छह बैंक सिंडीकेट बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक, कारपोरेशन बैंक और आंध्रा बैंक का अस्तित्व समाप्त हो चुका है. इन बैंकों का विलय 4 बैंकों में कर दिया गया है. ये जो चार बैंक होंगे, उनके नाम इस प्रकार हैं – केनरा बैंक, पंजाब … Read More
प्रतिचक्रीय पूँजी बफर योजना – COUNTER CYCLICAL CAPITAL BUFFER (CCYB)
भारतीय रिज़र्व बैंक ने पिछले दिनों प्रतिचक्रीय पूँजी बफर (Counter cyclical capital buffer – CcyB) योजना के कार्यान्वयन को टाल दिया और निर्यात से होने वाले लाभ के लिए वसूली की अवधि बढ़ा दी. पृष्ठभूमि प्रतिचक्रीय पूँजी बफर योजना भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 5 फ़रवरी, 2015 को आरम्भ की गई थी जिसमें यह कहा गया था कि CCyB को परिस्थितियों के अनुसार समय-समय पर … Read More
“वेज एंड मीन्स एडवांसेज” (Ways and Means Advances – WMA)
भारतीय रिज़र्व बैंक ने सरकार द्वारा उससे मांगे जाने वाले अल्पावधि ऋण की सीमा बढ़ा दी है. 2020-21 के पहले पूर्वार्द्ध में यह सीमा बढ़कर अब 1.2 लाख करोड़ रु. हो गई है. ज्ञातव्य है कि इस ऋण सुविधा को “वेज एंड मीन्स एडवांसेज” (Ways and Means Advances – WMA) कहा जाता है. महत्त्व ऋण सीमा की यह बढ़ोतरी ऐसे … Read More
EASE 3.0 कार्यक्रम क्या है? – महत्व और इतिहास
Ease 3.0 for tech-enabled banking explained in Hindi पिछले दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तकनीक से युक्त बैंकिंग के लिए EASE 3.0 कार्यक्रम का अनावरण किया. इस कदम का उद्देश्य सार्वजनिक बैंकों में जाने वाले ग्राहकों के अनुभव में परिवर्तन लाना है. EASE 3.0 कार्यक्रम क्या है? EASE का पूरा नाम Enhanced Access and Service Excellence है. इसका उद्देश्य … Read More
जमा बीमा (deposit insurance) क्या होती है? – Explained in Hindi
भारत सरकार के वित्त मंत्रालय और भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने सुझाव दिया है कि एक लाख रु. से ऊपर के बैंक जमा (deposit insurance) पर बीमा होनी चाहिए. यह सुझाव पंजाब एवं महाराष्ट्र सहकारिता बैंक घोटाले को दृष्टि में रखकर आया है. जमा बीमा (deposit insurance) क्या होती है? जमा बीमा में ग्राहक द्वारा जमा की … Read More
[Sansar Editorial] भारत में बैंक विलय और अधिग्रहण का इतिहास – History of Bank Mergers
आज हम इस आलेख में बैंक विलय के विषय में पढेंगे और जानेंगे कि भारत में बैंक विलय और अधिग्रहण का इतिहास (History of Indian Banks’ mergers) क्या रहा है. कोई भी अर्थव्यवस्था बैंक विलय के लिए कब बाध्य हो जाती है, यह भी जानने की कोशिश करेंगे. अभी Bank Merger का topic काफी चर्चा में है. PCA Framework क्या … Read More
विकास बैंक क्या होता है? – Development Bank in Hindi
भारत में कोई विकास बैंक (development bank) नहीं है. अतः बड़ी-बड़ी निर्माण योजनाओं के लिए वित्त पोषण में समस्या देखी जाती है. अतः दीर्घकालिक वित्त उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार ने एक ऐसे संगठन को स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है जो भवन निर्माण और आवास-परियोजनाओं के लिए अधिक से अधिक ऋण मुहैया कराएगा. इस घोषणा से भारत के … Read More
[Sansar Editorial] सकल गैर- निष्पादित परिसंपत्ति अनुपात (Gross Non-Performing Assets Ratio)
Signs of a turnaround: on RBI’s Financial Stability Report The Hindu – DECEMBER 31 अभी हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक की वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (Financial Stability Report) में यह बताया गया है कि बैंको के सकल गैर- निष्पादित परिसंपत्ति अनुपात (Gross Non-Performing Assets Ratio) में कमी दर्ज की गई है जो अर्थव्यवस्था और बैंको की वित्तीय सेहत के हिसाब से … Read More